Indian Railways : रेलवे कर्मचारियों का होगा पेपरलेस इलाज, अस्पताल में नहीं लगानी होगी लाइन
Railway Employees Paperless Treatment काउंटर पर पहुंचते ही रेलवे कर्मचारी को दवा उपलब्ध हो जाएगी। इसी तरह से खून एक्स-रे की जांच रिपोर्ट चिकित्सक के कंप्यूटर पर पहुंच जाएगी। यहां सारी जानकारी रेलवे कर्मचारी के सिस्टम पर भी उपलब्ध होगी।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। Railway Employees Paperless Treatment : रेलवे कर्मचारी को इलाज के पुराने पर्चे रखने या इलाज के लिए अस्पताल में लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। मोबाइल से कर्मचारी के पंजीयन कराते ही मोबाइल पर सूचना पहुंच जाएगी कि किस चिकित्सक से कितने बजे इलाज कराने पहुंचना है, इसी तरह काउंटर पर पहुंचते ही दवा भी उपलब्ध हो जाएगी।
रेल प्रशासन धीरे-धीरे सभी काम को डिजिटल सिस्टम पर लाने जा रहा है। इसी के तहत रेल कर्मचारियों को बेहतर व पारदर्शी व्यवस्था के लिए हास्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एचआइएमएस) तैयार किया है। इसके तहत रेल कर्मचारियों, सेवानिवृत्त कर्मचारियों व उनके परिवार का डिजिटल मेडिकल कार्ड तैयार किया जा रहा है। दवाई आदि की जानकारी भी आनलाइन मिलती है। रेलवे दूसरे चरण में एचआइएमएस को अपडेट करने जा रहा है। इसमें रेलवे कर्मचारियों व उसके परिवार वालों को इलाज कराने की बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। एचआइएमएस का अपडेट सिस्टम लागू होने के बाद रेलवे कर्मचारी को पर्ची बनवाने के लिए अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि कर्मचारी अपने मोबाइल से अस्पताल में पंजीयन कराएगा। पंजीयन होते ही कर्मचारी के पास सूचना पहुंच जाएगी कि कितने बजे और किसी चिकित्सक के पास इलाज कराने जाना है। चिकित्सक के पास दवा लिखने के लिए कागज नहीं होगी, बल्कि कंप्यूटर पर दवा व खून आदि की जांच लिखेगा, यह संबंधित विभाग के पास पहुंच जाएगा। काउंटर पर पहुंचते ही रेलवे कर्मचारी को दवा उपलब्ध हो जाएगी। इसी तरह से खून, एक्स-रे की जांच रिपोर्ट चिकित्सक के कंप्यूटर पर पहुंच जाएगी। यहां सारी जानकारी रेलवे कर्मचारी के सिस्टम पर भी उपलब्ध होगी। इससे कर्मचारी या चिकित्सक पुराने बीमारी का आदि की जानकारी आसानी से कर सकते हैं।
रेलवे बोर्ड के निदेशक स्वास्थ्य डाॅ. पी पंत ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। इसमें कहा है कि एचआइएमएस के अपडेट सिस्टम को संचालित करने के लिए रेलवे के चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण देने का काम रेलटेल को सौंपा गया है। 15 नवंबर तक सभी को प्रशिक्षण दिलाया जाना है। नई व्यवस्था के बाद रेलवे द्वारा नामित अस्पताल में रेलवे कर्मचारी आपात स्थिति में भर्ती होकर फ्री में इलाज करा सकते हैं। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि अपडेट एचआइएमएस को संचालित करने के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अपडेट सिस्टम लागू होने के बाद रेल कर्मचारियों को इलाज कराना आसान हो जाएगा।