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    UP Flood: बाढ़ ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, 80 से अधिक गांवों में पहुंचा पानी

    मुरादाबाद जिले में रामगंगा नदी के जलस्तर ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है जो 2010 के बाद सबसे अधिक है। जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और 80 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। रामगंगा का जलस्तर घटने लगा है लेकिन गागन नदी में पानी बढ़ गया है।

    By Anuj Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 09 Aug 2025 07:39 PM (IST)
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    बाढ़ ने 15 साल का रिकार्ड का रिकार्ड तोड़ा, 80 से अधिक गांव प्रभावित

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जिले में बाढ़ के पानी ने 15 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। 2010 में आइ के बाद रामंगगा नदी का जल स्तर पहली बार 191.46 मीटर तक पहुंचा है। इससे पहले कभी वाटर लेबल इतना कभी नहीं रहा।

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    शाम छह बजे रामगंगा नदी का जल स्तर 191.25 नापा गया है जबकि इसका खतरे का निशान 190.60 मीटर है। रामगंगा नदी में पानी घट भले ही रहा है लेकिन, बाढ़ से जिले में 80 से अधिक गांव प्रभावित हैं। रामगंगा नदी का जलस्तर घटने लगा है लेकिन, गागन नदी में पानी बढ़ा है।

    गागन नदी का खतरे का निशान 192 मीटर है। शाम छह बजे तक गागन नदी 191.07 मीटर पर बह रही है। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड राजेश कुमार ने बताया कि 2010 में आई बाढ़ के बाद रामगंगा में 15 साल बाद सबसे अधिक पानी आया है। बाढ़ का पानी 2010 में 36 घंटे में निकल गया था।

    इस बार 48 घंटे होने को हैं। बाढ़ का पानी अभी चल रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि पहाड़ों के आ रहे पानी के साथ स्थानीय स्तर पर भी वर्षा हो रही है। इसलिए पानी का नदियों में अधिक दबाव है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के पानी से अभी कोई बड़ा खतरा नहीं है। कुछ सड़कों को पानी कम होने के कारण खोल दिया गया है।