Sambhal News: सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क बोले, पीएफआइ मुसलमानों की मसीहा, परेशान कर रही भाजपा सरकार
SP MPs statement in support of PFI सांसद ने कहा कि उनका क्या जुर्म है या मुल्क या पार्टी को को खतरा हो गया है। कितनी पार्टी देश के अंदर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहाकि यह तो सरकार है सियासत जिसे चाहे उसे गिरफ्तार कर लेती है।
संभल, जागरण संवाददाता। SP MP's statement in support of PFI: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) एक संस्था है। एनआइए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) की छापेमारी करके उन पर जुल्म किया जा रहा है। उनका क्या जुर्म है। वह एक पार्टी है। वह एक संस्था चला रहे हैं, एक प्रोग्राम है। उनका पैसा और पार्टियां उनका प्रोग्राम चलाती हैं तो उनका जुर्म क्या है। उनको क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि उनका क्या जुर्म है या मुल्क या पार्टी को को खतरा हो गया है। कितनी पार्टी देश के अंदर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहाकि यह तो सरकार है, सियासत जिसे चाहे उसे गिरफ्तार कर लेती है, लेकिन इस तरीके से पार्टी पर पाबंदी लगाई है क्यों लगा रहे हैं। उनका जुर्म क्या है, वह मुसलमान के मसीहा हैं। जो लड़ाई लड़ रहे हैं क्या यह जुर्म है। बता दें कि संदिग्ध गतिविधियों को लेकर गुरुवार को पीएफआइ के ठिकानों पर देशभर में छापेमारी की गई। इस दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए हो रहा मदरसों का सर्वे
इससे पहले सपा सांसद बर्क ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था भाजपा चुनावी तैयारी में जुटी है। मदरसों और वक्फ संपत्तियों की जांच इसी की दिशा में उठाए गए कदम हैं। राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा पर कहा था कि कांग्रेस को इससे फायदा होगा और बीेजेपी को नुकसान। सपा सांसद ने कहा कि मदरसो का सर्वे हो पूरा हो चुका है। अब वक्फ सम्पत्तियों की जांच का मुद्दा उठाकर मुसलमानों को डराने का काम किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि जो देश को लूटकर करोड़ो रुपये लेकर भाग गए उन्हें नहीं पकड़ पाए और मुसलमानों को डाराया जा रहा है। सरकार मुसलमानों का हौसला तोड़ना चाहती है। यह सब 2024 के चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति है। महंगाई ओर बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए यह सब किया जा रह है। मायावती पर हमला बोलते कहा था कि वह भी मुसलमानों के पक्ष में बोलना भूल गईं थी लेकिन, अब फिर बोलने लगी हैं।