Deh Vyapar: रेलवे स्टेशन पर होती थी लड़कियों की मुंह दिखाई, फिर..., कई जिलों तक जुड़े देह व्यापार गिरोह के तार
मुरादाबाद में देह व्यापार गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जिसके तार कई जिलों तक फैले हैं। यह गिरोह रेलवे स्टेशन पर लड़कियों की बोली लगवाता था और उन्हें ग्राहकों को दिखाता था। कुछ लड़कियों को अमरोहा भी ले जाया जाता था। पुलिस ने सरगना सचिन और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। देह व्यापार गिरोह के तार कई जिलों तक जुड़े हुए है। गोशाला व कांशीराम नगर के कमरों तक ही लड़कियों से देह व्यापार नहीं कराया जाता था। बल्कि मुरादाबाद के रेलवे स्टेशन पर लड़कियों को ले जाकर बोली लगवाई जाती थी। रेलवे स्टेशन टिकटघर के सामने वेटिंग एरिया में मुंह दिखाई कराते थे। गेट से लेकर अंदर तक तीन से चार लोगों की ड्यूटी रहती थी, जिससे लड़की के भागने की स्थिति में उसे पकड़ा जा सके। रोजाना रात के समय लड़कियों को ले जाया जाता था। वहां पर उन्हें ग्राहकों को दिखाने के बाद दोबारा कांशीराम नगर में भेज दिया जाता था।
इतना ही नहीं कुछ लड़कियों को गिरोह सदस्य अमरोहा तक लेकर गया है। वहां पर भी कई घरों में लड़कियों को रात के समय रखा गया है। भले ही पुलिस बेचने वाली दो लड़कियों की जानकारी जुटा पाई हो, लेकिन इनकी संख्या बहुत ज्यादा है। वहीं पुलिस पिंकी और हसीन द्वारा खरीदी गई महिला की तलाश कर रही है। इसको लेकर बरेली समेत अन्य कई जनपदों में दबिश भी दी गई है। दोनों ही पुलिस के हाथ नहीं चढ़ी हैं।
कांशीराम नगर स्थित गोशाला की आड़ चल रहे देह व्यापार कराने वाले व मानव तस्करी गिरोह के तार बिहार, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के अलावा भी कई जगह जुड़े हैं। रविवार को पुलिस ने हसीन के कांशीराम नगर, बरेली के बिशारतगंज स्थित अतरछेड़ी गांव आदि जगहों पर भी छापामारी की, लेकिन वहां हसीन द्वारा खरीदी गई महिला को बरामद नहीं किया जा सका है। पुलिस ने अन्य स्थानों पर भी दबिश दी है। हसीन के मोबाइल में मिले बरेली के नंबरों पर भी कॉल करके देखी गई। जिससे उस महिला के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। तमाम प्रयास के बाद भी कोई कामयाबी नहीं मिली है।
देह व्यापार एवं मानव तस्करी गिरोह का सरगना सचिन बरेली के बिशारतगंज स्थित अतरछेड़ी गांव का रहने वाला है। हसीन भी उसी गांव की है। गांव में उसे लोग हसीना के नाम से जानते हैं। पुलिस के अनुसार, गिरोह सप्ताह में दो तीन बार रेलवे स्टेशन तो दो से तीन बार रोडवेज भी लड़कियों को ले जाया करते थे। स्थान बदलने के पीछे इनका मकसद रहता था कि कोई पहचान न हो पाए। शनिवार देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सचिन ठाकुर, हसीन और विकास चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। सिलसिलेवार लड़कियों व महिलाओं की बरामदगी होने से गिरोह का बड़ा नेटवर्क होने की आशंका है। पुलिस ने पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कई टीमें लगाई हैं।
पिंकी की डायरी में दर्ज करीब 200 मोबाइल नंबरों से बहुत सफेदपोश के नाम सामने आएंगे। पुलिस ने अधिकतर नंबरों पर काल किया है। अधिकतर नंबर स्विच्ड आफ हैं। पुलिस टीम सभी नबरों को अलग-अलग समय में कॉल कर रही है। नंबर ट्रेस होने से कई सफेदपोश के नाम भी सामने आने की संभावना है। देह व्यापार गिरोह फिल्मी स्टाइल में काम करता था। बातचीत होने के बाद जब यह कंफर्म हो जाता था कि यह वास्तविक खरीदार है तो उसे कोडवर्ड बता दिया जाता था।
रेलवे स्टेशन के वेटिंग एरिया में पहुंचने के बाद बैठने वाली गोल स्लैब पर कपड़ों के रंग का कोड ग्राहक को पता होता था। वह वहां जाने के बाद अपना कोडवर्ड बताता था। इसके बाद लड़की की ओर इशारा कर दिया जाता था। ग्राहक की संतुष्टि के बाद थंब का चिह्न बनाकर फाइनल कर दिया जाता था। इसके बाद लड़की भेज दी जाती थी। रेट फिक्स करने के बाद गोशाला में ग्राहक को लाया जाता था।
ट्रेनों में चोरी की घटनाएं करते-करते बन गया सरगना
बरेली के बिशारतगंज स्थित अतरछेड़ी गांव में पहुंचकर जब पुलिस ने सचिन ठाकुर व हसीना के बारे में जानकारी हुई तो सामने आए तथ्यों से वह भी दंग रह गई। पुलिस के अनुसार, सचिन ठाकुर के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। सचिन तीन भाई हैं। सचिन के बारे में बताया गया कि वह ट्रेनों में चोरी की घटनाएं करता है। चोरी की घटनाओं के लिए उस पर बरेली के साथ रामपुर व मुरादाबाद जीआरपी में प्राथमिकी भी दर्ज हैं।
पिंकी जैसी महिलाओं का उसे साथ मिलता गया जिसके बाद उसने देह व्यापार गिराेह चलाना शुरू कर दिया। फिर लड़कियों को बेचने भी लगा। बाकायदा, इसके लिए ज्यादातर बार ट्रेन का ही इस्तेमाल किया जाता। अब सामने आई जानकारी के आधार पर पुलिस आरोपित का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। इधर, हसीना के माता-पिता की मृत्यु हाे चुकी है।
देह व्यापार गिरोह के नेटवर्क के लिए रविवार को पुलिस की कई टीमों ने दबिशें दी गई हैं। हसीन द्वारा खरीदी गई महिला की बरामदगी के लिए बरेली भी टीम गई थी। लेकिन, वहां कोई सुराग नहीं लग सकता है। इनके संभावित ठिकानों पर भी तलाश कराई जा रही है।- कुमार रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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