कुंदरकी के केंद्रों को 75 KM दूर ठाकुरद्वारा की मिलों से किया अटैच, ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ने ले राइस मिलर्स नाराज
कुंदरकी के धान क्रय केंद्रों को 75 किलोमीटर दूर ठाकुरद्वारा की मिलों से जोड़ने पर राइस मिलर्स नाराज हैं। मिलर्स का कहना है कि दूरी बढ़ने से परिवहन लागत बढ़ेगी, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। धान खरीद प्रक्रिया के दौरान बिलारी और कुंदरकी के धान खरीद केंद्रों को 70–75 किलोमीटर दूर स्थित ठाकुरद्वारा की राइस मिलों से अटैच कर दिया गया। इससे न केवल केंद्र प्रभारियों का समय बर्बाद होगा बल्कि धन का नुकसान भी होगा। सरकारी परिवहन व्यय भी कई गुणा बढ़ जाएगा।
इस अटैचमेंट को लेकर राइस मिलर्स एसोसिएशन खुलकर नाराजगी जताई है और पूरी प्रक्रिया को अव्यवहारिक और वित्तीय बोझ बढ़ाने वाली बता रही है। बिलारी, कुंदरकी और मुरादाबाद मंडी के कई धान खरीद केंद्र ऐसे हैं जिन्हें नजदीक की मिलों के बजाय ठाकुरद्वारा की मिलों से जोड़ दिया गया है। बिलारी में आरएफसी का धान क्रय केंद्र ठाकुरद्वारा की राइस मिल (लगभग 75 किमी), अबूपुरा खुर्द (बिलारी) का पीसीयू केंद्र को ठाकुरद्वारा की राइस मिल से ही अटैच किया गया है।
यहां मिलों को जोड़ा
कुंदरकी के खाद्य विभाग केंद्र को गुप्ता राइस मिल, ठाकुरद्वारा से जोड़ा गया है। मुरादाबाद मंडी के केंद्र कई केंद्र भी ठाकुरद्वारा की मिलों से अटैच हो गए हैं। राइस मिलर्स का कहना है कि यह निर्णय जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करके किया है। जबकि नियम स्पष्ट कहते हैं कि धान खरीद केंद्रों को सबसे निकट स्थित राइस मिल से जोड़ा जाना चाहिए। राइस मिलर्स का कहना है कि हमसे सलाह तक नहीं ली गई।
जिले में कुल 24 राइस मिलें संचालित हैं। इन मिलों के संचालकों का कहना है कि सरकार द्वारा बनाए गए नियमों की अनदेखी कर यह अटैचमेंट किया गया है। कुछ मिलर्स ने तो यह भी आरोप लगाया कि सूची में गड़बड़ी पहले भी पकड़ी गई थी और शासन ने उसे निरस्त कर दिया था। इसके बावजूद उन्हीं गलतियों को फिर दोहराया जा रहा है। राइस मिलर्स का प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन से मिल चुका है और अब मामला सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी (डिप्टी आरएमओ) विनीता मिश्रा ने बताया कि धान खरीद केंद्रों का मिलों से अटैचमेंट प्रदेश मुख्यालय से आटो-मोड पर हुआ है। कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं। केंद्रों के पुनर्समीक्षा प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय भेजे जा रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।