नशे के कारोबार की रंजिश में हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या
मुरादाबाद में नशे के कारोबार की रंजिश में हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि हिस्ट्रीशीटर सनी दिवाकर और उसके साथियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। कमल चौहान हाल ही में जेल से छूटा था और नशे के कारोबार को लेकर सनी दिवाकर से उसकी रंजिश चल रही थी।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद । नशे के कारोबार की रंजिश में हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल चौहान की हिस्ट्रीशीटर ने साथियों संग सीने और सिर में दो गोली मारकर हत्या कर दी। कमल भी हिस्ट्रीशीटर था। कमल हाल में ही जेल से छूटकर आए थे।
दोनों के बीच नशे के कारोबार की रंजिश बढ़ गई थी जिसके चलते वारदात की बात सामने आई है। हत्याकांड में भाजपा विधायक के करीबी, हिस्ट्रीशीटर, पूर्व पार्षद समेत छह लोगों का नाम सामने आया है जिसको लेकर स्वजन की ओर से शिकायती पत्र दिया गया है। देररात तक मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी। एहतियात के तौर पर क्षेत्र में पुलिस तैनात है।
कघटर के मुहल्ला डबल फाटक निवासी कमल चौहान हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष थे। पुलिस के अनुसार वह कटघर थाने का हिस्ट्रीशीटर था। मादक पदार्थों की तस्करी समेत उस पर तमाम मुकदमे थे। मुहल्ले का ही सनी दिवाकर भी हिस्ट्रीशीटर है और यह भी नशे का कारोबार करता था। फरवरी माह में कमल चौहान सवा किलो चरस के साथ गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। 13 जून को वह जमानत पर बाहर आया था।
जेल से आते ही उसने चरस बेचने का दायरा बढ़ाया
जेल से आते ही उसने चरस बेचने का दायरा बढ़ा लिया। सनी दिवाकर के क्षेत्र में भी सप्लाई पहुंचाने लगा। इसी बात का सनी ने विरोध किया। रंजिश में ही कमल, सनी पर हमला कर चुका था। जिसके बाद दोनों में रंजिश बढ़ गई। रविवार की शाम करीब छह बजे कमल पड़ोसी विशाल चौहान के साथ शहर से स्कूटी पर सवार होकर घर लौट रहा था। जैसे वह करबला के पास पहुंचा, तभी पहले से ही घात लगाए बैठे सनी ने साथियों संग मिलकर कमल को घेरा और सीने और सिर में दो गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपितों ने विशाल को निशाना नहीं बनाया।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह फोर्स संग पहुंचे। हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष की हत्या के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया। मृतक की पत्नी ने पुलिस के सामने चेतावनी दी कि अगर आरोपित जल्द गिरफ्तार नहीं हुए तो आत्मदाह कर लूंगी। कमल के खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज है, जबकि सनी दिवाकर के खिलाफ 18 मुकदमे है। तीन सितंबर को सनी के खिलाफ शराब दुकान के सेल्समैन से रंगदारी मांगने के मामले में प्राथमिकी हुई थी। स्वजन का तर्क है कि यदि पुलिस आरोपित का गिरफ्तार करती तो आज उसका बेटा जिंदा होता।
शिकायती पत्र के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। कमल चौहान भी हिस्ट्रीशीटर था और सनी दिवाकर भी हिस्ट्रीशीटर है। आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें लगा दी गई है। - कुमार रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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