Moradabad Paddy Purchase Scam : दो करोड़ 25 लाख रुपये की हेराफेरी में कई बार बदला पासवर्ड, विशेष सचिव ने भी की जांच
विशेष सचिव खाद्य एवं सिविल आपूर्ति ओमप्रकाश वर्मा के जांच के लिए मुरादाबाद आने के बाद से ही स्थानीय अफसरों में भी खलबली मची हुई है। सब खुद को बचाने में लगे हुए हैं। लखनऊ से आते ही विशेष सचिव ने सबसे पहले आरएफसी दफ्तर पहुंचकर रजिस्टर देखे।
मुरादाबाद, जेएनएन। ऑनलाइन धान खरीद के दौरान सवा दो करोड़ रुपये के घोटाले की गूंज लखनऊ तक पहुंच चुकी है। विवेचक ने जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी संजीव कुमार राय समेत जांच कमेटी के कई अधिकारियों के थाना मूंढापांडे बुलाकर बयान लिए। खुफिया एजेंसियां भी मास्टर माइंड का पता लगाने में जुटी हैं। जांच के दौरान सबसे अहम यह बताया जा रहा है कि किस कंप्यूटर के आइपी एड्रेस से धान की प्राप्ति हुई, हेराफेरी के दौरान किसके आदेश पर कई बार खरीद केंद्र के कंप्यूटर का पासवर्ड बदला गया।
विशेष सचिव खाद्य एवं सिविल आपूर्ति ओमप्रकाश वर्मा के जांच के लिए मुरादाबाद आने के बाद से ही स्थानीय अफसरों में भी खलबली मची हुई है। सब खुद को बचाने में लगे हुए हैं। लखनऊ से आते ही विशेष सचिव ने सबसे पहले आरएफसी दफ्तर पहुंचकर रजिस्टर देखे। इस दाैरान पता लगा कि स्थानीय अधिकारियों ने धान खरीद में गड़बड़ी से संबंधित कई पत्र लिखे। उनकी कॉपी विशेष सचिव को भी की गई थी। लेकिन, पत्र भेजे ही नहीं गए। विशेष सचिव का जांच के लिए दो दिन रुकने का कार्यक्रम था। लेकिन, सम्भागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) ने पहले ही पूरे मामले की जांच करा ली थी। मामले में प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने वाले 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। लेकिन, अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। विशेष सचिव ने बताया कि धान खरीद की समीक्षा के दौरान ही उनके संज्ञान में यह मामला आया था। धान खरीद से लेकर उतार तक सबकुछ ऑनलाइन हो रहा था। ऐसे में सवा करोड़ के धान की हेराफेरी कैसे हाे गई। इसे लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। आइडी हैक होने का बहाना भी किया जा रहा है। लेकिन, सबसे अहम बात यह है कि किस आइपी एड्रेस से धान की खरीद हुई है। किस आइपी एड्रेस से धान को राइस मिलर के पास भेजा गया है। पासवर्ड किस अधिकारी के आदेश पर बार-बार बदला गया है। इन सभी सवालों के बीच डिलारी थाने बुलाकर जांच कमेटी के सदस्य ठाकुरद्वारा के धान खरीद नोडल अधिकारी प्रशांत सिंह, आरएमओ दिनेश तिवारी और जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी संजीव राय के बयान दर्ज किए गए हैं। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। हमने बयान दर्ज करा दिए हैं। आगे भी पुलिस इसकी जांच करेगी।
यह है मामला
मुरादाबाद में राज्य खाद्य निगम के डिलारी क्रय केंद्र के रिकार्ड के मुताबिक 2445.24 टन धान खरीद हुई। धान को तीन राइस मिलों में भेजा जाना दिखाई गया है। लेकिन, इस धान के बदले में बिहार में पैदा होने वाला चावल पहुंचा। मामले की शिकायत होने पर भी स्थानीय अधिकारी चुप्पी साधे रहे। विशेष सचिव के द्वारा समीक्षा बैठक करने के दौरान यह मामला उनके संज्ञान में आया। लेकिन, जिले में यह मामला पिछले दो महीने से चल रहा था।
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