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    बिजली विभाग का बाबू 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई से मचा हड़कंप

    By Jagran NewsEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Mon, 07 Jul 2025 09:27 PM (IST)

    मुरादाबाद में एंटी करप्शन टीम ने विद्युत विभाग के सहायक बृजेश कुमार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। किसान से नलकूप कनेक्शन के लिए 15 हजार की मांग की थी। शिकायत मिलने पर टीम ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। रिश्वत न देने पर कनेक्शन रोकने की धमकी दी थी।

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    रिश्वत लेने का आरोपित विद्युत विभाग का बाबू बृजेश कुमार।

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय कांठ अरुण कुमार के कार्यालय में तैनात कार्यकारी सहायक (बाबू) बृजेश कुमार 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया। नलकूप का कनेक्शन कराने के एवज में आरोपित बाबू ने किसान से कुल 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी जिसमें काम होने के बाद पांच हजार रुपये देने थे। 10 हजार की आरोपित ने पहली किस्त मंगाई थी। इस बीच किसान ने एंटी करप्शन को पूरा घटनाक्रम बता दिया जिसके बाद आरोपित धर लिया गया। आरोपित को एंटी करप्शन की टीम मंगलवार को बरेली में कोर्ट के समक्ष पेश करेगी।

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    इधर, प्राथमिकी होते ही उस पर विभागीय कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया। विभागीय जांच भी बैठा दी गई। आरोपित बृजेश मूलरूप से संभल के एचौड़ा कंबोह का रहने वाला है। वर्तमान में वह मझोला के बैंक कॉलोनी खुशहालपुर में रह रहा था।

    छजलैट के गांव बैरमपुर निवासी प्रशांत शर्मा ने पांच जून को पिता रामकिशोर के नाम गांटा संख्या 129 में नलकूप कनेक्शन के लिए आनलाइन आवेदन किया था। प्रशांत का आरोप है कि चक्कर की मिलक चार मंदिर स्थित अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय कांठ के कार्यालय में कार्यालय सहायक बृजेश कुमार ने कनेक्शन के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।

    दस हजार रुपये पहले और पांच हजार रुपये कनेक्शन होने के बाद देने की बात कही। तभी मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। एंटी करप्शन टीम की प्रभारी निरीक्षक रश्मि चौधरी व इंस्पेक्टर नवल मारवाह ने सोमवार को डीएम कार्यालय पहुंचकर दो गवाह साथ लिए। तय योजना अनुसार, सुबह ही अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया। वहां सादे कपड़ों में एंटी करप्शन टीम ने रेकी शुरू कर दी। किसान प्रशांत शर्मा को पांच-पांच सौ रुपये की 20 नोट केमिकल लगाकर दे दिए।

    जैसे ही प्रशांत ने वह रकम आरोपित बाबू बृजेश कुमार को पकड़ाए, वहां मौजूद एंटी करप्शन टीम के लोगों ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। टीम उसे लेकर सीधे सिविल लाइंस थाने पर पहुंच गई और आरोपित पर प्राथमिकी लिखाई। इधर, विभाग से पता चला कि वर्ष 2022 में आरोपित धामपुर से स्थानांतरित होकर मुरादाबाद आया था। तब से नलकूप कनेक्शन और कोर्ट केस देख रहा था।

    रुपये नहीं मिलने पर कनेक्शन नहीं होने की दे रहा था धमकी

    पीड़ित के अनुसार, आरोपित बाबू बृजेश कुमार बार-बार फोन करके रुपये मांग रहा था। रुपये न मिलने पर 13 जून को नोटिस दिया। नोटिस के माध्यम से कहा कि जिस भूखंड में नलकूप लगना है। उसके सभी सहखातेदारों के शपथपत्र व आइडी हस्ताक्षर सहित कार्यालय में जमा करो। नोटिस मिलने के बाद उसने बृजेश कुमार से बात की तो 15 हजार रुपये की मांग कर दी। साथ ही धमकी दी की अगर रुपये नहीं दिए तो कनेक्शन नहीं होने दूंगा।

    रिश्वत के मामले में प्रथमदृष्टया कार्यकारी सहायक बृजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच अधिशासी अभियंता अरुण कुमार को सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।- एके सिंघल, मुख्य अभियंता