Lakhimpur Kheri Violence Case : सचिन पायलट को मुरादाबाद में पुलिस ने रोका, छह घंटे बाद दिल्ली वापस
Lakhimpur Kheeri Violence Case ग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जाते समय मुरादाबाद पुलिस ने रोक लिया। कांग्रेसियों को दिल्ली रोड स्थित सर्किट हाउस में कड़ी सुरक्षा में रखा गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Lakhimpur Kheri Violence Case : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लखीमपुर खीरी जाते समय मुरादाबाद पुलिस ने रोक लिया। कांग्रेसियों को दिल्ली रोड स्थित सर्किट हाउस में कड़ी सुरक्षा में रखा गया। सूचना मिलने पर कांग्रेस के स्थानीय नेता सर्किट हाउस पहुंच गए। जब उन्हें अंदर नहीं जाने दिया तो बाहर बैठकर नारेबाजी करने लगे। करीब चार घंटे तक शोर शराबा होता रहा। अंदर सचिन पायलट को धारा 144 का उल्लंघन न करने के लिए नोटिस दिया गया। रात करीब साढ़े 11:30 बजे वह दिल्ली लौट गए।
बुधवार को शाम करीब छह बजे राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता सचिन पायलट का काफिला लखीमपुर खीरी की ओर जा रहा था। उनके साथ कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम सहित अन्य कांग्रेसी नेता भी थे। कांग्रेस नेताओं का काफिला जैसे ही मूंढापांडे टोल प्लाजा पर पहुंचा, वहां पहले से तैनात एएसपी अनिल कुमार यादव, सीओ हाईवे गणेश कुमार गुप्ता ने काफिले को रोक लिया। इसे लेकर कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच काफी देर नोकझोंक चलती रही। सचिन पायलट लखमीपुर खीरी जाने पर अड़े हुए थे। लेकिन, पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आगे जाने की इजाजत नहीं दी। बाद में पुलिसकर्मी सचिन पायलट सहित अन्य नेताओं को सर्किट हाउस ले गए। वहां एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा और एसपी सिटी अमित कुमार आनंद और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच वार्ता चल रही थी। करीब चार घंटे बार सचिन पायलट दिल्ली लाैटने के लिए मान गए। दिल्ली लाैटते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मुझे लखीमपुर खीरी नहीं जाने दिया, जबकि हम कोई रैली आदि नहीं करने जा रहे थे।
न्याय के लिए उठाएंगे आवाज : हिरासत के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा कि प्रशासन द्वारा मुरादाबाद में रोक लिया गया है। लोकतंत्र व संवैधानिक मूल्यों को कुचलकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को भी आहत किया है। सत्याग्रह की राह पर चलकर हम न्याय की आवाज उठाते रहेंगे।