CM योगी के निरीक्षण में डीएम ने पत्रकारों को इमरजेंसी कक्ष में किया बंद Moradabad News
विकास कार्य और कानून व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम को प्रशासन के अदूरदर्शी कार्यों ने बदरंग कर दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। विकास कार्य और कानून व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम को प्रशासन के अदूरदर्शी कार्यो ने बदरंग कर दिया। संयुक्त जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कवर करने पहुंचे जर्नलिस्ट, न्यूज चैनल के कैमरामैन और मीडियाकर्मियों को इमरजेंसी चिकित्सक कक्ष में बंद कर दिया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह बाहर से दरवाजा बंद करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इस प्रकरण में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट ने सियासी ताप बढ़ा दिया है। उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार की कार्य प्रणाली को कठघरे में खड़ा किया है। मुख्यमंत्री जब निरीक्षण करने के लिए महिला अस्पताल की ओर आगे बढ़ने लगे तब इमरजेंसी चिकित्सक कक्ष का दरवाजा खोल दिया गया। इस पर कुछ पत्रकारों ने कमरे में बंद करने का विरोध जताया। इसको लेकर खासा हंगामा भी हुआ। सोशल मीडिया पर इस घटनाक्रम का वीडियो खूब वायरल होता रहा। जिलाधिकारी बाहर से दरवाजे की कुंडी लगाते दिख रहे हैं। अंदर मीडियाकर्मी बेचैन हैं। हालांकि इसका जवाब सोशल मीडिया पर डीएम ने खुद ही दिया है।
एसएसपी ने छीन लिया सफाईकर्मी का मोबाइल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिला अस्पताल पहुंचे तो पैथलैब में सफाई कर्मचारी मोनू ने उनके आगमन की वीडियो क्लिप बनानी शुरू कर दी। एसएसपी अमित पाठक ने जब कर्मचारी को वीडियो बनाते हुए देखा तो वे खुद पर काबू नहीं रख पाए और उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया और उसे पैथलैब के रास्ते तक छोड़कर भी आए।
प्रियंका के ट्वीट ने बढ़ाया सियासी तापमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुरादाबाद दौरे पर जिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान पत्रकारों को कमरे में बंद किया जाना राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा के इस मुद्दे पर किए गए ट्वीट ने सियासी ताप बढ़ा दिया है। उन्होंने ट्वीट के साथ ही कैमरामैनों को कमरे में बंद कि जाने वाला वायरल वीडियो भी पोस्ट करते हुए एनडीए सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए जमकर हमला बोला है। इस मुद्दे पर अब राजनीतिक पारा चढ़ने के पूरे आसार हैं। पत्रकारों को कमरे में बंद किये जाने पर प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट।
पत्रकारों को बंद नहीं किया गया था, बल्कि उन्हें एक स्थान पर रोका गया था। मुख्यमंत्री जिस वार्ड का निरीक्षण कर रहे थे। वहां पर ज्यादा लोगों के जाने से मरीजों को दिक्कत होती। इसलिए कुछ देर के लिए रोका गया था। मुख्यमंत्री के वार्ड का निरीक्षण करने के बाद सभी साथ थे। -राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी
पत्रकार बंधक बनाए जा रहे हैं, सवालों पर पर्दा डाला जा रहा है। समस्याओं को दरकिनार किया जा रहा है। प्रचंड बहुमत पाने वाली उप्र भाजपा सरकार जनता के सवालों से ही मुंह बिचका रही है। नेता ये पब्लिक है सब जानती है। सवाल भी पूछेगी और जवाब भी लेगी। -प्रियंका वाड्रा, राष्ट्रीय महासचिव कांग्रेस