Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गायिका रेणुका पवार और नीरज बख्शी ने सुनाई अपने स्ट्रगल की कहानी, जानिए कैसे बदली किस्मत

    By Tej Prakash SainiEdited By: Samanvay Pandey
    Updated: Sun, 16 Oct 2022 10:13 AM (IST)

    Haryanvi Singer Renuka Panwar Struggle Story बावन गज का दामन...गीत से प्रसिद्ध हुईं रेणुका पवार के पांच साल संघर्ष से भरे रहे। जिन कंपनियों के चक्कर लगाने के बाद भी गीत गाने का मौका नहीं दिया। अब कंपनियां कहती हैं प्लीज एक गीत की प्रस्तुत दे दीजिए।

    Hero Image
    Singer Neeraj Bakshi Struggle Story : सिंगर रेणुका और नीरज बख्शी मुरादाबाद में पुस्तुति देते हुए। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Haryanvi Singer Renuka Panwar Struggle Story : बावन गज का दामन...गीत से प्रसिद्ध हुईं रेणुका पवार के पांच साल संघर्ष से भरे रहे। जिन कंपनियों के चक्कर लगाने के बाद भी गीत गाने का मौका नहीं दिया। अब वह कंपनियां रेणुका पवार को फोन करके कहती हैं प्लीज एक गीत की प्रस्तुत दे दीजिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रेणुका की सफलता में भाई का हाथ

    यह कहना है गायिका रेणुका पवार का। अपनी इस सफलता के पीछे भाई विक्की का योगदान बताती हैं। उप्र के बागपत जिले में कस्बा खेखड़ा निवासी रेणुका पवार ने छह साल पहले 2016 से गीत-संगीत की दुनिया में कदम रखा। शुरू से गाने का शौक था, जिससे गीत की प्रस्तुति देने को कंपनियों के दर-दर भटकीं।

    रेणुका का पहला फेमस गाना

    एक साल पहले संजीव वेदवान की नई कंपनी में काम मिला और थारी ऊंची हवेली हमारा घर टपके... गीत टिक टाक पर वायरल हुआ तो प्रसिद्धि हुआ। दूसरा गीत बावन गज का दामन...से प्रसिद्धि मिली। वामन गज का दामन...गीत से डेढ़ करोड़ व्यूज मिल चुके हैं। रेणुका पवार ने दैनिक जागरण से साक्षात्कार में कहा कि मुझे गीत गाने का शौक था।

    भाई ले जाता था इंटरव्यू दिलाने

    भाई एक शहर से दूसरे शहर साक्षात्कार दिलाने जाता था। उसकी मेरी वजह से नौकरी छूटी। जो कुछ हूं भाई की बदौलत हूं। पापा की दस हजार की नौकरी में घर का खर्च नहीं चलता था। अब मेरे पास अपनी कार व मकान है। रेणुका पवार का सपना अब बालीवुड में जाने का है।

    नीरज बख्शी को बचपन से ही गाने का शौक 

    मुझे बचपन से ही गीत गाने का शौक था। मैं कोई गीत गाता था तो मेरे पापा को मेरी आवाज पसंद आती थी। उन्होंने क्लासिकल की ट्रेनिंग गंदर्भ महाविद्यालय दिल्ली से दिलाई। यह कहना है गायक नीरज बख्शी का। उनका नया पंजाबी गीत पैग मुकने नी बचपन दे यार...लांच हुआ है।

    नीरज के प्रसिद्ध गाने

    अप्सरा लग दी है तू...। जेडे मेरे बचपन दे याद सी...गीत आने वाले हैं। नीरज बख्शी इंडियन आडियल-5 में बेस्ट-20 में रहे हैं। उनके एक प्याली चाय पिला दो...। आओ जी दिल्ली बदलो...। विज्ञापन में गाए जिंगल काफी प्रसिद्ध हैं। कहते हैं कि संगीत में रियाज बेहद जरूरी है।

    comedy show banner
    comedy show banner