Moradabad Weather: शहर में सबसे अधिक बारिश, कालागढ़ से फिर छूटा पानी; मौसम विभाग का ये है पूर्वानुमान
मुरादाबाद में दिन भर की छिटपुट बारिश और शाम को तेज हवाओं के साथ हुई वर्षा ने मौसम को नम बना दिया है। सबसे अधिक वर्षा मुरादाबाद शहर में दर्ज की गई है। वर्षा के कारण गन्ना और धान की फसलें प्रभावित हुई हैं जिससे किसान चिंतित हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश की संभावना जताई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जिले में दिनभर छिटपुट वर्षा और शाम को तेज हवा के साथ हुई बारिश ने मौसम को नम बनाए रखा। कृषि एवं सिंचाई विभाग के मुताबिक जिले में शनिवार को औसत वर्षा का आंकड़ा 4.97 मिमी दर्ज किया गया। हवा के साथ वर्षा से गन्ने और धान की फसल भी प्रभावित होने लगी है। इससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है।
तहसीलवार आंकड़ों में सबसे अधिक वर्षा मुरादाबाद शहर में हुई, यहां 9.57 मिमी बारिश दर्ज की गई। बिलारी तहसील में 7.83 मिमी, कांठ में 2.5 मिमी और ठाकुरद्वारा तहसील में बारिश दर्ज ही नहीं हुई। बादलों की मौजूदगी के कारण अभी भी वर्षा की संभावना बनी हुई है।
नदियों का जलस्तर फिलहाल नियंत्रण में, विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है
नदियों का जलस्तर फिलहाल नियंत्रण में है, हालांकि विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है।
- रामगंगा नदी (कटघर रेलवे पुल, मुरादाबाद): जलस्तर 189.12 मीटर दर्ज हुआ, जो चेतावनी स्तर 190.60 मीटर से नीचे है। स्थिति उतार पर है।
- गागन नदी का जलस्तर 190.75 मीटर दर्ज हुआ। चेतावनी स्तर 192.28 मीटर है और फिलहाल उतार की स्थिति है।
- रामगंगा नदी (कालागढ़): जलस्तर 359.850 मीटर दर्ज हुआ, जबकि चेतावनी स्तर 365.300 मीटर है। यहां से 9957 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से स्थिति चढ़ाव पर बताई जा रही है।
मौसम विभाग का ये है पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने चेताया है कि अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना बनी हुई है। ऐसे में सिंचाई विभाग और प्रशासन नदियों के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि नदी किनारे गतिविधियों से बचें और सतर्क रहें। जिला आपदा विशेषज्ञ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है।
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