पेट की बीमारी से परेशान हैं तो करें ये काम, नहीं होगी दिक्कत Moradabad News
पेट को ठीक रखने के लिए डालें प्रतिदिन टहलने की आदत। ठंडे पानी का सेवन करें बंद नहीं तो बिगड़ेगी पाचन क्रिया। स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की जरूरत।
मुरादाबाद, जेएनएन। आधुनिकता की दौड़ में खानपान का तरीका बदलने से पेट, आंत और लीवर की बीमारियों में इजाफा हो रहा है। पेट में गैस बनना, कुछ भी खाने के बाद उबकाई आना, कब्ज होना आदि शिकायतें आम हो गई हैं। इसके लिए जीवनशैली बदलनी जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं और प्रतिदिन टहलने की आदत को दिनचर्या में शामिल करें। रविवार को पेट, आंत और लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरव जिंदल दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने पाठकों की समस्याएं पूछने के साथ उन्हें खानपान में बदलाव की भी सलाह दी। मुरादाबाद, चन्दौसी, सम्भल, अमरोहा, रामपुर के पाठकों ने पेट की बीमारियों से जुड़े दर्जनों सवाल पूछे। प्रस्तुत हैं प्रमुख सवालों के जवाब।
चन्दौसी के बिट्टन ने पूछा कि पेट में भारीपन रहता है। दो साल से पेट की गड़बड़ी से परेशान हूं। इस पर चिकित्सक ने कहा कि आपको गैस की समस्या है, इसलिए जीवनशैली में बदलाव करना बहुत जरूरी है। फाइबर वाली डाइट लें। नियमित सलाद का इस्तेमाल करें। चिकित्सक से भी परामर्श लें। अमरोहा के तुषार ने पूछा कि मेरी मां कुछ खा नहीं पाती हैं। उन्हें खाने के फौरन बाद उल्टियां होने लगती हैं। चिकित्सक ने कहा कि खाने के बाद उल्टियां आना नार्मल बात नहीं है। उनके खून की जांच के साथ ही एंडोस्कोपी भी करानी होगी। इसके बाद ही उल्टियों का कारण पता चलेगा। पेट रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें। पाकबड़ा के नजाकत हुसैन ने पूछा कि पानी पीने और खाना खाने के बाद पेट में दर्द होता है। चिकित्सक ने बताया कि गैस की समस्या के साथ ही पित्त की थैली में पत्थरी और पैनक्रियाज में सूजन भी हो सकती है। आपको एक अल्ट्रासाउंड कराना होगा। ठंडा पानी पीना बंद कर दें और चिकित्सक को दिखाएं। मुरादाबाद के सुरेंद्र चंद्र शर्मा ने पूछा कि मुझे सूखी उबकाई आती है। पेट भारी-भारी रहता है। चिकित्सक ने बताया कि आपको सबसे पहले एंडोस्कोपी और अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए। जांच के बाद बीमारी की सही जानकारी हो पाएगी। इसके अलावा पैदल चलने की आदत डालें। अमरोहा के पुनीत कुमार ने सवाल किया कि मुझे भूख नहीं लगती है। क्या लीवर में कोई दिक्कत है। जवाब मिला कि अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो सबसे पहले वो बंद कर दें। इसके बाद लीवर फंक्शन की जांच कराएं। खाने में सलाद का इस्तेमाल करें। पाकबड़ा के प्रशांत ने पूछा कि छह-सात माह से गैस की समस्या है। पेट भी फूलता है। खट्टी डकार आती हैं। जवाब मिला कि आप गैस की कोई दवा ले सकते हैं। इसके अलावा अपनी लाइफ स्टाइल बदलने की जरूरत है। मिर्च मसाले वाला खानपान बंद कर दें। तले-भुने खाने से भी दूर रहें। अमरोहा कि राहुल कुमार ने पूछा कि खाना खाने के फौरन बाद बाथरूम जाना पड़ता है। जवाब मिला कि आप अपना खानपान बदलें। लो डाइट फूड का सेवन करें। आपकी खुराक में ज्यादा फाइबर वाले खाद्य पदार्थ होने चाहिए। इसके अलावा पेट रोग विशेषज्ञ से जांच कराएं। रामपुर के जफर ने पूछा कि मुझे पीलिया हुआ था। लीवर में सूजन थी। गले में भी दर्द रहता है। जवाब मिला कि आपका खाना गले से अटककर जाता है तो अल्सर या सूजन हो सकती है। इसके लिए आपको एंडोस्कोपी करानी होगी। इसके बाद ही इलाज शुरू हो सकेगा।
बैलेंस डाइट से दूर होगी गैस की बीमारी
पेट की बीमारियों को दूर करने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना जरूरी है। नियमित योग या फिर एक्सरसाइज करें। दूध, दही, पनीर, सब्जी आदि का इस्तेमाल करें। उबला हुआ पानी पीएं। सफाई का विशेष ध्यान रखें। सब्जियां अच्छे से धोकर पकाएं।
इससे करें परहेज
बारिश के मौसम में पेट के रोग की समस्या अधिक होती है। दूषित पानी, खाने का सेवन न करें। फ्रिज में रखा हुआ खानपान पूरी तरह बंद कर दें।