Honey Trap का खुलासा: मीठीं बातें, होटल के कमरे में निजी पल और... ऐसे बिछाते थे ठगी का जाल
मुरादाबाद पुलिस ने हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। ये लोग सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को प्रेमजाल में फंसाते थे, फिर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे। शिकायत मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

हनीट्रैप के आरोपित पति और पत्नी।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर ‘मुर्गा’ हनीट्रैप का शहर में खेल पकड़ा गया है। पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। नंबर मिलते ही मुस्कान वाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर से बातचीत शुरू कर देती थी। लोगों से मीठी बातें, दोस्ताना व्यवहार और आकर्षक प्रोफाइल के कारण अपने जाल में फंसा लेती थी।
वह बार-बार चैट, कॉल और वीडियो कॉल करके इश्क का यकीन दिलाती थी। कुछ दिन की बातचीत के बाद वह मिलने का प्रस्ताव देती थी। मिलने का स्थान भी पहले से तय रहता था। अक्सर किसी होटल, लाज या गिरोह के जानकारों के कमरे का इस्तेमाल होता थ। जहां ‘मुर्गा’ बुलाया जाता था। यहां पहले से आरोपितों की योजना तैयार रहती थी।
दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर वसूले थे 1.60 लाख रुपये
‘मुर्गा’ जैसे ही महिला के साथ निजी पल बिताने लगता, तभी वसीम और उसके साथी अचानक कमरे में घुस आते थे। पूरा घटनाक्रम ऐसे तैयार किया जाता जैसे महिला के साथ जबरन संबंध बनाए जा रहे हों। यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपित मुस्कान और वसीम को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने मुगलपुरा गाेकुलदास रोड से किया गिरफ्तार, गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश
सिविल लाइंस पुलिस ने शुक्रवार को संगठित हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपित दंपती मुस्कान और वसीम उर्फ मुन्ना निवासी चक्कर की मिलक वर्तमान में गोकुलदास डिग्री कालेज के पास रह रहे थे। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सीधे-साधे लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर उनसे मोटी रकम की वसूली करते थे। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह में महिला सदस्य की विशेष भूमिका थी। जो बातचीत और वीडियो चैटिंग के जरिए लोगों का विश्वास जीतती थी। इसी दौरान आरोपित उस व्यक्ति के आपत्तिजनक वीडियो बनवाकर ब्लैकमेलिंग का खेल खेलते थे।
वीडियो वायरल करने की देते थे धमकी
पुलिस ने बताया कि दंपती पीड़ित को दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देते, वीडियो प्रसारित करने की बात कहते और लाखों रुपये की मांग करते थे। पुलिस के मुताबिक कई मामलों में लोगों ने अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा और परिवार की चिंता में आकर रकम दे भी दी थी, लेकिन शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सिविल लाइंस पुलिस को कुछ दिनों पहले एक युवक ने इस गिरोह के खिलाफ शिकायत दी थी।
युवक से ठग लिए थे रुपये
शिकायतकर्ता के अनुसार, उसे वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और 1.60 लाख रुपये की मांग की गई। 50 हजार रुपये फोन पे शहबाज ने और एचडीएफसी के एटीएम से एक लाख रुपये और बैंक अकाउंट से 10 हजार रुपये निकाल लिए। यह रुपये आपस में बांट लिए।
यह करें
- अनजान नंबर से आने वाली काल पर महिला से बात न करें
- फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सअप के माध्यम से संपर्क में न जाएं
- कोई अगर ब्लैकमेल करता है तो पुलिस को सूचना दें
- अनजान नंबर से आने वाली काल से प्राइवेट जानकारी साझा न करें
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि सीधे-साधे लोगों को फंसाने का काम मुस्कान करती थी। वसीम अपने दो अन्य साथियों के साथ वसूली का काम संभालता था। गिरोह का दायरा बढ़ाने के लिए ये लोग अलग-अलग जिलों में नंबर की तलाश करते थे, ताकि पुलिस की नजर में न आएं। पुलिस ने उनके खिलाफ आइटी एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उनके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है।

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