जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में फर्जीवाड़ा, जन सेवा केंद्र से एक दिन में भी बन रहे प्रमाण पत्र, देखें पूरा खेल
Fraud in Making Birth Certificate प्रतिबंधित वेबसाइट से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला सिंडिकेट जनसेवा केंद्र ही हैं। हिमगिरी कालोनी में केजीके कालेज और हिंदू कालेज के पास जन्म प्रमाण प्रतिबंधित साइट से जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर से बनाए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Fraud in Making Birth Certificate : प्रतिबंधित वेबसाइट से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला सिंडिकेट जनसेवा केंद्र ही हैं। हिमगिरी कालोनी में गैस गोदाम के पास, केजीके कालेज और हिंदू कालेज के पास जन्म प्रमाण प्रतिबंधित साइट से नगर निगम के जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रार के फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर से बनाए जा रहे हैं। नगर निगम प्रशासन को इसकी चिंता ही नहीं है।
दैनिक जागरण की टीम ने ग्राहक बनकर हिमगिरी कालोनी, केजीके कालेज परिसर और हिंदू कालेज के पास संचालित जन सेवा केंद्र पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की पड़ताल की। हिमगिरी कालोनी में जनसेवा केंद्र पर प्रतिबंधित वेबसाइट और सरकार द्वारा अधिकृत वेबसाइट दोनों से प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं।
प्रतिबंधित साइट से जन्म प्रमाण पत्र अगले दिन ही मिल जाएगा और सरकार द्वारा अधिकृत साइट से बनवाने में आनलाइन आवेदन के बाद नगर निगम में सत्यापन में जाएगा। इसमें 15 दिन दिन लगेंगे। स्कूलों में जन्म प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य करने के कारण लोगों को शार्टकट में बनाकर दे रहे हैं।
प्रमाण पत्र बनाने के 500 से 600 रुपये वसूल रहे हैं। ग्राहक बनकर बात की गई तो प्रकरण खुलकर सामने आ गया कि प्रतिबंधित साइट से हिमगिरी कालोनी में खुलेआम जन्म प्रमाण पत्र बन रहे हैं। केजीके कालेज के पास भी प्रतिबंधित साइट से प्रमाण पत्र बनाने की बात स्पष्ट हुई। यहां पर 400 रुपये दीजिए और अगले दिन प्रमाण पत्र लीजिए।
मामला सुर्खियोंं में आने सर्तक भी हुए जनसेवा केंद्रः हिंदू कालेज के पास स्थित जनसेवा केंद्र पर भी जन्म प्रमाण बनवाने की पड़ताल की गई। यहां पर यह कहकर इंकार कर दिया गया कि अभी कुछ दिन के लिए जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं। नगर निगम में जाकर बनवा लो। अगर जल्दी नहीं है, तो कुछ दिन रुक जाओ।
प्रतिबंधित साइट बनाने वाला आखिर मास्टरमाइंड कौनः प्रतिबंधित वेबसाइट से बने जन्म प्रमाण पत्र की जांच नगर निगम में होने से पहले से स्पष्ट हो चुका है कि सरकार की अधिकृत साइट से यह प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहे हैं। लेकिन, प्रतिबंधित साइट को बनाने वाला मास्टर माइंड कौन है, इससे पुलिस के हाथ खाली हैं। नगर निगम के जन्म मृत्यु रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारीः नगर आयुक्त संजय चौहान ने बताया कि जनसेवा केंद्रों पर जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनाने की जांच कराई जाएगी। जांच में प्रतिबंधित साइट से जन्म प्रमाण पत्र बनाने का मामला सही पाए जाने पर संबंधित जन सेवा केंद्र संचालकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।