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    यूपी की बिजली व्यवस्था में बड़े बदलाव से रुकेगी चोरी: असिस्टेंट इंजीनियर कहलाएंगे एसडीओ, 85 गैंग संभालेंगे लाइट

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 11:04 AM (IST)

    मुरादाबाद में 1 नवंबर से शहरी पुनर्गठन के तहत बिजली व्यवस्था में बदलाव होगा। एसडीओ को असिस्टेंट इंजीनियर कहा जाएगा और 85 गैंग फाल्ट ठीक करेंगे। उपभोक्ताओं को बिल कनेक्शन आदि के लिए उपकेंद्रों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे क्योंकि हर समस्या के लिए अलग अभियंता जिम्मेदार होंगे। एसई शहर प्रशांत कुमार ने बताया कि अरबन रीस्ट्रक्चरिंग प्लान पर काम चल रहा है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। एक नवंबर से अरबन रीस्ट्रक्चर के तहत बिजली व्यवस्था पूरी तरह बदल जाएगी। काम का तरीका अलग होगा। एसडीओ की जगह पदनाम असिस्टेंट इंजीनियर कहा जाएगा। वहीं शहर की बिजली व्यवस्था सुचारू रखनें के लिए 85 गैंग कार्य करेंगे।

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    यह गैंग फाल्ट होने के बाद सक्रिय हो जाएगा। साथ ही इसकी निगरानी असिस्टेंट इंजीनियर करेंगे। फाल्ट ठीक होने के बाद उपभोक्ताओं से फीड बैक भी लिया जाएगा। बिजली उपकेंद्र पर सबका अलग-अलग काम होगा। अब एक ही आदमी सारे काम नहीं करेगा। हर एक कर्मचारी की अपनी जवाबदेही होगी।

    नई व्यवस्था के तहत नवंबर से बदल जाएगा शहर की बिजली व्यवस्था का स्ट्रक्चर

    मुरादाबाद में एक नवंबर से अरबन री-स्ट्रक्चरिंग योजना बिजली व्यवस्था और कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा। बिजली बिल, नया कनेक्शन, भार वृद्धि, फाल्ट आदि की समस्या के लिए उपभोक्ताओं को उपकेंद्रों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उपभोक्ताओं की समस्याओं के त्वरित और बेहतर समाधान के लिए अधिशासी अभियंताओं के कार्यों को अलग-अलग कर रहा है, ताकि हर समस्या के लिए एक ही अभियंता जिम्मेदार हों। कानपुर, मेरठ, बरेली और अलीगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के बाद मुरादाबाद में भी जल्द यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी।

    हर काम के लिए अलग होंगे कर्मचारी, अरबन री-स्ट्रक्चरिंग के तहत होगा बदलाव

    विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग अधिशासी अभियंता नियुक्त होंगे। जैसे कि 33 केवी अभियंता, 11 केवी अभियंता, कामर्शियल-1 मीटर और बिलिंग के लिए, कामर्शियल-2 नए कनेक्शन और ऊर्जा लेखांकन के लिए, और रेड-विजिलेंस एक्सईएन बिजली चोरी रोकने के लिए जिम्मेदार होंगे। सभी अलग-अलग क्षेत्र के 34 बिजली उपकेंद्रों की समस्याओं का निस्तारण कराएंगे। उदाहरण के तौर पर पहले बिजली कनेक्शन, फाल्ट, राजस्व वसूली, कार्मशियल कनेक्शन, शिकायतें, मीटर आदि के कार्य खंडवार अधिशासी अभियंता देखते थे।

    नए प्लान की व्यवस्था जल्द लागू होगी

    नए प्लान की व्यवस्था जल्द लागू होगी। हर एक के काम का बंटवारा होगा। बिजली से संबंधित विभिन्न कार्यों जैसे नए कनेक्शन, बिलिंग, मीटर टेस्टिंग, राजस्व वसूली, बिजली आपूर्ति की समस्या और बिजली चोरी रोकने जैसे कामों को अलग-अलग अधिशासी अभियंताओं में बंटेगा। उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान होगा।

    एसई शहर प्रशांत कुमार ने बताया कि अरबन रीस्ट्रक्चरिंग प्लान पर रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। एक्सईएन के बैठने के लिए व्यवस्था कराई जा रही है। साथ ही साथ सभी उपकेंद्रों के उपभोक्ताओं के वाट्सअप ग्रुप बनाए जा रहे हैं।

    प्रशांत कुमार, एसई शहर