27 साल की उम्र में सरकारी नौकरी, 7 फरवरी को होनी थी शादी- युवक ने किया ऐसा काम; हर कोई हैरान
जनपद हापुड़ के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के भटियाना गांव निवासी किसान गिरधर तोमर का 27 वर्षीय इकलौता बेटा रेलवे में ट्रेन मैनेजर के पद पर तैनात था। मानसरोवर के पास स्थित शिव विहार कालोनी में किराए के मकान में रहता था। उसके साथ ट्रेन मैनेजर आशु निवासी ग्राम मिगावली अहीर बागपत चंदौसी के अंकित दिल्ली के उत्कर्ष और अनिल कुमार भी रहते थे।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : हापुड़ में तैनात ट्रेन मैनेजर विक्रांत तोमर ने मझोला की शिव विहार कालोनी में फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी। वह यहां साथियों के साथ किराए के मकान में रहता था।
माता-पिता का इकलौता बेटा था। सात फरवरी को उसकी शादी होनी थी। स्वजन उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। विक्रांत की मौत से स्वजन की खुशियां मातम में बदल गयीं। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव फांसी के फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया। उसकी मौत से स्वजन में मातम पसरा हुआ है।
ड्यूटी खत्म कर लौटा था कमरे पर
जनपद हापुड़ के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के भटियाना गांव निवासी किसान गिरधर तोमर का 27 वर्षीय इकलौता
बेटा रेलवे में ट्रेन मैनेजर के पद पर तैनात था। मानसरोवर के पास स्थित शिव विहार कालोनी में किराए के मकान में रहता था।
उसके साथ ट्रेन मैनेजर आशु, निवासी ग्राम मिगावली अहीर, बागपत, चंदौसी के अंकित, दिल्ली के उत्कर्ष और अनिल कुमार भी रहते थे। पांचों में अच्छी दोस्ती थी। आशु ने बताया कि विक्रांत का एक महीना पहले ही हापुड़ तबादला हो गया था। शनिवार को दोपहर डेढ़ बजे वह गरीब रथ में सवार होकर कमरे पर आ गया।
दूसरा दोस्त कमरे पर वापिस आया तो
मेरी रात को ड्यूटी थी, अन्य साथियों में से भी कोई कमरे पर नहीं था। आशु के मुताबिक वह रविवार को सुबह छह ड्यूटी खत्म होने के बाद कमरे पर पहुंचे। जिस कमरे में शौचालय था, वह अंदर से बंद था। फ्रेश होने के लिए दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला। कई बार आवाज दी अंदर से कोई जवाब नहीं मिला।
मृतक की बहन पुलिस विभाग में तैनात
कमरे के अंदर फोन लगातार बज रहा था। इसके बाद सीढ़ी की तरफ से खिड़की में से देखा तो विक्रांत का शव रस्सी के सहारे पंखे से लटका हुआ था। आशु ने बताया कि फोन करके पुलिस को बुला लिया गया। पुलिस ने ही दरवाजा खोलकर शव को फांसी के फंदे से उतरा।
आत्महत्या के पीछे की कहानी का अभी तक कोई पता नहीं लगा है। बताया जा रहा है कि विक्रांत की बहन रीतू पुलिस विभाग में है, उसकी इन दिनों लखनऊ में तैनाती है। प्रभारी निरीक्षक मझोला संजय कुमार पांचाल ने बताया कि सात फरवरी को विक्रांत की शादी होनी थी। उसने क्यों यह कदम उठाया। इसकी पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद ही आगे कार्रवाई होगी।
विक्रांत के कदम से साथी और स्वजन सभी हैरान
आशु का कहना है कि विक्रांत बेहद हंसमुख स्वभाव का था। वाट्सएप पर हमने एक ग्रुप बना रखा है। उसके माध्यम से वीडियो काल करता रहता था, जो काल रिलीव नहीं करता था। उससे झगड़ लेता था। उसके मिलनसार स्वभाव से हम सभी कायल थे लेकिन, विक्रांत की मौत के बाद सभी हैरान हैं।
इस तरह का कदम उठाने के लिए उसने किसने मजबूर किया उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उसकी और उसके परिवार की खुशियां ही छीन ली गयीं।
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