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रामपुर की सियासत गरमा गए पूर्व सीएम अखिलेश यादव, घरोंं से बाहर न‍िकले सपा कार्यकर्ता, फूलों की बारिश

बड़ी तादाद में मुकदमे दर्ज होने से आजम खां के तमाम समर्थक मायूस हो गए। कोई विरोध भी नहीं कर पाए। अब अखिलेश यादव ने आंदोलन का बिगुल बजाया है तो सपाई घरों से बाहर निकल आए। हजारों की संख्या में लोग जनसभा में शामिल हुए।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 08:10 AM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 08:10 AM (IST)
रामपुर की सियासत गरमा गए पूर्व सीएम अखिलेश यादव, घरोंं से बाहर न‍िकले सपा कार्यकर्ता, फूलों की बारिश
रामपुर में लंबे अर्से से सपा के लोग खामोश हैं।

मुरादाबाद, जेएनएन। लंबे समय से हाशिए पर चल रहे सपाइयों में अखिलेश यादव जान डाल गए। साइकिल यात्रा के जरिए जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया, वहीं जनसभा में जुल्म का डटकर विरोध करने की नसीहत दी। उनके इस कार्यक्रम से रामपुर की सियासत भी गरमा गई।

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रामपुर में लंबे अर्से से सपा के लोग खामोश हैं, दरअसल उनके लीडर आजम खां सालभर से बेटे अब्दुल्ला आजम समेत सीतापुर जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी शहर विधायक डा.तजीन फात्मा भी 10 माह जेल में रहीं। आजम खां के परिवार के साथ ही उनके समर्थकों पर भी बड़ी तादाद में मुकदमे हुए। आजम खां पर 86 मुकदमे, उनके बेटे अब्दुल्ला पर 44 मुकदमे और पत्नी पर 34 मुकदमे विचाराधीन हैं। आजम खां के करीबी रहे पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां पर 57 मुकदमे दर्ज हो गए। उनके मीडिया प्रभारी शानू खां पर दो दर्जन मुकदमे दर्ज हुए, उन्हें गुंडा एक्ट लगाकर जिला बदर भी किया गया और फिर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कई माह बाद जेल से छूटे। पालिकाध्यक्ष अजहर खां पर भी बड़ी संख्या में मुकदमे दर्ज हैं। उनके घर की कुर्की भी हो चुकी है। उन पर 50 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित है, लेकिन पुलिस की पकड़ में नहीं आ पा रहे हैं। बड़ी तादाद में मुकदमे दर्ज होने से आजम खां के तमाम समर्थक मायूस हो गए। कोई विरोध भी नहीं कर पाए। अब अखिलेश यादव ने आंदोलन का बिगुल बजाया है तो सपाई घरों से बाहर निकल आए। हजारों की संख्या में लोग जनसभा में शामिल हुए। आजम खां और अखिलेश यादव जिंदाबाद के खूब नारे लगाए। हालांकि अखिलेश के साथ साइकिल यात्रा में सिर्फ सांसद और विधायक ही शामिल थे, लेकिन कार्यकर्ता अपने वाहनों से पीछे-पीछे चल रहे थे। साइकिल यात्रा के समापन के मौके पर सब आंबेडकर पार्क पहुंच गए और खूब नारेबाजी की। पार्टी मुखिया पर फूल भी बरसाए। शहर में भी कई जगह छतों से फूल बरसाए गए। अखिलेश यादव भी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते रहे। जनसभा स्थल पर भी कई कार्यकर्ताओं के कंधे पर हाथ रखा तो कई से हाथ भी मिलाया। इससे कार्यकर्ता गदगद हो गए।

जनसभा में उमड़ी भीड़

सपा की जनसभा में लंबे अर्से बाद हजारों की भीड़ दिखाई पड़ी। शहर ही नहीं बल्कि गांव के भी तमाम कार्यकर्ता जनसभा में शामिल हुए। इस मौके पर सपा के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार गंगवार, मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन, विधायक नसीर खां, संभल के जिलाध्यक्ष फिरोज खां, पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन मशकूर अहमद मुन्ना, जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम, पूर्व विधायक विजय सिंह, आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रमोद कुमार, हरज्ञान सिंह यादव, अधिवक्ता फिरासत अली, फरहान खां, आनंद प्रकाश शर्मा, नवीन शर्मा आदि शामिल रहे।

सबसे पहले आजम के घर पहुंचे अखिलेश

सपा मुखिया करीब तीन घंटे रामपुर में रुके। सबसे पहले करीब एक बजे सांसद आजम खां के घर पहुंचे। यहां आजम खां की पत्नी शहर विधायक डा.तजीन फात्मा से मुलाकात की। उनके बड़े बेटे अदीब आजम और बहू सिदरा से भी बात की। सभी ने परिवार पर हो रहे जुल्म के बारे में बताया। अखिलेश ने कहा कि चिंता न करें। अदालत से इंसाफ मिलेगा और जुल्म करने वालों को भी सबक मिलेगा। करीब आधे घंटे तक यहां रुकने के बाद जनसभा स्थल पहुंचे। मंच से वह मात्र 12 मिनट ही बोले। इसके बाद मीडिया से बात की और फिर साइकिल यात्रा शुरू कर दी। घंटेभर में साइकिल यात्रा भी खत्म हो गई। आंबडेकर पार्क पर यात्रा खत्म कर बदायूं के लिए रवाना हो गए।

आज लखनऊ रवाना होगी यात्रा

सपा की साइकिल यात्रा शनिवार को 11 बजे आंबेडकर पार्क से लखनऊ के लिए रवाना होगी। इसमें तमाम कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। इस यात्रा को सपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल रवाना करेंगे। वह रात्रि विश्राम भी रामपुर में ही कर रहे हैं। उनके साथ नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी भी हैं।

अखिलेश की साइकिल देखते रहे कार्यकर्ता

सपा मुखिया अखिलेश यादव की साइकिल भी खास थी। कार्यकर्ता इसे नामचीन कंपनी की बता रहे थे और इसकी कीमत भी लाखों रुपये आंक रहे थे। इस साइकिल की स्पीड भी दूसरी साइकिलों के मुकाबले ज्यादा थी। इसी कारण अखिलेश यादव सबसे आगे निकल रहे थे। उन्हें देख कार्यकर्ता कह रहे थे कि साइकिल कुछ तो खास है, जो इतनी तेज दौड़ रही है। साइकिल को मर्सडीज कंपनी का बताया जा रहा था, जिसमें चार गीयर भी हैं और 26 ईंच के पहिए हैं। यह साइकिल लखनऊ से आई थी, इसलिए कोई भी कार्यकर्ता अधिकृत तौर पर नहीं बता पा रहा था।

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