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    Moradabad News:गतिशक्ति से ऋषिकेश के 125 वर्ष पुराने स्टेशन का होगा कायाकल्‍प, तीर्थनगरी की तर्ज पर होगा विकास

    By Jagran NewsEdited By: Vivek Bajpai
    Updated: Sun, 20 Nov 2022 10:57 AM (IST)

    रेलवे अब ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के कायाकल्प करने जा रहा है। ऋषिकेश के गंगा तट तक जाने के लिए यात्रीऋषिकेश स्टेशन जाते हैं। सड़क मार्ग से केदारनाथ बद्रीनाथ गंगोत्री व यमुनोत्री जाने के लिए ऋषिकेश होकर जाना होता है।

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    उत्‍तराखंड में स्थित ऋषिेकेश रेलवे स्‍टेशन। जागरण आर्काइव

    मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। रेलवे 125 साल के अधिक पुराने रेलवे स्टेशन ऋषिकेश को आधुनिक बनाने जा रहा है। कम समय में कार्य पूरा करने के लिए गतिशक्ति यूनिट को कार्य सौंपा है। गतिशक्ति यूनिट की टीम ऋषिकेश स्टेशन का निरीक्षण कर चुकी है। अब जल्‍द ही इस स्‍टेशन का भी कायाकल्‍प हो जाएगा। इस स्‍टेशन ने को तीर्थनगरी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।

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    करीब सवा सौ साल पहले ऋषिकेश स्टेशन बनाया गया था। उस समय देश विदेश के नागरिक चार धाम यात्रा के लिए रेल मार्ग द्वारा ऋषिकेश तक आते थे। यहीं ऋषिकेश में गंगा के किनारे तक पूजा करने के लिए जाते थे। अब रेलवे ऋषिकेश के पास से चारधाम रेल मार्ग का निर्माण शुरू कर दिया है। ऋषिकेश स्टेशन के तीन किलो मीटर की दूरी पर योगनगरी रेलवे स्टेशन बनाया गया है, जहां से चारधाम के लिए ट्रेनें जाएंगी। रेलवे ने योगनगरी को विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनाया है। यह स्टेशन चारधाम रेल मार्ग के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध होगा।

    अब भी पुराने सिस्‍टम से ही ऋषिकेश में ट्रेनों का हो रहा संचालन

    रेलवे अब ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के कायाकल्प करने जा रहा है। ऋषिकेश के गंगा तट तक जाने के लिए यात्री ऋषिकेश स्टेशन जाते हैं। सड़क मार्ग से केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री जाने के लिए ऋषिकेश होकर जाना होता है। रेलवे अंग्रेजों के समय बनाए गए ऋषिकेश स्टेशन में अभी पुराने सिस्टम से ट्रेनों का संचालन किया जाता है।

    स्‍टेशन भवन को तीर्थनगरी की तर्ज पर किया जाएगा विकसित

    पुराने सिस्टम को हटाकर आधुनिक सिस्टम से ट्रेन संचालन सिस्टम लगाया जाना है। इस सिस्टम को इंटरनेट द्वारा भी संचालित किया जा सकता है। इसके अलावा स्टेशन भवन को तीर्थनगरी के तर्ज पर बनाया जाएगा। स्टेशन का विस्तार होने के बाद ऋषिकेश तक ट्रेनों की संख्या बढ़ायी जाएगी। यात्री सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी।

    स्‍टेशन का निरीक्षण कर चुकी है गतिशक्ति टीम

    प्रधानमंत्री के आदेश पर तेजी के काम कराने के लिए गतिशक्ति यूनिट का रेल मंडल स्तरीय  गठन किया गया। गतिशक्ति के मुख्य परियोजना निदेशक जगदीश चंद्र गुप्ता टीम के साथ पिछले दिनों ऋषिकेश स्टेशन का निरीक्षण कर चुके हैं। एक साल में स्टेशन का सुधार कैसे किया जाना है, इस पर चर्चा की गई। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि ऋषिकेश स्टेशन पर ट्रेन संचालन के पुराने सिस्टम के स्थान पर आधुनिक सिस्‍टम लगाने व अन्य काम कराने का काम गतिशक्ति यूनिट की टीम करेगी।