फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर शिक्षिका से ठगे 94.78 लाख रुपये, मुरादाबाद पुलिस ने गिरफ्तार की महिला
मुरादाबाद में एक शिक्षिका को शादी डॉट कॉम पर एक NRI से शादी का प्रस्ताव मिला जिसने अमेरिका से गिफ्ट भेजने का वादा किया। एक महिला ने कस्टम अधिकारी बनकर शिक्षिका से 94.78 लाख रुपये ठग लिए। साइबर पुलिस ने फर्जी कस्टम अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला कि कॉल करने वाला नाइजीरिया का रहने वाला है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। कटघर के लाजपतनगर चौकी क्षेत्र निवासी शिक्षिका से ठगी करने वाली फर्जी कस्टम अधिकारी कोनसम सुनीता को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शिक्षिका ने शादी डॉट कॉम पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी।
एक व्यक्ति ने अपने आप को एनआरआई बताते हुए शिक्षिका के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। अमेरिका से शिक्षिका को गिफ्ट भेजने की बात कही। आरोपित महिला ने कस्टम अधिकारी बनकर शिक्षिका के पास फोन कर 94.78 लाख हड़प लिए थे।
एक शिक्षिका ने पिछले दिनों आईडी बनाई थी। उसी दिन उसके पास एक अंजान नंबर से वाट्सएप मैसेज आया। मैसेज करने वाले ने खुद का परिचय अमेरिका में रहने वाले आरव सिंह के रूप में दिया। उसने कहा कि मैं भारत में पैदा हुआ हूं और मेरी शिक्षा अमेरिका में हुई है। यह भी बताया कि वह जनरल सर्जन एमबीबीएस है और 15 साल से अमरिका के ही हॉस्पिटल में जॉब कर रहा है।
कॉल करने वाले ने कहा, वो इंडिया में सेटल होना चाहता है
बाद में कॉल करने वाले ने यह भी कहा कि वह भारत आना चाहता है और यहीं की लड़की से शादी करके भारत में ही सेटल होना चाहता है। शिक्षिका के अनुसार उस दिन बात करने के बाद उससे बात नहीं हुई। उसके दो दिन बाद शिक्षिका के पास उसने मैसेज किया कि मैंने आपके लिए अमेरिका से पार्सल भेजा है।
अलग−अलग नंबरों से आए वाट्सएप कॉल
शिक्षिका के अनुसार उसके बाद उसके पास अलग-अलग नंबरों से वाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को कस्टम दिल्ली से कस्टम अधिकारी बताया। उन्होंने शिक्षिका से कहा कि आरव सिंह के नाम से आपका पार्सल आया है, जिसमें काफी गोल्ड के साथ डायमंड रिंग औ अमेरिकन करेंसी है। इसके बाद कहा कि पार्सल के लिए आपको 30 हजार रुपये का भुगतान करना होगा।
शिक्षिका ने 30 हजार रुपये भेज दिए
शिक्षिका ने पार्सल आने की बात सच मान कर विश्वास करके सामने वाले के बताए नंबर पर तीस हजार रुपये भेज दिए। बाद में उन्हीं नंबरों से कॉल करके और पैसों की डिमांड की जाने लगी। शिक्षिका के अनुसार उसने पैसे देने से मना किया तो कॉल करने वालों ने डराना शुरू कर दिया। कहा कि अगर आप भुगतान नहीं करती हो तो आपके ऊपर मनी लॉड्रिंग का केस लग जाएगा। जेल भी जाना पड़ेगा। पीड़ित शिक्षिका के अनुसार डर के कारण वह आरोपियों के बताए खातों में रकम ट्रांसफर करती रही।
आरोपितयों ने ट्रांसफर कराए रुपये
आरोपियों ने शिक्षिका के तीन अलग-अलग बैंक खातों से 31 जुलाई से 18 अगस्त के बीच कुल 94 लाख 78 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी जब उनसे पैसों की डिमांड की जाती रही तब साइबर ठगी का अहसास हुआ। शिक्षिका के अनुसार उसने अंत में पैसे देने से मना किया तो कथित आरव सिंह ने कहा कि यदि तुमने पैसे नहीं भेजे तो तुम्हारी फोटो एडिट करके वायरल कर दूंगा। जिसके बाद डरी सहमी शिक्षिका ने साइबर थाना पुलिस में शिकायत की।
साइबर पुलिस ने केस की छानबीन कर सुनीता को गिरफ्तार किया
साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मणिपुर निवासी कोनसम सुनीता को गिरफ्तार किया है। शिक्षिका को एनआरआई बनकर कॉल करने वाला नाइजीरिया निवासी है। वह वहीं से बैठकर लोगों को ठग रहा है। आरोपित महिला पहले भी ठगी के मामले में दो बार जेल जा चुकी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।