छह पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से ग्रामीणों की जिंदगी ठिठकी
मुरादाबाद में छह पैंसेंजर ट्रेनों का संचालन बंद किए जाने से ग्रामीण बेहद परेशान हैं।
मुरादाबाद :
मंडल में छह पैंसेंजर ट्रेनों का संचालन बंद किए जाने से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। ग्रामीणों ने विरोध में जरगाव रेलवे स्टेशन पर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन कर स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपा। फोर्स मुस्तैद रहा। प्रदर्शन के दौरान, राजेंद्र प्रजापति ने कहा कि कई माह से यहा छह पैसेंजर ट्रेनोंका संचालन रेल प्रशासन द्वारा बंद किया हुआ है। इससे गरीब जनता परेशान है क्योंकि जरगाव, कुंआखेडा हाल्ट, गुमथल जैसे रेलवे स्टेशनों पर केवल पैसेंजर ट्रेन ही रूकती हैं, यहा दूसरा विकल्प नहीं होने से लोग शहर जाने को परेशान है। खासकर दैनिक यात्री, मजदूर आदि को अधिक असुविधा है। बताया कि सासद सत्यपाल सैनी को भी समस्या से अवगत कराया था। उन्होंने डीआरएम से वार्ता भी की थी परंतु ट्रेनें अभी तक नहीं चलीं। बताया कि नेट पर इन ट्रेनों को चालू दिखाया जा रहा है। प्रदर्शन करने के बाद रेल राज्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन स्टेशन मास्टर को सौंपा। इसमें ट्रेनों का संचालन कराने की माग जनहित में की गयी हेै। प्रदर्शन करने वालों में कामेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, भीमसैन, मुकुट सिंह, राजवीर सिंह, सत्यवीर पाल, यूसुफ आदि बहुत से लोग थे।
सोमवार से दो पैसेंजर बंद
रेल मंत्रालय ने शनिवार से देहरादून-काठगोदम के बीच जन शताब्दी एक्सप्रेस को चलाया है, लेकिन सोमवार से मुरादाबाद-रामनगर पैसेंजर और हरिद्वार-ऋषिकेश पैसेंजर को स्थायी रूप से बंद करने जा रहा है। रेल मंत्रालय के अनुसार नई रेल सेवा नैनी-दून जन शताब्दी एक्सप्रेस की शुरुआत की गई है। रामनगर-मुरादाबाद के बीच चलने वाली और हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों 27 अगस्त से स्थायी रूप से बंद किया जा रहा है। मुरादाबाद से रामनगर जाने वाली पैसेंजर रात 8.45 बजे चलती है। इसमें श्रमिक, दुकानदार व अन्य हजारों दैनिक यात्री सफर करते हैं। रामनगर से मुरादाबाद आने वाली ट्रेन की भी यही स्थिति है। हरिद्वार में जाम की समस्या से बचने के लिए अधिकांश यात्री पैसेंजर ट्रेन के द्वारा ऋषिकेश आते व जाते हैं। उक्त ट्रेन के बंद हो जाने से श्रमिक, छोटे दुकानदारों के लिए नई समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
दैनिक यात्री संघ नाराज
दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष सुधीर पाठक ने कहा कि रेल मंत्री ने नई ट्रेन शुरू कर गरीबों मजदूरों के सामने नई समस्या खड़ी कर दी है। दोनों ट्रेनों को चलाने के लिए शीघ्र रेल मंत्री को पत्र भेजेंगे। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि नई ट्रेन चलाने व बंद करने का आदेश मंत्रालय से जारी किया जाता है। पैसेंजर ट्रेनों को बंद करने का आदेश मिल गया है।
चलती ट्रेनों की हो जाएगी धुलाई
शीघ्र ही मेट्रो की तर्ज पर ट्रेनों की भी सफाई होगी। इसके लिए रेलवे आटोमेटिक कोच वाशिंग सिस्टम लगाने जा रहा है। इस व्यवस्था से चलती ट्रेन की बाहर से ही धुलाई हो जाएगी। रेल मंडल में तीन स्टेशनों पर ये सिस्टम लगाए जाएंगे। रेल प्रशासन ने देरी से चलने वाली ट्रेनों को निर्धारित समय पर चलाने की योजना तैयार की है। इसके अलावा सफाई की व्यवस्था में भी सुधार की योजना है। वर्तमान में ट्रेन के गंतव्य पर पहुंचने के बाद ट्रेन की बोगियों की सफाई में न्यूनतम चार घंटे का समय लग जाता है। इतने समय में केवल अंदर की ही सफाई हो पाती है। रेल प्रशासन इस समय को कम करने के लिए आटोमेटिक कोच वाशिंग सिस्टम लगाने जा रहा है। यह मेट्रो की तर्ज पर सफाई करेगा। वाशिंग लाइन में मशीन चलती ट्रेन की धुलाई शुरू कर देगी। लाइन के प्लेटफार्म पर ट्रेन के रुकते ही मशीन कोच के अंदर सफाई करेगी। इस सिस्टम से एक घंटे में पूरी ट्रेन की सफाई हो जाएगी। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि मंडल के देहरादून, हरिद्वार व बरेली रेलवे स्टेशन पर आटोमेटिक कोच वाशिंग सिस्टम लगाने की योजना है। इन्हीं तीन स्टेशनों से अधिकतर ट्रेनों का संचालन किया जाता है।
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