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मुरादाबाद में गैंगस्टर बन गया ग्राम प्रधान, भगतपुर थाना प्रभारी समेत चार लाइनहाजिर, यहां पढ़ें पूरा मामला

गैंगस्टर के प्रधान बनने के मामले में दो माह की लंबी जांच के बाद आखिरकार भगतपुर थाना प्रभारी के साथ चार लोगों को एसएसपी ने लाइनहाजिर करने की कार्रवाई की। इस मामले में डीआइजी ने बिजनौर जनपद के एएसपी से जांच कराई थी।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 11:22 AM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 11:22 AM (IST)
मुरादाबाद में गैंगस्टर बन गया ग्राम प्रधान, भगतपुर थाना प्रभारी समेत चार लाइनहाजिर, यहां पढ़ें पूरा मामला
डीआइजी ने बिजनौर एएसपी को दिए थे जांच के आदेश।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। गैंगस्टर के प्रधान बनने के मामले में दो माह की लंबी जांच के बाद आखिरकार भगतपुर थाना प्रभारी के साथ चार लोगों को एसएसपी ने लाइनहाजिर करने की कार्रवाई की। इस मामले में डीआइजी ने बिजनौर जनपद के एएसपी से जांच कराई थी। एएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद भगतपुर थाना प्रभारी, एक उपनिरीक्षक के साथ ही दो सिपाहियों को लाइनहाजिर करने की कार्रवाई की गई। हालांकि इस मामले में मुरादाबाद पुलिस की प्राथमिक जांच से असंतुष्ट होने के बाद डीआइजी ने बिजनौर जनपद के एएसपी को जांच के आदेश दिए थे।

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भगतपुर थाना क्षेत्र के निवाड़खास गांव निवासी संजय सिंह शराब तस्कर का गैंग चलाता था। बीते सात फरवरी को एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए आरोपित को अगवानपुर से गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इस कार्रवाई के बाद वह जमानत पर बाहर आने के बाद ग्राम प्रधान का चुनाव लड़कर जीत गया था। लेकिन आरोपित के चुनाव लड़ने और जीतने की भनक तक अधिकारियों को नहीं लगी। इस मामले में सिविल लाइंस थाना पुलिस के द्वारा आरोपित पर दस मई को गैंगस्टर लगाने की कार्रवाई की गई थी। ग्राम प्रधान पद की शपथ लेने की तैयारी में जुटे शराब तस्कर संजय को दोबारा फिर 12 मई को एसटीएफ ने मझोला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। आरोपित शराब तस्कर के खिलाफ पहले भगतपुर थाना क्षेत्र और फिर सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में गैंगेस्टर की कार्रवाई होने के बाद भी ग्राम प्रधान बनने पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे थे। जिसके बाद मामले की जांच के आदेश डीआइजी शलभ माथुर ने दिए थे। जिला पुलिस के एक अधिकारी को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। लेकिन, जब उनकी जांच रिपोर्ट सामने आई तो, उच्च अधिकारी इस जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे। इसके बाद डीआइजी ने बिजनौर के एएसपी को दोबारा से जांच के आदेश दिए थे। लगभग दो माह तक चली जांच के बाद सोमवार को एसएसपी पवन कुमार ने इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर भगतपुर थाना थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक महेश चंद्र शर्मा, महिला आरक्षी सरोज के साथ ही आरक्षी मोहित नौटियाल को लाइनहाजिर कर दिया।


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