एक शपथ पत्र देकर विदेश जा सकेंगे रेलवे के अफसर व कर्मचारी, जानिए कैसे moradabad news
विदेश जाने वाले रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को अब बार-बार विजिलेंस दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
प्रदीप चौरसिया, मुरादाबाद : विदेश जाने वाले रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को अब बार-बार विजिलेंस दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने होंगे। न ही कोई टेंशन होगी। जी हां, एक शपथ पत्र देकर वह विदेश जा सकेंगे। रेलवे ने यह नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत उनको व्यक्तिगत कार्य के लिए विजिलेंस या पुलिस की अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी।
प्रमाण पत्र में देरी पर टल जाता था विदेश का दौरा
सरकारी सेवा में कार्यरत अधिकारियों व कर्मियों को विदेश जाने पर विभाग के अनुमति लेने के साथ विजिलेंस या पुलिस से अनुमति लेनी पड़ती है। समय से अनुमति नहीं मिल पाने के कारण अधिकारी व कर्मचारी विदेश नहीं जा पाते थे। आधुनिक उपकरणों का प्रशिक्षण लेने, यात्री सुविधा में सुधार के लिए रेलवे के अधिकारियों व कर्मियों को पढ़ाई करने विदेश भेजा जाता है। अधिकारियों व कर्मियों का पासपोर्ट तो आसानी से बन जाता है लेकिन, विजिलेंस व पुलिस से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस कारण कई बार विदेश जाना टल जाता था।
विजिलेंस व पुलिस अनुमति की बाध्यता खत्म की
रेलवे बोर्ड ने ड्यूटी या सरकारी काम से विदेश जाने वाले अधिकारियों व कर्मियों को विदेश जाने के लिए विजिलेंस या पुलिस अनुमति लेने की बाध्यता खत्म कर दी है। अब विदेश जाने वाले अधिकारियों व कर्मियों को शपथ पत्र देना पड़ेगा। बिना सरकारी कार्य से विदेश जाने वाले अधिकारियों व कर्मियों को विजिलेंस व विभाग से अनुमति लेनी पड़ेगी। इस नई व्यवस्था से पढ़ाई करने या प्रशिक्षण लेने वाले अधिकारियों व कर्मियों का विदेश जाना आसान हो गया है।
प्रशिक्षण लेने वाले अधिकारियों को होगी आसानी
नरमू के मंडल अध्यक्ष रोहित कुमार बाली ने बताया इस आदेश के बाद विदेश प्रशिक्षण लेने जाने वाले अधिकारियों व कर्मियों के लिए आसानी हो गई है। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया सरकारी कार्य से विदेश जाने वाले अधिकारियों व कर्मियों के नियम को सरल किया गया है।