Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डिजिटल इंडिया का 'दगाबाज' पोर्टल मुरादाबाद में प्रमाण पत्र बनवाने वालों के लिए 'सिरदर्द' बना CRS

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 05:45 AM (IST)

    मुरादाबाद में डिजिटल इंडिया पोर्टल प्रमाण पत्र बनवाने वालों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. CRS पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा, जिससे लोगों को प्रमाण ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रमाण पत्र बनवाने के लि‍ए लगी लाइन

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जिले में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। तहसील स्तर पर जांच लंबित होने के कारण करीब 1500 जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के फार्म एक साल से अधिक समय से अटके हुए हैं। फरियादी कभी तहसील तो कभी नगर निगम के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नियम के अनुसार जन्म या मृत्यु की घटना के 21 दिन के भीतर प्रमाण पत्र बनवाने पर किसी जांच की आवश्यकता नहीं होती। 21 दिन से एक साल के भीतर के मामलों की जांच सीएमओ स्तर से होती है, जबकि एक साल से पुराने मामलों की जांच एसडीएम सदर द्वारा की जाती है। वर्तमान में तहसील में लंबित सभी फार्म एक साल से अधिक पुराने हैं।

    प्रूफ न मिलने से अटक रही जांच

    तहसील प्रशासन का कहना है कि एक साल से अधिक पुराने मामलों की जांच करना कठिन हो रहा है, क्योंकि आवेदक जन्म या मृत्यु से संबंधित पुख्ता प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं। नियमों के अनुसार जन्म प्रमाण पत्र के लिए टीकाकरण कार्ड, स्कूल रिकार्ड या हाईस्कूल की मार्कशीट, जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल या अन्य वैध दस्तावेज जरूरी हैं।

    इन प्रमाणों के अभाव में फार्म लंबित हैं। वहीं नगर निगम का तर्क है कि वार्ड पार्षद और सफाई नायक की रिपोर्ट फार्म के साथ लगाकर तहसील भेज दी जाती है, जिसके आधार पर सत्यापन होना चाहिए। दोनों विभागों के अलग-अलग तर्कों के बीच आमजन सबसे ज्यादा परेशान हैं।

    सीआरएस पोर्टल ठप, नए आवेदन अपलोड नहीं हो पा रहे

    जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर परेशानी की एक और बड़ी वजह सीआरएस (सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पोर्टल का ठप होना है। 15 दिसंबर से पोर्टल में तकनीकी खराबी आने के कारण नए आवेदन अपलोड नहीं हो पा रहे हैं। बीते पांच दिनों से लोग नगर निगम और संबंधित कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। शाम पांच बजे के बाद पोर्टल चलता है।

    कर्मचारियों के अनुसार सीआरएस पोर्टल दिन में बार-बार दगा दे रहा है। कई बार शाम पांच बजे के बाद पोर्टल चलने लगता है, लेकिन तब तक कार्यालय बंद होने की स्थिति में होते हैं। ऐसे में काम आगे नहीं बढ़ पा रहा। नगर निगम से एक साल पुराने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के फार्म समय से तहसील को भेज दिए जाते हैं। तहसील से सत्यापन होकर आने के बाद नगर निगम में प्रमाण पत्र जारी कर दिए जाते हैं।

    पिछले पांच दिनों से सीआरएस पोर्टल की खराबी के कारण काम प्रभावित हुआ है। पोर्टल ठप रहने से न केवल नए आवेदन रुके हैं, बल्कि पहले से सत्यापित मामलों की एंट्री भी लंबित हो गई है। इससे प्रमाण पत्र का इंतजार कर रहे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। लोगों ने मांग की है कि पोर्टल की तकनीकी खामी जल्द दूर कर लंबित मामलों का निस्तारण किया जाए, ताकि उन्हें जरूरी दस्तावेजों के लिए बार-बार दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।

     

    बिना वैध प्रमाण के एक साल पुराने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का सत्यापन संभव नहीं है। प्रूफ देने पर ही जांच पूरी की जाएगी।

    - राम मोहन मीणा, एसडीएम सदर

     

    एक साल पुराने जो भी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र आते हैं। लेकिन, वहां से समय से जांच होकर वापस नहीं आने से बनाने में देरी हो रही है। कई बार पत्राचार भी किया जा सका है।

    - अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त