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    मुरादाबाद की खास रामलीला, 250 फीट की ऊंचाई पर उड़ते दिखेंगे हनुमान, तीन अक्टूबर को होगा मंचन

    By Tarun ParasharEdited By: Samanvay Pandey
    Updated: Thu, 22 Sep 2022 09:34 AM (IST)

    Moradabad Special Ramlila श्री राम कथा मंचन समिति लाजपत नगर की पत्रकार वार्ता बुधवार को हुई। समिति के अध्यक्ष महेश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि वृंदावन ...और पढ़ें

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    Moradabad Special Ramlila : मुरादाबाद में रामलीला का मंचन करते कलाकार। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad Special Ramlila : श्री राम कथा मंचन समिति लाजपत नगर की पत्रकार वार्ता बुधवार को हुई। समिति के अध्यक्ष महेश चंद्र अग्रवाल, महामंत्री विनोद सक्सेना ने बताया कि वृंदावन के स्वामी श्री घनश्याम भारद्वाज जी के निर्देशन में श्री बृज लोक लीला संस्थान के कलाकारों द्वारा रामलीला मंचन किया जाएगा। रामलीला 23 सितंबर से छह अक्टूबर चलेगी।

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    इस वर्ष रामलीला के मुख्य आकर्षण 25 सितंबर को रामजन्म उत्सव, 27 सितंबर को धनुष यज्ञ सीता स्वयंवर लीला, 28 सितंबर को राम बरात शोभायात्रा, तीन अक्टूबर को हनुमान जी की ढाई सौ फुट से उड़ान। पांच अक्टूबर को रावण दहन महाराजा हरिश्चंद्र डिग्री कालेज के विशाल मैदान में और छह अक्टूबर को राजगद्दी शोभायात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी। मुकुल बंसल, श्याम कृष्ण रस्तोगी, राजेंद्र अग्रवाल, नरेंद्र सिंह, विवेक शर्मा, असीम अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

    पौराणिक मथुरा शैली में होगी प्राचीन दसवां घाट की रामलीला

    प्राचीन श्री रामलीला कमेटी पुराना दसवां घाट की बैठक जानकारी देते हुए अध्यक्ष यथार्थ किशोर ने बताया कि रामलीला की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार रामलीला का मंचन अयोध्या के अनिल कुमार उर्फ काजल के निर्देशन में पौराणिक मथुरा शैली में होगी।

    भगवान विष्णु के वचन से हुआ श्रीराम के जन्म का मार्ग प्रशस्त

    लाइनपार रामलीला में बुधवार को वाल्मिकी द्वारा रामायण की रचना के साथ ही रावण जन्म के प्रसंग का मंचन किया गया। मंचन शुरू होते ही दिखाया जाता है कि यज्ञ हो रहा है और ऋषि मुनि मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दे रहे होते हैं। तभी राक्षस आ आते हैं और यज्ञ भंग कर देते हैं। राक्षस ऋषि-मुनियों को प्रताड़ित करते हैं।

    उनके कष्टों से दुखी होकर ऋषि मुनि जब भगवान विष्णु की शरण में गए तो उन्होंने आश्वस्त किया कि वह दुष्टों का नाश अवश्य करेंगे। इससे श्रीराम के अवतार का मार्ग प्रशस्त होता है। इसके बाद रावण जन्म का प्रसंग को दर्शाया गया। मंचन में दिखाया गया कि ब्रह्मा जी के कहने पर और नारद जी के बताने पर वाल्मीकि भगवान ने रामायण लिखते हैं। राम सिंह कुंती कला संगम के निर्देशक राहुल कुमार के निर्देशन में कलाकारों ने मंचन किया।

    मंचन शुरू होने से पूर्व श्री रामलीला मैनेजिंग कमेटी के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया और गणेश वंदना के साथ श्रीराम स्तुति हुई। इस दौरान समिति के मंत्री राजीव बंसल, अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार अग्रवाल, रॉबिन अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, संदीप बंसल, रोहित बंसल, मयंक बंसल, नरेश अग्रवाल, अंशुल अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

    महामंत्री आदित्य वीर शास्त्री ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम, विद्युत विभाग से अपील की है पथ प्रकाश व्यवस्था सुरक्षा व्यवस्था सफाई व्यवस्था एवं रामलीला के रास्ते की सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए। संरक्षक छत्रपाल सैनी, इंद्रजीत शर्मा, अनिल प्रजापति, रवि सैनी, अमित गुप्ता, हनी शर्मा, पाशु श्रीमाली, नरेंद्र सुमन, धर्मेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।