रेलवे पुलिस ट्रेन में छुपे कैमरे के साथ होगी तैनात, अपराधियों को पकड़ने के साथ उनकी गतिविधियों को करेगी कैप्चर
Indian Railway News ट्रेनों में सुरक्षा को तैनात आरपीएफ के जवान अब एक साथ दो काम करेंगे। अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ उनकी गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी करेंगे। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल को दस बाडी वार्म कैमरा उपलब्ध कराए गए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Railway Police Deployed in Train with Hidden Cameras : ट्रेनों में सुरक्षा को तैनात आरपीएफ के जवान अब एक साथ दो काम करेंगे। अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ उनकी गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी करेंगे। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल को दस बाडी वार्म कैमरा उपलब्ध कराए गए हैं, जो आरपीएफ के जवानों के कंधे पर लगा होगा और स्वतः वीडियोग्राफी करते रहेंगे।
अपराधियों को चिह्नित करने के लिए स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाए गए हैंं। हालांकि यह व्यवस्था बड़े स्टेशनों पर ही लागू है। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को न्यायालय में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी मानती है। दूसरी ओर छोटी सी छोटी घटना का आम जनता व यात्री मोबाइल से वीडियो बनाकर एकतरफा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर देता है। जिससे पुलिस की छवि खराब होती है। पुलिस के द्वारा वीडियो नहीं बनाए जाने पर हंगामा करने वाले अपने बचाव में एकतरफा फुटेज जारी कर देता है। इसके लिए पुलिस विभाग सभी घटना के समय वीडियोग्राफी के लिए अलग से जवान तैनात करती है।
ट्रेनों की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवान की संख्या पांच होती है और उन्हें सुरक्षा की व्यवस्था संभालना होता है। वीडियो भी बनाना होता है। एक साथ दोनों काम नहीं किया जा सकता है। इसको देखते हुए रेलवे ने बाडी वार्म कैमरा मंगाया है, जो देश के प्रत्येक रेल मंडल को दिया जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल को दस बाडी वार्म कैमरा उपलब्ध कराए गए है। यह कैमरा आरपीएफ के जवान के शर्ट के जेब ऊपर लगाया जाता है। यह कैमरा स्वचालित है।
आरपीएफ के जवान हंगामा शांत कराने, अपराधियों को पकड़ने का काम करेंगे और बाडी वार्म कैमरा वीडियो बनाने का काम करेगा। इसमें एक माह तक फुटेज सुरक्षित करने की व्यवस्था होगी। इसके फुटेज को साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। यह व्यवस्था मुरादाबाद मंडल होकर चलने वाली लखनऊ मेल, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, नंदादेवी एक्सप्रेस में तैनात आरपीएफ जवानों को उपलब्ध कराई जाएगी। प्रवर मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि वीआइपी ट्रेनों में सुरक्षा को तैनात आरपीएफ के जवानों को बाडी वार्म कैमरा उपलब्ध कराया गया है। जो ड्यटी के दौरान शर्ट में लगाया जाएगा। इससे घटना से संबंधित सही जानकारी मिल पाएगी।