Passing out Parade : इंडोर प्रशिक्षण के टाॅपर बने कुशीनगर के कमलेश कुमार
Passing out Parade डीजी प्रशिक्षण सुजानवीर सिंह ने उन्हें मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वे हाईस्कूल व इंटर मीडिएट की परीक्षा में टाॅपर रहे। उनके पिता महेश प्रसाद बिहार के छपरा में एक इंटर कालेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हैं।
मुरादाबाद। कुशीनगर के टेकुआ टायर गांव के मूलनिवासी कमलेश कुमार बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं। डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में डीएसपी प्रशिक्षण के इंडोर में कमलेश सर्वश्रेष्ठ कैडिट चुने गए।
डीजी प्रशिक्षण सुजानवीर सिंह ने उन्हें मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वे हाईस्कूल व इंटर मीडिएट की परीक्षा में टाॅपर रहे। उनके पिता महेश प्रसाद बिहार के छपरा में एक इंटर कालेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हैं। मां सुमित्रा देवी गृहणी हैं। छोटा भाई मिथिलेश कुमार पेशे से चिकित्सक है। जबकि, छोटी बहन शशि प्रभा यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं। वर्ष 2010 में कमलेश ने आइआइटी रुड़की से मैकेनिकल में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उनका चयन यूपी पीसीएल में बतौर इंजीनियर हुआ। वर्ष 2016 में उनका चयन यूपी पीपीएस में हुआ। कमलेश को पहली पोस्टिंग सम्भल में मिली है। कमलेश की पत्नी रूपल सिंह सम्भल में ही शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। कमलेश के डीएसपी बनने से उनकी पत्नी के अलावा दो वर्षीय बेटी सना फूले नहीं समा रहे। दंपती व बिटिया खुशी से गदगद हैं।
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