Railway IBS System : बजट के अभाव में रेलवे ने योजना पर लगाई रोक, बाधा रहित ट्रेन संचालन के लिए करना होगा इंतजार
Railway IBS System नौ स्टेशनों के बीच आइबीएस स्थापित करने में 18 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। कोरोना के बाद रेलवे की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। इ ...और पढ़ें

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया] । Railway IBS System : अधिक से अधिक ट्रेनों और मालगाड़ियों को चलाने के लिए रेलवे ने एक के पीछे एक ट्रेन चलाने की योजना तैयार की थी। इससे निर्धारित समय में अधिक गाड़ियों का संचालन संभव होता और गाड़ियों की रफ्तार बढ़ने के साथ ही संचालन के खर्च में भी कमी आती। बजट के अभाव में निर्माण कार्य रोक दिया है। इसके तहत मुरादाबाद मंडल में नौ स्टेशनों के बीच इंटरमीडिएट ब्लाक सिग्नल (आइबीएस) सिस्टम लगाया जाना था।
लगातार ट्रेनों व मालगाड़ियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। कोरोना के बाद रेलवे घाटे को कम करने से लिए अधिक से अधिक माल की ढुलाई करा रहा है। इससे मालगाड़ी के संचालन में चार गुणा वृद्धि हुई है। देश के मुख्य रेल मार्ग का दोहरीकरण हो चुका है, कुछ मार्ग पर थ्री व फोर लेन का भी निर्माण कराया जा रहा है। इसमें अधिक समय लगेगा। रेलवे ने तत्काल कम समय में अधिक से अधिक ट्रेनों को चलाने की योजना तैयार की है। रेलवे के नियम के अनुसार एक स्टेशन से ट्रेन चलने के बाद दूसरी स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने के बाद ही उस मार्ग पर दूसरी ट्रेन चलाई जाती है। कई ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जिसकी दो स्टेशन के बीच दूरी दस किलोमीटर से अधिक है। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर ट्रेनों को पहुंचने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है। इससे पीछे वाले स्टेशन पर ट्रेनों को 15 मिनट तक रोका जाता है। इससे ट्रेनों का संचालन बाधित होता है। रेल प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए इंटरमीडिएट ब्लाक सिग्नल (आइबीएस) लगाने की योजना तैयार की थी। यह लंबी दूरी के स्टेशन के बीच में लगाई जाती है। आइबीएस से ट्रेन गुजरते ही पीछे वाले स्टेशन का सिग्नल हरा हो जाता है। यानी एक के पीछे एक ट्रेन आसानी से चलाई जा सकती है। मुरादाबाद मंडल में नौ स्टेशन के बीच आइबीएस सिस्टम लगाया जाना है। इसमें कटघर से दलपतपुर के बीच, बिलपुर-टिसुआ के बीच, रुड़की-इकबालपुर के बीच, लक्सर-रायसी के बीच प्रमुख स्टेशन हैं। इस सिस्टम लग जाने के सहारनपुर से लखनऊ तक बाधा रहित ट्रेनों व मालगाड़ी को चलाया जा सकता है। नौ स्टेशनों के बीच आइबीएस स्थापित करने में 18 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। कोरोना के बाद रेलवे की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। इसके कारण मुरादाबाद मंडल में आइबीएस सिस्टम लगाने पर रोक लगा दी है। बाधा रहित ट्रेनों के संचालन में फंड बाधक बन गया है।

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