Delhi में केशव के खूनी खेल से भयानक था UP की शबनम का कारनामा, सात परिवार वालों को कुल्हाड़ी से काटा डाला था
Delhi and Uttar Pradesh Dreadful Nights दिल्ली और उत्तर प्रदेश की दो रातें ऐसी खौफनाक थीं कि जिसने भी इन रातों के मंजर की कहानी सुनी उनकी रूह कांप गई। दोनों ही मामलों ने समानता एक यह थी कि बेटे और बेटी ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Delhi and Uttar Pradesh Dreadful Nights : दिल्ली के पालम में दो दिन पहले की रात काफी भयानक थी। युवक केशव ने अपने परिवार वालों के साथ खूनी खेल खेला था। अपनी दादी दीवानो, पिता दिनेश, मां दर्शन और बहन उर्वशी की गला रेतकर हत्या कर दी थी। केशव के खूनी खेल से भी भयानक कारनामा यूपी की शबनम ने 14 साल पहले किया था। शबनम ने अपने परिवार के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काट डाला था।
दिल्ली की मंगलवार की वो खौफनाक रात
पश्चिम दिल्ली के पालम में मंगलवार की वो रात काफी खौफनाक थी। केशव ने सबसे पहले अपनी दादी दीवानो की गला रेतकर हत्या की थी। इसकी वजह थी कि दादी ने उसे पैसे देने से इनकार कर दिया था। दरअसल केशन नशे का आदी था। जिसके चलते परिवार वाले परेशान थे। दादी की हत्या के बाद परिवार का जो-जो सदस्य सामने आया और केशव के कृत्य को देखा उसको उसने मौत के घाट उतार दिया। एक-एक करके उसने अपनी मां, पिता और बहन की गला रेतकर हत्या कर दी।
14 साल पहले सोमवार की रात को क्या हुआ था
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद में एक गांव है बावनखेड़ी, जहां पर 14 अप्रैल 2008 दिन सोमवार की रात को दिल्ली से भी भयानक खूनी खेल खेला गया था। इस खेल की प्रमुख खिलाड़ी थी परिवार की इकलौती और लाडली बेटी शबनम। उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर माता-पिता, दो भाई, दो भाभी और 11 महीने के भतीजे की हत्या कर दी थी। माता-पिता, भाइयों और भाभी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की गई थी, जबकि भतीजे का गला शबनम ने खुद ही घोंटा था।
शबनम ने पूरी योजना बनाकर वारदात को दिया था अंजाम
शबनम का परिवार काफी पढ़ा लिखा था। पिता शौकत कॉलेज में लैक्चरर थे। एक भाई ने एमबीए तो दूसरे ने इंजीनियरिंग की हुई थी। शबनम खुद अंग्रेजी और भूगोल में डबल एमए थी। शबनम को घर पर काम करने वाले सलीम से प्रेम हो गया था। दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन, परिवार वाले इसके खिलाफ थे। जिसके चलते दोनों ने परिवार वालों को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी।
रात के खाने में बनी खीर में शबनम ने मिलाई थी बेहोशी की दवा
सामूहिक हत्याकांड की पूरी योजना शबनम ने ही बनाई थी। सबसे पहले रात के खाने में बनी खीर में शबनम ने बेहोशी की दवा मिलाई थी। परिवार के सभी लोगों को शबनम ने खीर खिलाई थी लेकिन खुद नहीं खाई थी। इसके बाद जब सभी लोग अपने-अपने कमरे में जाकर गहरी नींद में सो गए तब उसने प्रेमी सलीम को बुलाया और एक के बाद एक कुल्हाड़ी से परिवार वालों को मौत के घाट उतारना शुरू कर दिया।
11 महीने के भतीजे ने नहीं खाई थी खीर
शबनम के भतीजे ने शायद खीर नहीं खाई थी, जिसकी वजह से रात में वह जाग गया था। शबनम ने उसको भी इसलिए मार दिया था क्योंकि उसे डर था कि पुलिस उसे चश्मदीद गवाह बना लेगी और उसके बड़े होने पर कहीं पूरे हत्याकांड का राज न खुल जाए।
पुलिस ने कैसे खोला था पूरा मामला
जांच में पुलिस को पता चल गया था कि शबनम का गांव के ही सलीम से प्रेम संबंध था। पुलिस को पहले से सलीम पर शक था। ऐसे में घटना के दो दिन बाद पुलिस ने सलीम को पूछताछ के लिए बुलाया। सख्ती से पूछताछ में सलीम टूट गया और उसने पूरी कहानी बता दी। बताया कि सभी को रास्ते से हटाने की योजना शबनम ने बनाई थी। सलीम ने वो कुल्हाड़ी भी बरामद करा दी जिससे सभी का क़त्ल किया गया था। वारदात के बाद उस कुल्हाड़ी को तालाब में फेंक दिया गया था। शबनम के खून से सने कपड़े भी पुलिस बरामद कर चुकी थी।