मुरादाबाद ने नैनीताल को पछाड़ा: पीतल नगरी में पहाड़ों जैसी ठिठुरन, 9.8 डिग्री पहुंचा पारा!
मुरादाबाद में ठंड ने नैनीताल को भी पीछे छोड़ दिया है। शहर का न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो नैनीताल से भी कम है। घने कोहरे और सर ...और पढ़ें
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घने कोहरे के बीच से लाइट जलाकर निकलते वाहन
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। सर्द मौसम का लुत्फ उठाने के लिए नैनीताल, शिमला और कश्मीर जाने वालों के लिए जरूरी खबर है। जी हां, फिलहाल आपको इतनी दूर जाने की जरूरत नहीं है। अपना मुरादाबाद ही नैनीताल बना हुआ है। गुरुवार और शुक्रवार को भी यही स्थिति रहने वाली है। जी हां, बुधवार को मुरादाबाद नैनीताल से भी ठंडा दर्ज किया गया।
मुरादाबाद का अधिकतम तापमान जहां 18.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं नैनीताल का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मतलब मुरादाबाद का न्यूनतम तापमान मुरादाबाद से एक डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। इतना ही नहीं अधिकतम तापमान भी करीब तीन डिग्री कम रहा।
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मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार और शुक्रवार को भी मुरादाबाद और नैनीताल के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में करीब दो-दो डिग्री का अंतर रहेगा। बढ़ी ठंड से मंगलवार रात से छाया कोहरा बुधवार को भी छाया रहा। पूरे दिन धुंध भी रही। नतीजा यह हुआ कि सूर्यदेव के दर्शन भी नहीं हुए। सर्द हवाओं से ठिठुरन बढ़ गई और पारा गिर गया।
लोगों के हाथ-पैर सुन्न होने लगे और जनजीवन प्रभावित दिखा। लोग पूरी तरह गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। घरों और बाजारों में अलाव और रूम हीटर का लोग सहारा लेते दिखे। शाम चार बजे के बाद फिर से कोहरा छाने लगा, जिससे दृश्यता कम हो गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले दो से तीन दिन तक ऐसी ही स्थिति बने रहने की संभावना है।
बढ़ी ठंड से इंपीरियल तिराहा स्थित स्थायी रैन बसेरे और बस अड्डे पर नगर निगम की ओर से बनाए गए अस्थायी रैन बसेरे का भी राहगीर सहारा लेते नजर आए। आस-पास जल रहे अलावा को भी लोगों ने ठंड से राहत पाने के लिए सहारा बनाया। इधर, बढ़ती ठंड को लेकर प्रशासन ने भी एडवाइजरी जारी की है।
अपील करते हुए कहा कि शीतदंश के लक्षणों जैसे शरीर के अंगों का सुन्न पड़ना, हाथो-पैरों की उंगुलियों, कान, नाक आदि पर सफेद या पीले रंग के दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें। अपने आस-पास के अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जानकारी रखें। खासकर बुजुर्गो की एवं किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन पर संपर्क करें।
स्कूलों के समय में परिवर्तन, अब सुबह 10 से दोपहर तीन
जिले में अत्यधिक शीतलहर व कोहरे के कारण छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व स्वास्थ्य को देखते हुए डीएम ने नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूलों के समय में परिवर्तन किया है। अब नर्सरी से कक्षा आठ तक के सभी विद्यालयों का संचालन सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक किया जा सकेगा। अभी तक सुबह नौ बजे से स्कूल शुरू हो रहे थे। छुट्टी का समय दोपहर तीन बजे ही था। मसलन सर्दियों को देखते हुए सुबह का समय एक घंटे बढ़ाया गया है।
ट्रेनें प्रभावित, जयनगर-अमृतसर 10 घंटे लेट
घने कोहरे के कारण रेल संचालन भी प्रभावित है। बुधवार को प्रयागराज से आने वाली लिंक एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 3 घंटे 26 मिनट देरी से मुरादाबाद पहुंची। वहीं धनबाद से दिल्ली जाने वाली स्पेशल ट्रेन करीब 8 घंटे 49 मिनट लेट रही, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जयनगर से अमृतसर जाने वाली ट्रेन लगातार तीसरे दिन भी देरी का शिकार रहीं और यह ट्रेन 10 घंटे विलंब से मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पहुंची। बता दें कि रेलवे 1 दिसंबर से 80 ट्रेनें कोहरे के चलते रद्द कर चुका है जो 28 फरवरी तक रद्द रहेगी। रेल अधिकारियों के अनुसार, कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार नियंत्रित रखनी पड़ रही है, जिससे अगले कुछ दिनों तक भी ट्रेनों के लेट चलने की संभावना बनी हुई है।

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