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    Moradabad News : नर्स को बंधक बनाकर दरिंदगी करने वाले डॉक्टर समेत तीन को जेल, हाॅस्पिटल सील

    Updated: Tue, 20 Aug 2024 12:45 AM (IST)

    एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने बताया कि पीड़िता करीब दस माह से हास्पिटल में काम कर रही थी। मुख्य आरोपित डा. शहनवाज खान के अलावा सहायक नर्स मेहनाज निवासी ग्राम मानपुर दत्तराम एवं जुनैद निवासी बोवदवाला थाना ठाकुरद्वारा को गिरफ्तार करके जेल भिजवा दिया है। पीड़िता का मेडिकल करा दिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

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    अस्पताल को सील करने की कार्रवाई करते टीम।

    संवाद सूूत्र, ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) काशीपुर हाईवे पर ठाकुरद्वारा में धोबियान मस्जिद के पास स्थित एबीएम हास्पिटल के ऊपर अपने आवास के कमरे में बंधक बनाकर दूसरे समुदाय की नर्स से दरिंदगी करने वाले डा. शाहनवाज खान समेत तीन आरोपितों को पुलिस ने जेल भिजवा दिया।

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    डाक्टर के स्वजन साक्ष्यों से छेड़छाड़ करके विवेचना को प्रभावित नहीं कर सकें। इसके चलते पुलिस और प्रशासन की टीम ने हास्पिटल को सील करा दिया। कार्रवाई से पहले हास्पीटल में भर्ती मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करा दिया गया। पुलिस ने पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया है। रक्षाबंधन पर्व के चलते पीड़िता के बयान दर्ज नहीं हो सके। मंगलवार को पुलिस पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराएगी।

    घर के कमरे में बुलाकर किया दुष्कर्म

    डिलारी थाने के राजपुर केसरिया गांव निवासी डा. शाहनवाज खान का ठाकुरद्वारा नगर में काशीपुर हाईवे पर धोबियान मस्जिद के निकट एबीएम हास्पिटल है। शाहनवाज की पत्नी भी डाक्टर हैं। दोनों ने बीयूएमएस कर रखा है। हास्पीटल में डिलारी क्षेत्र की नर्स नौकरी करती थी। आरोप है कि 17 अगस्त की रात डा. शाहनवाज खान ने रात की ड्यूटी कर रही नर्स को दूसरी मंजिल पर बने अपने आवास के कमरे में बुलाया।

    नर्स ऊपर जाने की बात सुनकर डर रही थी। आरोप है कि सहायक नर्स मेहनाज और वार्ड ब्वाय जुनैद उसे जबरन घसीटते हुए कमरे तक ले गए और अंदर धकेल कर दरवाजा बंद कर दिया था। डाक्टर ने नर्स को रातभर कमरे में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर चिकित्सक ने जान से मारने धमकी दी और जाति सूचक शब्द कहकर अपमानित किया। 18 अगस्त की सुबह ड्यूटी बदलने पर मुख्य नर्स आई तो पीड़िता को बंधक मुक्त कर घर भेजा। घर पर जाकर नर्स ने स्वजन को आपबीती सुनाई। इस पर पिता ने कोतवाली में तहरीर दी।

    पुलिस ने रविवार की शाम डा. शाहनवाज खान, नर्स मेहनाज और वार्ड ब्वाय जुनैद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके तीनों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को पुलिस सुरक्षा में आरोपितों का चिकित्सीय परीक्षण कराकर न्यायालय में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। एसडीएम मनी आराेड़ा और पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार ने सरकारी चिकित्सालय की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर हास्पीटल को सील करा दिया। इससे पहले हास्पीटल में भर्ती नौ मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करा दिया गया।

    पत्नी और बच्चे गए हुए थे घर

    फारेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। सीओ ने बताया कि छह वर्ष पहले डाक्टर शाहनवाज ने हास्पिटल खोला था। अस्पताल की दूसरी मंजिल पर आरोपित ने आवास बना रखा है। घटना की रात को उसकी पत्नी एवं बच्चे घर पर नहीं थे। इसी का लाभ उठाकर उसने नर्स को ऊपर बुलाकर दुष्कर्म किया।

    पिता बोले- बेटी को इंसाफ चाहिए दुष्कर्म पीड़ित नर्स के पिता ने बताया कि अठारह अगस्त की सुबह बेटी ने घर आकर बताया तो परिवार के सभी सदस्य सदमे में आ गए। बेटी ने बताया कि डाक्टर ने पुलिस कार्रवाई करने पर धमकी दी है। हिम्मत कर पुलिस थाने गए।

    जहां पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर न सिर्फ प्राथमिकी दर्ज की, बल्कि आरोपितों को तत्काल गिरफ्तार भी किया है। उनकी बेटी का चिकित्सीय परीक्षण कराकर रविवार को ही रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। सोमवार को रक्षाबंधन पर्व की वजह से बयान दर्ज नहीं हो सके हैं। अभी तक की पुलिस कार्रवाई से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं। बेटी को इंसाफ नहीं मिला तो आला अधिकारियों के पास भी जाएंगे।

    बंधक बनाकर आरोपित ने रात भर की मनमानी

    पीड़िता ने बताया कि डा. शाहनवाज खान अक्सर उसे गलत नजर से देखते थे। वह उनकी पत्नी के पास अधिक रहती थी। लेकिन, बार-बार उसे अपने केबिन में बुला लिया करते थे। कई बार अश्लील बातें भी कीं लेकिन, वह काम सीखने आई थी। सोचा था कुछ दिन रहने के बाद चले जाना है।आरोपित की नियत खराब थी। इसलिए मना करने के बाद भी उसने रात को उसे बुलाना शुरू कर दिया। कहने लगा कि रात में ही हमको नर्स की अधिक जरूरत रहती है। रात को नहीं आना है तो मन आना। इसके चलते मजबूरी में आना पड़ा।

    जबरन कमरे में ले गए थे आरोपी

    कई बार रात को पत्नी के सो जाने पर नीचे आ जाता था। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन रात को पत्नी घर पर नहीं थी। आरोपित ने इसी का फायदा उठाया। 17 अगस्त को रात 12 बजे उससे सहायक नर्स मेहनाज ने कहा कि तुमको डा. साहब ऊपर बुला रहे हैं। वह जाने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी।

    मेहनाज और वार्ड ब्याय जुनैद उसे जबरन डाक्टर के पास कमरे तक ले गए। वहां आरोपितों ने उसके साथ धोखा कर दिया। दोनों ने कमरे में धक्का देकर बाहर से कुंडी लगा दी। वह काफी देर तक दरवाजा खटखटाती रही लेकिन, किसी ने एक नहीं सुनी। इसके बाद डाक्टर ने अंदर से कमरा बंद लिया।आरोपित ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। वह विरोध करती रही। लेकिन, दरिंदे ने एक नहीं सुनी।

    रात भर की दरिंदगी

    वह रात भर मनमानी करता रहा। धमकी दी कि किसी के सामने भी मुंह खोला तो पूरे परिवार को जान से मरवा देगा। दूसरे नर्स के आने पर वह कमरे से निकल सकी। अगले दिन सुबह घर जाने का मन नहीं था। सोच रही थी कि अपना जीवन समाप्त कर लूं। इसके बाद मन नहीं माना। आरोपितों को सजा दिलाने के लिए जिंदा हूं। डाक्टर ने मेरा जीवन बर्बाद किया है। इसको फांसी की सजा दिलाकर रहूंगी।

    सप्ताहभर पूर्व डाक्टर ने मरीज से की थी छेड़खानी

    ठाकुरद्वारा नगर के तिकोनिया बस स्टैंड पर ई-होम्यो चिकित्सालय संचालक डा. विजेंद्र सिंह ने उपचार कराने पहुंची महिला के साथ अश्लील हरकतें कर दुष्कर्म का प्रयास किया था।

    पुलिस ने आरोपित चिकित्सक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पीड़ित महिला का आरोप है कि पुलिस आरोपित चिकित्सक को गिरफ्तार नहीं कर रही है। चिकित्सक लगातार समझौता कर मुकदमा वापसी का दबाव बना रहा है। आरोपित चिकित्सक की गिरफ्तारी को महिला ने मुख्यमंत्री को प्रार्थनापत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।

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