सावधान! मुरादाबाद के कांठ रोड पर 'सड़क' ढूंढना मना है, यहां मिलते हैं सिर्फ हादसे
मुरादाबाद के कांठ रोड पर अधूरा सड़क निर्माण लोगों के लिए खतरा बन गया है। रसूलपुर और शेरुआ धर्मपुर गांवों के पास सड़क कई जगह से अधूरी है, जिससे गड्ढे औ ...और पढ़ें

मुरादाबाद में कांठ रोड पर गड्ढे
जागरण टीम, मुरादाबाद। कांठ रोड पर अधूरी सड़क में लोगों की जिंदगी फंस गई है। इस रोड पर रसूलपुर और शेरुआ धर्मपुर गांवों से गुजरने वाला मार्ग सिस्टम की लापरवाही का सीधा उदाहरण बन गया है। सड़क निर्माण कार्य ठेकेदार कई हिस्सों में अधूरा छोड़ गया है, कई जगह गड्ढे और उखड़ी सतह राहगीरों और वाहन चालकों की जान के लिए खतरा बन गई है। कोहरे के समय स्थिति और गंभीर हो जाती है।
पीलीकोठी से कांठ तक करीब 31 किलोमीटर मार्ग का जायजा लेने पर कई स्थानों पर सड़क अधूरी मिली, कुछ हिस्सों में पानी भरा हुआ है। शेरुआ धर्मपुर गांव से निकलने वाले पानी और गंदे पानी की निकासी भी नहीं हो पा रही। स्थानीय लोग प्रशासन और ठेकेदार से जल्द निर्माण पूरा कराने और सुरक्षा इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं। कारण साफ है कि हर रोज इस सड़क पर हादसे का डर बना रहता है।
जागरण की टीम कांठ रोड पर पहुंची और सड़क की खस्ताहाल स्थिति का लाइव जायजा लिया। रसूलपुर गांव के पास सड़क निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा अधूरा छोड़ दिए जाने से हजारों राहगीरों और वाहन चालकों की जान खतरे में है। खुदाई के गड्ढे, उखड़ी सतह और बिना किसी चेतावनी संकेत के खुली सड़क हादसों को आमंत्रित कर रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दिन में तो वाहन किसी तरह गुजर जाते हैं, लेकिन रात के समय और कोहरे में दोपहिया वाहन चालक फिसलकर गिर सकते हैं। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन जिम्मेदार विभाग और ठेकेदार अब तक निष्क्रिय हैं। जागरण टीम ने पीलीकोठी से लेकर कांठ तक करीब 31 किलोमीटर मार्ग का निरीक्षण किया।
इसके दौरान कई स्थानों पर सड़क अधूरी मिली। पीलीकोठी से हरथला तक ठेकेदार ने कई हिस्सों में अधूरी सड़क छोड़ दी है। अगवानपुर के पास हाल ही में सड़क बनी है, लेकिन एक स्थान पर अभी भी पानी भरा हुआ है। कांठ में अंदर पेट्रोल पंप से लाल मस्जिद तक सड़क चौड़ीकरण का काम अब तक अधूरा है। रसूलपुर गुर्जर के पास वन विभाग की रोक के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ है।
इससे यातायात बाधित है और हादसों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। शेरुआ धर्मपुर गांव से निकलने वाला बरसाती और गंदा पानी हाईवे पर जमा हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनते ही टूट जाती है। सुबह और शाम के समय यातायात बढ़ने के कारण हादसों का खतरा सबसे अधिक होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी जान खतरे में है। इसके बाद भी सिस्टम सोया हुआ है।
अगर निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ और सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए तो आने वाले समय में और हादसे निश्चित हैं। सिस्टम की यह लापरवाही हजारों लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता कमला शंकर ने बताया कि काठ रोड की अधूरी सड़क को जल्द पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा जहां जलभराव की स्थिति बनी हुई है, उसे भी दिखवाएंगे।

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