Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुरादाबाद में हाईवे पर इन छह ब्लैक स्पाट पर फ्लाइओवर बनाने के लि‍ए मंडलायुक्‍त ने मांगा प्रस्ताव

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 12:48 PM (IST)

    मुरादाबाद में हाईवे पर स्थित छह ब्लैक स्पॉट पर फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई जा रही है। मंडलायुक्त ने इन दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में फ्लाईओवर निर्माण के लिए विस्तृत प्रस्ताव मांगा है। इस पहल का उद्देश्य हाईवे पर यातायात को सुरक्षित और सुगम बनाना है, जिससे दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मंडल में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और प्रवर्तन की सुस्ती पर मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने सख्त रुख अपनाया है। मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में आयोजित मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कहा कि अब सड़क पर लापरवाही नहीं चलेगी। बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के वाहन चलाने वालों के विरुद्ध चालान की कार्रवाई तेज की जाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मंडल के सभी जिलों में ब्लैक स्पाट्स की पहचान कर अल्पकालिक और दीर्घकालिक सुधार कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हाईवे पर दुर्घटनाएं कम करने के लिए दलपतपुर टोल प्लाजा, छपरा मोड़, चंदौसी कट, मनकरा मोड़, सिहोराबाजे, भदासना कट जैसे ब्लैक स्पाट्स पर जल्द फ्लाईओवर निर्माण के प्रस्ताव एनएचएआइ को भेजने का निर्देश दिया।

    मंडलायुक्त ने कहा कि सड़क सुरक्षा पर केवल बैठकें कर औपचारिकता पूरी नहीं की जा सकतीं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को मानक के अनुसार जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें नियमित कराने के निर्देश दिए। प्रत्येक माह कम-से-कम एक बार सड़क सुरक्षा की समीक्षा होनी चाहिए।

    बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों पर चर्चा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि सड़क किनारे अंधेरे और चेतावनी संकेतों की कमी दुर्घटनाओं को बढ़ा रही है। रोड मार्किंग, स्पीड टेबल पर पीली-सफेद लाइनों की पेंटिंग, रिफ्लेक्टर और ब्लिंकर की स्थापना करने के निर्देश दिए।

    साथ ही उन्होंने एनएचएआइ और लोक निर्माण विभाग को मंडल के प्रमुख मार्गों पर क्रेन और एंबुलेंस की व्यवस्था करने को कहा, ताकि दुर्घटना के बाद राहत कार्य तुरंत शुरू हो सके। शहरों में बढ़ती ई-रिक्शा और ई-आटो की अव्यवस्थित आवाजाही पर मंडलायुक्त ने कहा कि अब सभी जिलों में थानेवार अभियान चलाकर अनधिकृत ई-रिक्शाओं पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ई-रिक्शा जोन और ई-आटो जोन निर्धारित कर उनके कड़ाई से अनुपालन के आदेश दिए गए।

    मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा केवल शहरी मुद्दा नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएं, ताकि दोपहिया चालक हेलमेट का उपयोग करें और बच्चे स्कूल जाते समय सुरक्षित परिवहन का प्रयोग करें। उन्होंने ग्राम पंचायतों में सड़क सुरक्षा सप्ताह आयोजित कर लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने का सुझाव दिया।

    बैठक में अपर आयुक्त प्रथम अरुण कुमार सिंह, अपर आयुक्त द्वितीय शशि भूषण, एडीएम वित्त एवं राजस्व ममता मालवीय, अपर नगर आयुक्त अतुल कुमार, संभागीय परिवहन अधिकारी राजेश सिंह, एसटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज, आरएम अनुराग यादव और एएसटीओ प्रवर्तन आनंद निर्मल सहित मंडल के सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

    तीव्र गति और रोड किनारे खड़े वाहनों पर कार्रवाई

    मंडलायुक्त ने कहा कि डंपर, ट्रक और तेज रफ्तार वाहनों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को निर्देश दिया कि अति-गति से चलने वाले वाहनों पर प्रवर्तन अभियान चलाया जाए। सड़क किनारे खड़े वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। मुरादाबाद में सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मिलने वाली सोलेशियम स्कीम (आपातिक सहायता राशि) के कई प्रकरण लंबित मिले। इस पर मंडलायुक्त ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) को लंबित मामलों का तत्काल निस्तारण करने को कहा।

    ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई करने की हिदायत

    मंडलायुक्त ने कहा कि प्रवर्तन अभियोगों में पुलिस द्वारा भेजे गए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के प्रस्तावों पर कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों से अब तक पर्याप्त संख्या में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए प्रेषित नहीं किए गए हैं, वे तत्काल भेजें।

    यह भी दिए सड़क सुरक्षा को लेकर निर्देश

    बिना हेलमेट और सीट बेल्ट वालों पर सख्त चालान।
    सभी ब्लैक स्पाट्स पर मार्किंग, ब्लिंकर, रिफ्लेक्टर व लाइटिंग लगाई जाए।
    एनएचएआइ को दलपतपुर, चंदौसी कट व सिहोराबाजे पर फ्लाईओवर निर्माण का निर्देश।
    ई-रिक्शा व ई-आटो का हाईवे संचालन पूरी तरह बंद।
    सभी जिलों में सोलेशियम स्कीम के लंबित मामलों का निस्तारण शीघ्र।
    स्कूल वाहनों की सुरक्षा समिति की बैठकें नियमित हों।
    ग्राम स्तर पर सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान शुरू किया जाए।