देह व्यापार का ‘दलदल’ बनी ये कॉलोनी, एक दो नहीं… बल्कि कई घरों में होता है धंधा, बंद दरवाजे में कैद रहती हैं लड़कियां
मुरादाबाद के कांशीराम नगर में देह व्यापार का धंधा कई घरों में चल रहा है जहाँ लड़कियों को बंधक बनाकर उनसे देह व्यापार कराया जाता है और बाद में उन्हें बेच दिया जाता है। पुलिस ने एक किशोरी को बरामद किया है लेकिन कई आरोपी भाग गए हैं। बिहार बस्ती और अमरोहा की तीन लड़कियों ने भागकर पुलिस को जानकारी दी है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। कांशीराम नगर के कई घरों में देह व्यापार चल रहा है। लड़कियों को लाकर उनसे पहले वर्षों तक देह व्यापार कराया जाता है और उसके बाद उन्हें बेच दिया जाता है।
आरोपितों के चंगुल से निकलकर आई बिहार की किशोरी की मानें तो पिंकी के घर में ही दो किशोरी और कुछ महिलाएं बंधक हैं।
हालांकि, पुलिस ने एक किशोरी को बरामद कर लिया है, लेकिन मामला खुलने के बाद कई आरोपित चौकन्ने हो गए हैं और उन्होंने लड़कियों व महिलाओं को अलग कर स्वयं भी भाग गए।
चारों आरोपित जगह-जगह रेलवे स्टेशनों पर पहुंचकर लड़कियों को मुरादाबाद लाते हैं। इनकी नजर नाबालिगों पर रहती है। कुछ दिनों तक देह व्यापार कराने के बाद ऐसे अविवाहित युवकों को तलाशते हैं, जिनकी शादी नहीं हो पा रही है। उसके बाद रुपये लेकर शादी कराने के नाम पर लड़कियों को बेच देते हैं।
अमरोहा के जोया निवासी लड़की को भी बेचने की तैयारी थी। इसी के चलते तीनों ने हिम्मत दिखाई और वहां से भाग निकली। अब तक यह गिरोह कई लड़कियों को बेच चुका है।
ऐसे में पुलिस अब उनकी तलाश में भी लगी है, जिन्होंने यहां से शादी करने के नाम पर लड़कियों की बोली लगाई है। पुलिस के हत्थे लगे महिला समेत दोनों आरोपितों से पुलिस पूछताछ के माध्यम से उन तक पहुंचने के प्रयास में लगी है।
यह है मामला
बिहार के जिला मधुबनी क्षेत्र के थाना फूलपरास के एक गांव की रहने वाली किशोरी तीन माह पहले घर से नाराज होकर निकल आई। इसी तरह यूपी के बस्ती जिले की युवती भी दो माह पहले नाराज होकर घर से निकली और मुरादाबाद पहुंच गई। अमरोहा के जोया निवासी किशोरी एक साल से मुरादाबाद में ही है।
तीनों ने सीडब्ल्यूसी को दिये बयानों में बताया कि तीनों को अलग-अलग दिन मुरादाबाद के कांशीराम नगर में लाया गया। सोमवार रात किसी तरह वहां से निकल पाई और ट्रेन में सवार होकर सहारनपुर पहुंचीं थीं।
सहारनपुर से मंगलवार जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस ट्रेन में जाते समय टीटीई जितेंद्र सिंह के टिकट चेक करने पर देह व्यापार में फंसे होने की बात सामने आई थी। ट्रेन मुरादाबाद पहुंची तो जीआरपी को बुला लिया।
बिहार निवासी किशोरी ने बताया कि वह तीन माह पहले दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। वहां सचिन नाम का युवक काम दिलाने के बहाने मुरादाबाद ले आया और अपने कमरे में रखकर दुष्कर्म किया।
इसके बाद कांशीराम नगर में पिंकी नाम की महिला के घर लाया। यहां पर सचिन के अलावा विजय ठाकुर और अवनीश ने दुष्कर्म किया, जबकि यूपी के बस्ती निवासी युवती को विजय ठाकुर ने अपने घर में बंधक बना रखा था।
जोया निवासी युवती को पिछले एक साल से बंधक बनाकर देह व्यापार करा रहे थे। बिहार निवासी किशोरी ने बताया कि मुझे पिंकी के घर में बंधक बनाकर रखा और वहां दो किशोरी के अलावा कुछ महिलाओं को भी बंधक बना रखा है।
कमरे से बाहर निकलने पर रहती थी पाबंदी
तीनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि दिन में घर का काम कराया जाता था। घर का काम कराते समय हमेशा मुख्य दरवाजा बंद रहता था। हर समय कोई न कोई व्यक्ति घर में मौजूद रहता था। अगर लड़कियां इनकी बात मानने से इनकार करती थी तो आरोपित तेज आवाज में गाने बजाकर लड़कियों की पिटाई करते थे।
अमरोहा की लड़की एक साल से थी बंधक
अमरोहा की लड़की को एक साल से आरोपितों ने बंधक बना रखा था। लड़की के पिता ने बताया कि एक साल पहले वह नाराज होकर बुलंदशहर पहुंच गई थी। उसे वहां की पुलिस ने पकड़ लिया था।
घर लेकर आया और कुछ दिन बाद फिर से नाराज होकर निकल गई। एक साल से लगातार उसकी तलाश कर रहा था, लेकिन कुछ पता नहीं चल रहा था। अब यहां से फोन पहुंचने के बाद जानकारी हुई तो अब बेटी को लेने के लिए आया हूं।
बस्ती की लड़की का भाई पहुंचा मुरादाबाद
दो माह पहले घर से नाराज होकर निकली बस्ती की लड़की का भाई जानकारी के बाद मुरादाबाद पहुंच गया। जब यह लड़की घर से निकली थी तो स्वजन ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तभी से पुलिस और स्वजन इसकी तलाश में लगे थे। लकड़ी के भाई ने बताया कि बुधवार को फोन आने के बाद जानकारी हुई थी।
बिहार की लड़की के स्वजन को दी जानकारी
तीन माह पहले घर से निकली बिहार की लड़की ने हिम्मत करके ही आरोपितों की काली करतूत का राजफाश किया है। बस्ती की लड़की रात में जब कमरे से निकली तो बिहार की लड़की के पास पहुंच गई। इसके बाद दोनों ने भागने की योजना बनाई।
अमरोहा निवासी ने भी साथ चलने की बात कही तो तीनों निकल गई। पुलिस ने बिहार निवासी लकड़ी के स्वजन को फोन करके मामले की जानकारी दे दी है, लेकिन वह गुरुवार की शाम तक मुरादाबाद नहीं पहुंच पाए थे।

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