मुरादाबाद में जम्मूतवी एक्सप्रेस से मिली लड़कियों के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला कि देह व्यापार गिरोह ने दो महीने में दो लड़कियों को बेच दिया। सीडब्ल्यूसी ने एक और बालिका को बचाया है। आरोपित पिंकी गोशाला से देह व्यापार करवा रही थी जहाँ से फारेंसिक टीम ने सबूत जुटाए।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस ट्रेन से मिली तीनों लड़कियों के राजफाश के बाद से हर रोज चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। दो दिन से चल रही सिलसिलेवार जांच में पता चला कि गिरोह ने दो माह के अंदर दो लड़कियों में से एक को संभल के रजपुरा क्षेत्र के युवक को बेच दिया। जबकि पुलिस दूसरी का पता लगाने में जुटी है। बेची गईं लड़कियों की शादी भी अविवाहित युवकों के साथ करा दी गई।
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टीम को कांशीरामनगर से एक और बालिका मिली
अब बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की टीम को कांशीरामनगर से एक और बालिका मिली है। आशंका जताई जा रही है कि वह भी देह व्यापार गिरोह के चंगुल में फंसी थी। कार्रवाई के डर से गिरोह के सदस्य उसे छोड़कर भाग गए। अब मामले में एक और प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी है। बालिका सहमी हुई है। ऐसे में उसकी काउंसिलिंग की जा रही है।
वहीं, शुक्रवार को आरोपित पिंकी की कांशीरामगर स्थित गोशाला में फारेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। पता चला कि यहां देह व्यापार इसलिए फल-फूल रहा था, क्योंकि गोशाला की वजह से किसी ने शक नहीं किया। पुलिस की हिरासत में गिरोह की महिला समेत दो आरोपित हैं। अभी गिरोह के पास कई और लड़कियां बंधक बनी होने की आशंका है।
बिहार के जिला मधुबनी स्थित फूल प्रयाग क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली किशोरी तीन माह पहले घर से नाराज होकर निकल आई थी। इसी तरह यूपी के बस्ती जिला निवासी युवती भी दो माह पहले नाराज होकर मुरादाबाद पहुंच गई थी। वहीं जिला अमरोहा के जोया निवासी किशोरी एक साल से मुरादाबाद में ही है। तीनों ने बाल कल्याण समिति को दिए बयानों में बताया कि उन्हें अगले दिन मुरादाबाद के कांशीराम नगर लाया गया था।
ट्रेन में सवार होकर सहारनपुर पहुंची
बाद में सोमवार रात किसी तरह वहां से निकल पाई और ट्रेन में सवार होकर सहारनपुर पहुंच गई। वहां से मंगलवार सुबह जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हो गईं। ट्रेन में टीटीई जितेंद्र सिंह ने टिकट चेक किए, तो तीनों पर टिकट नहीं मिले थे। इसके बाद टीटीई ने तीनों से जानकारी ली, तो देह व्यापार की बात बताई। बाद में तीनों लड़कियों को जीआरपी पुलिस को सौंप दिया गया था।
इसके बाद उन्हें सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया था। तीनों ने बताया था कि कांशीरामनगर निवासी आरोपित पिंकी, सचिन, विजय ठाकुर और अवनीश ने दुष्कर्म कर देह व्यापार कराया। वहां कुछ और लड़कियां हैं। तीनों ने यह भी बताया था कि वहां से लड़कियों को बेचा जाता है। मामला उजागर होने के बाद गुरुवार सुबह पुलिस सक्रिय हो गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की पांच टीमें आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगा दी थीं। गुरुवार को ही पुलिस ने एक महिला समेत दो आरोपितों को हिरासत में लेकर एक लड़की को भी बंधनमुक्त करा दिया था। तभी से टीमें आरोपितों की तलाश में लगी हैं।
गोशाला से ही देह व्यापार करा रही थी आरोपित पिंकी
आरोपित पिंकी गोशाला से ही देह व्यापार करा रही थी। ऐसे में दूसरे दिन शुक्रवार सुबह फारेंसिक टीम कांशीरामनग स्थित गोशाला पहुंची और उस समय वहां कोई व्यक्ति नहीं मिला। टीम ने वहां से साक्ष्य जुटाए। वहीं, पुलिस को जांच में पता चला कि दो माह के अंदर गिरोह ने दो लड़कियों को अविवाहित युवकों को बेचकर उनसे शादी करा दी। एक लड़की संभल जिले के रजपुरा क्षेत्र में बेची गई है।
जबकि दूसरी का पुलिस पता लगाने के प्रयास में जुटी है। उधर, सीडब्ल्यूसी टीम ने रेस्क्यू कर एक और बालिका को बंधनमुक्त कराया है। इसकी आयु करीब नौ साल है। बालिका से घर का काम कराया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इससे भी गिरोह के तार जुड़े हैं।
जल्द ही सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष अमित कौशल इस बालिका के मामले में भी पुलिस को शिकायती पत्र देकर प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। वर्जन दो लड़कियों के बेचने की जानकारी मिली है। जांच कराई जा रही है। आरोपितों की तलाश में पुलिस कई टीमें लगी हुई हैं। जल्दी ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। - कुमार रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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