Updated: Wed, 17 Sep 2025 03:24 PM (IST)
मुरादाबाद में टीएमयू के डॉक्टर समेत तीन लोगों के खिलाफ फर्जी मेडिकल रिपोर्ट देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि आरोपियों ने एक मारपीट की घटना में घायल व्यक्ति की गलत रिपोर्ट बनवाई। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है जिसमें टीएमयू के डॉक्टर संजीव चिन्चौली भी शामिल हैं। पुलिस तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करेगी।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। टीएमयू के डॉक्टर समेत तीन के विरुद्ध न्यायालय के आदेश पर पाकबड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। फर्जी मेडिकल रिपोर्ट लगाने को लेकर पुलिस ने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रखर अग्रवाल, पवन बंसल और टीएमयू के डॉक्टर संजीव के विरुद्ध बीएनएस की धारा 336, 337, 338, 339, 340, 61, 201 में दर्ज की है।
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पीड़ित का आरोप है कि 16 जून को सिविल लाइंस में आंबेडकर पार्क के सामने मारपीट की घटना हुई थी। जिसमें पीड़ित के कान का पर्दा खराब हो गया। अब आवाज नहीं आ रही है। आरोपितों ने घटना के तीन दिन बाद हाथ में फर्जी फ्रैक्चर दिखाने के लिए टीएमयू से फर्जी रिपोर्ट तैयार कराई। रिपोर्ट के आधार पर पीड़ित और उसके भाई के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए झूठे साक्ष्य इकट्ठा किये। जबकि घटनास्थल से सरकारी अस्पताल 50 मीटर और सिविल लाइंस थाना 100 मीटर की दूरी पर हैं। इन दोनों जगह कोई सूचना तक नहीं दी गई।
मझोला निवासी अंकुश बंसल के अनुसार, 16 जून 2025 को आंबेडकर पार्क के सामने बिजली कार्यालय के पास मानसरोवर कालोनी निवासी डॉ. प्रखर अग्रवाल, उनके पिता पवन बंसल से झगड़ा हुआ था। आरोप है कि उनके ऊपर हमला होने से कान का पर्दा फट गया। उसमें अब आवाज भी नहीं आ रही है। घटना के तीसरे दिन आरोपितों ने पीड़ित और उसके भाई के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए 19 जून को टीएमयू से फर्जी रिपोर्ट बनवा ली।
सिविल लाइंस थाने में शिकायत नहीं की और सरकारी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण भी नहीं हुआ। आरोपित डॉ. प्रखर अग्रवाल टीएमयू मेडिकल कालेज में रह चुके हैं। इनके हाथ में कोई फ्रैक्चर नहीं हुआ। रिपोर्ट झूठी है एक्सरे प्लेट में गड़बड़ की गई। डॉ. प्रखर के संबंध टीएमयू के डॉ. संजीव चिन्चौली से हैं। सबने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कराए। इन सभी फर्जी रिपोर्ट के आधार पर पीड़ित के विरुद्ध न्यायालय में वाद दायर किया गया। अंकुश अग्रवाल के अनुसार, न्यायालय में एक्सरे रिपोर्ट झूठी पाई गई। न्यायालय ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पीड़ित के अनुसार, सिविल लाइंस पुलिस ने भी शिकायती पत्र पर प्राथमिकी नहीं लिखी।
उक्त प्रकरण में तीन सदस्य उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है। अतिशीघ्र संबंधित प्रकरण में डॉ. संजीव चिन्चौली द्वारा जारी प्रमाण-पत्र की अभिलेखों सहित गहनतापूर्वक जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रबंधन को जांच टीम प्रस्तुत करेगी। रिपोर्ट के बाद अग्रिम कार्यवाही होगी।- डॉ. एमपी सिंह, मीडिया प्रभारी टीएमयू
पाकबड़ा थाना प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर टीएमयू के चिकित्सक समेत तीन के विरुद्ध गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के तथ्यों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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