मोटी चमड़ी तो समझ लीजिए आपकी जान को खतरा, उम्र रह गई दस साल
मुरादाबाद। चमड़ी मोटी होने के साथ चमकदार हो जाए तो समझ लिए आपकी उम्र दस साल है। इस बीमारी का
मुरादाबाद। चमड़ी मोटी होने के साथ चमकदार हो जाए तो समझ लिए आपकी उम्र दस साल है। इस बीमारी का नाम स्क्लेरोडार्मा है। इसका इलाज अभी तक चिकित्सा विज्ञान ने नहीं खोज पाया है। बीमारी होने का कारण भी पता नहीं चल पाया है।
ऐसे फैलती है बीमारी
हर साल स्क्लेरोडार्मा डे पर लोगों को जागरूक किया जाता है। यह बीमारी एक लाख की आबादी पर पांच लोगों को हो सकता है। भारत में यह बीमारी मुबंई व उसके आसपास क्षेत्रों में होता है। स्क्लेरोडार्मा के कारण त्वचा मोटे हो जाता है और तने के साथ चमक दार हो जाता है। त्वचा से नमी खत्म हो जाता है। जिससे त्वचा फटने लगता है। धीरे-धीरे हाथ पैर मुड़ना बंद हो जाता है। त्वचा फटना शुरू हो जाता है। मोटी चमड़ी हो जाने से शरीर के अंदर रक्त प्रभाव भी प्रभावित हो जाता है। इसके अलावा यह बीमारी हृदय फेफड़ा, गुर्दा को प्रभावित करता है। इससे पीड़ित व्यक्ति की मौत हो सकती है।
अभी तक बीमारी का उपचार नहीं
चिकित्सा विज्ञान ने अभी तक उक्त बीमारी होने कारण पता नहीं कर पाया है। इस बीमारी का इलाज भी नहीं हैं। चिकित्सक घाव होने पर उसके ठीक करने का इलाज करता है। पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सक त्वचा में नमी बनाने के लिए क्रीम, नारियल तेल लगाने का सलाह देता है और त्वचा को ढक करने को कहा जाता है। हाथ पैर काम करते रहे। इसके लिए योग व्यायाम करने की सलाह देता है। साबुन का प्रयोग नहीं करने को कहा जाता है। चिकित्सक स्क्लेरोडार्मा पीड़ित की अधिक उम्र दस साल मानता है।
ये बोले चिकित्सक
जिला अस्पताल मुरादाबाद के चिकित्साधीक्षक डॉ.राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्क्लेरोडार्मा रोगी उत्तर प्रदेश व उसके आसपास में नहीं है। इसका इलाज नहीं है, इसलिए बचाव के क्या उपाय है। इसकी जानकारी नहीं हैं। पीड़ित व्यक्ति को व्यायाम करने व त्वचा में नमी रखने की सलाह दी जाती है।
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