मुरादाबाद देह व्यापार में एनएसए की होगी कार्रवाई... पांच बदमाश पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
देह व्यापार और मानव तस्करी गिरोह के सरगना समेत पांच गुर्गों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गिरोह गोशाला की आड़ में चल रहा था। पुलिस ने उत्तराखंड की एक 30 वर्षीय महिला को बंधनमुक्त कराया। पूछताछ में पता चला कि गिरोह संभल में लड़कियों को बेचता था और अन्य राज्यों से भी लड़कियों को लाया गया था। पुलिस सभी आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करेगी।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। गोशाला की आड़ में चल रहे देह व्यापार व मानव तस्कर गिरोह के सरगना समेत पांच सदस्यों ने पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दो शुक्रवार की रात और तीन शनिवार पकड़े गए। महिला पिंकी अंधेरे का फायदा का उठाकर फरार हो गई।
एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि अब तक गिरोह के पांच गुर्गों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पिंकी की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई होगी। वहीं, आरोपितों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उत्तराखंड की 30 वर्षीय महिला को बंधनमुक्त कराया है।
महिला घर से नाराज होकर निकली थी
महिला ने बताया कि वह तीन महीने पहले घर से नाराज होकर निकली थी। मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर विजय ठाकुर काम दिलाने का झांसा देकर गोशाला ले आया था। कुछ दिन गोशाला में ही रखा, फिर अपने किराए के मकान पर बंधक बना लिया। वहीं, संभल में 80 हजार रुपये में लड़की बेचने के अलावा गिरोह के सरगना सचिन ने मध्यप्रदेश की एक लड़की को भी एक लाख रुपये में बेचा था। युवक और उस लड़की को मध्यप्रदेश पुलिस अपने साथ ले जा चुकी है।
गिरोह के बारे में लड़कियों ने दी जानकारी
अविनाश और विजय ने पूछताछ में बताया कि सचिन इसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बहलाकर लाया था। गिरोह के चंगुल से अब तक एक लड़की और एक महिला को छुड़ाया जा चुका है। जबकि तीन लड़कियां किसी तरह गिरोह से बचकर भागते समय 19 अगस्त को जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस में नजीबाबाद में मिली थीं। उन्होंने ही आपबीती सुनाते हुए गिरोह के बारे में पुलिस को बताया था।
निर्यात फर्म में काम करते समय बना था गिरोह
पुलिस के अनुसार, गिरोह के सरगना सचिन और पिंकी हैं। 10 साल पहले एक निर्यातक फर्म में विजय ठाकुर, अवनीश यादव भी आए थे। बाद में कांशीराम नगर में रहकर इन्होंने देह व्यापार व मानव तस्करी का गिरोह बना लिया। आसपास के लोगों को जब इनके बारे में पता चला तो छह साल पहले अवनीश यादव ने कांशीराम नगर में करीब 700 गज का प्लाट किराए पर लेकर गोशाला खोल ली।
इसी गोशाला को पिंकी संचालित करती थी। गोशाला में रहने वाले लोगों को नौकर बताया जाता। दिखाने के लिए गोशाला में 18 गाय रखी गईं थीं। ग्राहकों को बाहर ही दूध दिया जाता था।
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