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BSNL : मुरादाबाद में बिना टेलीफोन कनेक्शन के चल रहे एक्सचेंज, हर महीने ब‍िजली ब‍िल पर खर्च हो रहे 50 लाख रुपये

जिले में 32 ऐसे एक्सचेंज है जहां 10 से कम टेलीफोन के कनेक्शन हैं। हालात ये हैं क‍ि जिले में टेलीफोन उपभोक्ताओं से 32 लाख रुपये का मासिक राजस्व मिलता है और बिजली के बिल पर ही बीएसएनएल को प्रत्येक माह 50 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 08:51 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 08:51 AM (IST)
जिले के 32 एक्सचेंज में दस से कम टेलीफोन कनेक्शन।

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। जिले में एक ऐसा टेलीफोन एक्सचेंज है, जहां पांच साल से एक भी टेलीफोन का कनेक्शन नहीं है और लगातार चल रहा है। जिले में 32 ऐसे एक्सचेंज है, जहां 10 से कम टेलीफोन के कनेक्शन हैं। हालात ये हैं क‍ि जिले में टेलीफोन उपभोक्ताओं से 32 लाख रुपये का मासिक राजस्व मिलता है और बिजली के बिल पर ही बीएसएनएल को प्रत्येक माह 50 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसके बावजूद टेलीफोन एक्सचेंज को बंद नहीं किया जा रहा है।

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वर्ष 2005 तक देश भर में टेलीफोन का एक अलग महत्व था। मोबाइल युग आते ही टेलीफोन से लोगों ने पीछा छुड़ाना शुरू कर दिया। मोबाइल से काॅल करने की सुविधा के बाद इंटरनेट की सुविधा शुरू की गई। इसके बाद धीरे-धीरे उपभोक्ता टेलीफोन का कनेक्शन कटवाने लगे। मुरादाबाद टेलीफोन जिले (मुरादाबाद, अमरोहा व सम्भल) में 73 टेलीफोन एक्सचेंज हैं। वर्ष 2005 तक जिले में एक लाख पांच हजार टेलीफोन के कनेक्शन थे। वर्तमान में जिले में 10 हजार टेलीफोन कनेक्शन रह गए हैं। इनमें अधिकांश टेलीफोन के कनेक्शन सरकारी आफिसों, थानों में लगे हुए हैं। शहरी क्षेत्रों में ब्राडबैंड के कनेक्शन के कारण कुछ लोगों ने टेलीफोन कनेक्‍शन लगा रखा है। कुछ ऐसे पुराने लोग हैं, ज‍िन्‍होंने शौक के ल‍िए टेलीफोन का कनेक्शन ले रखा है। बीएसएनएल ने हाल ही में टेलीफोन एक्सचेंजों का रिकार्ड एकत्रित कराया है। इसमें सम्भल जिले के सिंहपुर सानी गांव में एक हजार क्षमता वाला टेलीफोन एक्सचेंज है। यहां पिछले पांच साल से एक भी टेलीफोन का कनेक्शन नहीं है। एक्सचेंज पूरी तरह से चालू हालत में हैं। यहां एक विभागीय टेलीफोन ‌लगा हुआ है। जिले के 16 टेलीफोन एक्सचेंज हैं, जहां पांच से भी कम टेलीफोन के कनेक्शन हैं। 16 एक्सचेंज ऐसे हैं, जहां दस से भी कम टेलीफोन के कनेक्शन लगे हुए हैं। सभी टेलीफोन एक्सचेंज ग्रामीण क्षेत्रों में है। ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता टेलीफोन से कम बात करते हैं। जिले के 41 टेलीफोन एक्सचेंज है, जिसमें पचास से लेकर आठ सौ तक टेलीफोन के कनेक्शन लगे हुए हैं। जिले में कुल दस हजार टेलीफोन का कनेक्शन है। इसमें बीएसएनएल को मासिक 32 लाख रुपये राजस्व प्राप्त होता है। जबकि सभी टेलीफोन एक्सचेंज के बिजली बिल 50 लाख रुपये होता है। जिले में बीएसएनएल के चार लाख से अधिक मोबाइल का कनेक्शन है। मोबाइल कनेक्शन से मिलने वाले राजस्व से बीएसएनएल टेलीफोन एक्सचेंज का खर्च चला रहा है। उप महाप्रबंधक बीके शर्मा ने बताया कि दस से कम कनेक्शन वाले टेलीफोन एक्सचेंज को बंद करने के लिए मुख्यालय कई बार पत्र भेजा गया है, मुख्यालय से अनुमति नहीं मिलने के कारण ऐसे टेलीफोन एक्सचेंज को बंद नहीं किया जा रहा है।

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