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    Deh Vyapar Racket: 'दूधवाला' कोडवर्ड में छिपा था देह व्यापार का रैकेट, डायरी के 200 नंबर से खुले राज

    मुरादाबाद में एक देह व्यापार गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो गोशाला की आड़ में चल रहा था। गिरोह दूध वाला कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था जिससे ग्राहकों की पहचान होती थी। पिंकी नाम की महिला राजदार थी और डायरी में 200 ग्राहकों के नंबर मिले हैं। पुलिस सचिन और पिंकी की तलाश कर रही है जबकि एक गुर्गा विजय ठाकुर प्रॉपर्टी डीलर निकला।

    By sachin choudhary Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 24 Aug 2025 10:39 AM (IST)
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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    सचिन चौधरी, जागरण, मुरादाबाद। देह व्यापार गिरोह ने पुलिस और आम लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए हर कदम पर पैंतरे अपनाए। पहले गोशाला की आड़ में गिरोह शुरू किया। फिर 'दूध वाला' नाम के कोडवर्ड इस्तेमाल किया। यह इसलिए क्योंकि सामने गोशाला थी। गोशाला में दूध ही मिलता। ऐसे में इसी दूध काे हथियार बना गिरोह ग्राहकों को कोडवर्ड देता।

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    कोई भी ग्राहक जब वहां पहुंचता तो दूध वाला बोलता। जिससे गिरोह के के गुर्गे समझ जाते कि ग्राहक आया है और उसे एंट्री मिल जाती। बगैर दूध वाला कोडवर्ड के इस्तेमाल पर एंट्री बैन थी जिससे किसी भी दशा में गिरोह की कहानी उजागर ना हो जाए।

    गनीमत तो यह रही कि ट्रेन में टीटीई से तीनों लड़कियों ने कहानी बयां कर दी, नहीं तो लंबे समय से चल रहा यह गिरोह ना जाने कितनी लड़कियों को इस दलदल में धकेलता। यह गिरोह लंबे समय से शहर में सक्रिय था। पिंकी नाम की महिला राजदार थी।

    डायरी में मिले 200 फोन नंबरों से खुली ग्राहकों की कहानी

    सरगना सचिन व पिंकी ही हर राज जानते थे। मुखबिरी ना हो जाए, इसलिए कई बार गुर्गो को चेक किया जाता था। भरोसेमंद के जरिये ही डीलिंग की जाती। अंदाजा लगा सकते हैं कि पिंकी बाकायदा आने वाले महत्वपूर्ण ग्राहकों के नंबर की डायरी तैयारी करती थी, जो पुलिस के हाथ लगी है। जिसमें पुलिस को 200 मोबाइल नंबर दर्ज मिले हैं। डायरी में मिले फोन नंबरों की शुरुआती जांच में आया है कि कुछ सफेदशपोश और रईस लोग ग्राहक बने थे।

    सफेदपोश और कई रईस भी थे ग्राहक, कोड सभी का समान

    गिरोह आन डिमांड उन्हें लड़कियां मुहैया कराता था। फोन नंबरों से जरिये पुलिस जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी। कई और चौकाने वाले राज सामने आ सकते हैं। फिलहाल पुलिस पिंकी और सचिन की तलाश में जुटी है क्योंकि दोनों के पकड़े जाने के बाद ही गिरोह का घिनौना सच सामने आएगा। अब तक सामने तथ्यों के बाद पुलिस ने दोनों की तलाश तेज कर दी है।

    गुर्गा विजय ठाकुर निकला प्रापर्टी डीलर, पत्नी हो चुकी है मृत्यु

    पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया देह व्यापार गिरोह का सदस्य विजय ठाकुर का बेटा जानकारी के बाद शनिवार को जिला अस्पताल पहुंच गया। विजय की पत्नी की 12 साल पहले बीमारी के चलते मृत्यु हो गई है। घर में विजय का 17 वर्षीय बेटा और मां है जो गांव में रहती है। आरोपित पिछले 20 साल से मुरादाबाद में रह रहा था। इसने पहले फर्म में आकर नौकरी की तो बाद में प्रापर्टी डीलर बन गया। इसी बीच इसकी मुलाकात पिंकी से हुई तो देह व्यापार गिरोह में जुड़ गया। राज खुलने पर वह पुलिस के साथ बेटे से भी मांगता दिखा।

    इधर, अमरोहा के केशोपुर निवासी अवनीश यादव की पत्नी और बेटा बेटी गांव में रहते हैं। जबकि खुद गोशाला में रहता था। अवनीश यादव का परिवार कभी मुरादाबाद नहीं आया है। मुठभेड़ में गिरफ्तार होने की जानकारी के बाद भी वह मुरादाबाद जिला अस्पताल नहीं पहुंचा।