मुरादाबाद के कई कॉलेज में नहीं आएगी Merit List, जानें क्या है वजह, कैसे होगा एडमिशन
Moradabad Mission Admission महाविद्यालयों में इन दिनों प्रवेश की प्रक्रिया चल रही हैं। कई कालेजों में सीट की उपलब्धता के बराबर भी पंजीयन नहीं हो पाए। जिससे मेरिट निकालने की नौबत ही नहीं आई। हिंदू कालेज के अलावा किसी भी कालेज में सीट से ज्यादा पंजीयन नहीं हुए हैं।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad Mission Admission : महाविद्यालयों में इन दिनों प्रवेश की प्रक्रिया चल रही हैं। कई कालेजों में सीट की उपलब्धता के बराबर भी पंजीयन नहीं हो पाए। जिससे मेरिट निकालने की नौबत ही नहीं आई। हिंदू कालेज के अलावा किसी भी कालेज में सभी श्रेणी में सीट से ज्यादा पंजीयन नहीं हो पाए हैं।
केजीके कालेज में बीएससी गणित में 640 सीट से कम पंजीयन हो पाए हैं। गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कालेज, दयानंद डिग्री कालेज और एचएच कालेज में सीट से कम पंजीयन होने के कारण सीधे प्रवेश लिए जा रहे हैं। हिंदू कालेज में सीट से अधिक पंजीयन होने के कारण तीन बार मेरिट निकल सकती है। अभी पहली मेरिट के आधार पर पंजीयन हो रहे हैं। जिन कालेजों में सीट अभी खाली हैं, वहां हिंदू कालेज और केजीके कालेज में प्रवेश न मिलने की स्थिति में कुछ सीट भर सकती हैं।
डीयू, तकनीकी व मैनेजमेंट में रुझान से नहीं भर रही सीट
बीते कई सालों से 12वीं के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश की ओर रुझान बढ़ा है। करीब 10 फीसद छात्र-छात्राएं दिल्ली में प्रवेश ले रहे हैं। वहीं 50 फीसद तकनीकी, मैनेजमेंट की पढ़ाई में रुझान बढ़ा है। शेष 40 फीसद में छात्र-छात्राओं का रुझान हिंदू कालेज में प्रवेश लेने को अधिक है। दूसरी प्राथमिकता केजीके कालेज है। लेकिन, केजीके कालेज में बीएससी गणित वर्ग में सीट के मुताबिक पंजीयन नहीं हुए।
मुरादाबाद के कॉलेजों में सीट की स्थिति
- कालेज पंजीयन सीट्स प्रवेश
- एमएच कालेज 300 400 97
- गोकुलदास कालेज 500 1120 102
- केजीके कालेज 1915 2080 697
- दयानंद कालेज 560 720 50
- हिंदू कालेज 7822 3920 651
(नोट: यह कुल सीट बीए, बीएससी पीसीएम, बायो और बीकाम प्रथम वर्ष की है। )
20 सितंबर तक होंगे प्रवेश
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय स्तर से 20 सितंबर तक प्रवेश होने हैं। जिसमें हिंदू कालेज व केजीके कालेज के अलावा दूसरी मेरिट किसी भी कालेज में नहीं निकलेगी। प्रवेश एवं गलतियों में संशोधन करने की तिथि 21 सितंबर से 26 सितंबर तक होंगी।
क्या कहते हैं कॉलेज के प्राचार्य
हिंदू कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यव्रत सिंह रावत ने बताया कि प्रोफेशनल कोर्स की ओर रुझान बढ़ने से अब सीट्स पूरी नहीं भर पाती। वहीं, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रवेश प्रक्रिया की जटिलता भी बहुत है। लेकिन, हिंदू कालेज में सीट से अधिक पंजीयन हैं। जिससे तीन मेरिट निकाली जाएंगी।
केजीके कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील चौधरी का कहना है कि उच्च शिक्षा में कई विकल्प छात्र-छात्राओं के सामने हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी महाविद्यालय खुल गए हैं। जिससे अपने क्षेत्र के आसपास प्रवेश लेने के साथ ही तकनीकी और मैनेजमेंट की पढ़ाई की ओर बढ़ रहा है।
एमएच कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर गोयल ने बताया कि पंजीयन विद्यालय की सीट से भी कम हुए हैं। दूसरे कालेज में जब सीट भर जाएंगी, उसके बाद ही यहां प्रवेश के लिए छात्रों की आने से सभी सीट भरने की उम्मीद है। पंजीयन कम होने के कारण सीधे प्रवेश ले रहे हैं।
गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ. चारू मल्होत्रा ने बताया कि कालेज में पंजीयन कम हुए हैं। इसका कारण एक तो यह है कि घनी आबादी में कालेज है। आसपास की छात्राएं ही ज्यादा प्रवेश लेती हैं। सीधे प्रवेश जारी हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।