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    मुरादाबाद में पुराने शहर की फर्मों को नोटिस, सत्यापन में गड़बड़ी मिली तो होंगी निरस्त 

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 06:47 PM (IST)

    मुरादाबाद में जीएसटी चोरी के बड़े मामले के खुलासे के बाद, अधिकारी सतर्क हो गए हैं। लगभग 989.13 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है। विभाग पुराने श ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। जीएसटी चोरी प्रकरण में सामने आ रहे फर्जीवाड़े ने अधिकारियों को चौकन्ना कर दिया। अब तक की जांच में 5478.35 करोड़ रुपये के टर्नओवर पर करीब 989.13 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी सामने आ चुकी है। इसे प्रदेश में सामने आए सबसे बड़े नेटवर्क में से एक माना जा रहा है।

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    गंभीरता को देखते हुए विभाग अब पुराने शहर की सक्रिय और सस्पैंड कराई जा चुकी सभी फर्मों का सत्यापन शुरू कर चुका है। पिछले दिनों मुरादाबाद आए प्रमुख सचिव एम देवराज ने निर्देश दिया था कि न केवल संदिग्ध फर्म बल्कि उनकी पिछली पूरी कुंडली खंगाली जाए।

    कई फर्म वर्षों से फर्जी खरीद-बिक्री दर्शाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट चाेरी कर रही है। ऐसे में पुराने रिकार्ड खोलने पर बड़ा जाल सामने आने की संभावना है। इस आधार पर विभाग की विशेष टीमें एक-एक फर्म के पंजीकरण, बिलिंग, टर्नओवर और वास्तविक गतिविधियों का मिलान कर रही हैं।

    राज्यकर विभाग की एसआइबी और अन्य टीमें फर्मों का ब्योरा जुटा रहीं हैं। कुछ फर्म पूरी तरह कागजी हैं, जबकि कुछ ने वास्तविक गतिविधियों को छिपाकर करोड़ों का फर्जी लेनदेन दिखाया है। अब विभाग ने पुराने शहर की फर्मों के सत्यापन को विशेष अभियान के रूप में शुरू किया है।

    टीम पंजीकृत पते पर पहुंचकर फर्म की वास्तविक स्थिति, वहां मौजूद स्टाक, कर्मचारियों और संचालन की गतिविधियों की जांच कर रही है। अगर फर्म बंद मिली, पता बदलने की जानकारी न दी गई हो या बिलिंग बोगस पाई गई तो तुरंत नोटिस जारी होगा।

    साथ ही टीम फर्म परिसर में खड़े होकर जीपीएस लोकेशन सहित फोटो भी क्लिक करेगी, जिससे किसी भी स्तर पर प्रमाणिकता पर सवाल न उठ सके। कई फर्मों ने सस्ते दाम पर मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी लेकर फर्जी कंपनियों की चेन खड़ी की थी।

    जांच में यदि एक भी फर्म की बिलिंग संदिग्ध मिलती है तो उससे जुड़े सभी व्यापारिक लेनदेन की जानकारी जुटाई जाएगी। विभागीय अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि सत्यापन में गड़बड़ी मिलने पर किसी भी फर्म को बख्शा नहीं जाएगा। फर्जी गतिविधि मिली तो उसका पंजीकरण निरस्त होगा।

    राज्यकर टीमों को स्पष्ट निर्देश हैं कि सत्यापन में किसी तरह की लापरवाही न हो। जीएसटी चोरी प्रकरण से जुड़े हर तथ्य को गंभीरता से ले रहे है। एक भी फर्म की बिलिंग फर्जी मिली तो तत्काल कार्रवाई होगी। विभाग अब पूरी कड़ाई के साथ काम कर रहा है।
    अशोक कुमार सिंह, अपर आयुक्त ग्रेड-वन, राज्यकर, मुरादाबाद जोन