अब दौड़ते-दौड़ते ट्रेनों में चढना और उतरना सीख लीजिए, नहीं तो छूट जाएगी ट्रेन
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। ट्रेनों में सफर करते हैं तो दौड़ते दौड़ते ट्रेनों में चढऩे और उतर
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। ट्रेनों में सफर करते हैं तो दौड़ते दौड़ते ट्रेनों में चढऩे और उतरने की आदत डाल लें। वजह नए टाइम टेबल में देश के सभी प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों के सिर्फ दो मिनट ठहराव की व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा है। यह व्यवस्था अधिक से अधिक मालगाड़ी को चलाने का रास्ता मिलने के लिए की जाएगी।
रेलवे का टाइम टेबल एक जुलाई से लागू किया जाना है, जिसको लेकर बोर्ड स्तर पर तैयारी हो रही है। बोर्ड में इन दिनों देश के सभी रेल मंडलों के परिचालन विभाग की टीम टाइम टेबल तैयार करने में जुटी है। टीम पर अधिक से अधिक मालगाड़ी चलाने के लिए दबाव है कि सभी प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव का समय कम किया जाए। छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों का स्टापेज खत्म कर दिया जाए, जिससे अधिक से अधिक मालगाड़ी चलाने का रास्ता मिल सकेगा।
परिचालन विभाग की टीम ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। विरोध के बाद अधिकारियों का कहना है कि देश के वे स्टेशन जहा ट्रेनों के गार्ड व चालक बदले जाते हैं और पानी भरा जाता है, वहा पर ठहराव पाच मिनट और अन्य सभी बड़े व प्रमुख स्टेशनों पर दो मिनट करने की व्यवस्था करें। छोटे स्टेशन पर ट्रेनों का स्टापेज खत्म कर दें या एक मिनट का करें। मुरादाबाद रेल मंडल के बरेली, हापुड़, शाहजहापुर व हरदोई स्टेशनों पर रुकने वाली सभी ट्रेनों का ठहराव पाच मिनट से घटाकर दो मिनट किया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस और एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट घोषित कराने की योजना है। रेलवे अधिकारियों का तर्क है कि अधिक मालगाड़ी चलाकर पार्सल के घाटे को पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए अन्य अधिकारियों से विचार मागे गए हैं। ट्रेनों का स्टापेज दो मिनट का हो जाने पर बुजुर्ग व बच्चों को चढऩे व उतरने में दिक्कत होगी।
मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि टाइम टेबल तैयार करते समय ट्रेनों का स्टापेज दो मिनट करने पर चर्चा चल रही है। अभी इसे लागू नहीं किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।