Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिन ब्याही किशोरी की बेटी को मिला पिता का नाम, सामूह‍िक दुष्‍कर्म के बाद 14 साल की उम्र में बनी थी मां, डीएनए टेस्ट ने खोला राज

    मुरादाबाद मंडल के अमरोहा ज‍िले में एक क‍िशोरी के साथ सामूह‍िक दुष्‍कर्म हुआ था। इस घटना के बाद क‍िशोरी 14 साल की उम्र में ही मां बन गई थी। उसने न्‍याय के ल‍िए अपनी लड़ाई जारी रखी। डीएनए टेस्‍ट से उसकी बेटी को प‍िता का नाम म‍िल गया।

    By Narendra KumarEdited By: Updated: Sat, 06 Feb 2021 02:07 PM (IST)
    Hero Image
    साबित हो गया-आरोपित में मुरारी बच्ची का पिता है..।

    अमरोहा [आसिफ अली]। वो खुद बच्ची थी, खेलने की उम्र लांघकर किशोरावस्था पर दस्तक ही दे पाई थी। अन्य लड़कियों की तरह जीना चाहती थी, खुले आसमां में उड़ना चाहती थी। ख्वाबों ने उसके आंखें ही खोली थीं मगर.. एक रोज जिंदगी में हैवानियत का ऐसा तूफान उठा, अस्मत ही तार-तार कर गया। महज 13 साल की उम्र में हैवानों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर डाला। घटना से परिवार अवाक था और बेटी नि:शब्द। कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले बेटी ज्यादती के उस पड़ाव पर पहुंच गई जहां से लौटना मुश्किल था। वो गर्भवती हो गई और महज 14 वर्ष की उम्र में बेटी गोद में थी। चूंकि, आरोप चार युवकों पर था इसलिए बिन ब्याही मां का सुकून ही छिन गया। दुनिया की नजर में ‘पाप’ को कैसे पिता का नाम दिलाए, यह चुनौती बन गया लेकिन, वह हारी नहीं। छेड़ दी कानूनी लड़ाई। आखिर मामला हाईकोर्ट पहुंचा। डीएनए टेस्ट के आदेश हुए और उसमें साबित हो गया-आरोपित में मुरारी बच्ची का पिता है..।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह है पूरा मामला

    मामला डिडौली कोतवाली क्षेत्र में अमरोहा-जोया मार्ग पर स्थित एक गांव का है। श्रमिक की तीन साल पहले मौत हो चुकी है। परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। इनमें एक नाबालिग बेटी है। किसी तरह परिवार मुफलिसी में गुजर कर रहा था मगर, पिछले साल जनवरी में गांव के ही कुछ हैवानों की नजर किशोरी पर पड़ गई। मजबूरी का फायदा उठाकर उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया। मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता भी लोकलाज के डर से सहम गई। खुद घुटती रही मगर, मुंह से घटना बाहर न आ पाई। तीन माह गुजरने के बाद जैसे उसके पैरों तले तब जमीन खिसक गई, जब पता चला कि वह गर्भवती है। यहां उसकी सहनशक्ति जवाब दे गई। स्वजन को सारा घटनाक्रम बता दिया। उस समय उसकी उम्र महज 13 साल आठ माह थी।

    पुलिस ने द‍िखाई गंभीरता

    चूंकि, मामला दो संप्रदाय से जुड़ा था इसलिए पुलिस ने आनन-फानन में गांव के चार युवकों विनोद, सतेंद्र, मुरारी व सुमेरी सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुमेरी बाद में जमानत पर बाहर आ गया। डिडौली पुलिस ने जून 2020 में स्थानीय अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी लेकिन, पीड़िता की जिंदगी में तूफान नहीं थमा। तीनों ने जीना मुहाल कर दिया। हारकर वह हाईकोर्ट पहुंची। गर्भ में पल रहे बच्चे के असली पिता का पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट की मांग उठाई। जून में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पीड़िता व चारों आरोपितों का सैंपल लिया था। इस बीच अक्तूबर में पीड़िता ने बेटी को जन्म दे दिया। पिछले दिनों पुलिस को डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट भी मिल गई है, जिसमें आरोपित मुरारी बच्ची का पिता निकला।

    यह भी पढ़ें 

    मुरादाबाद की युवती ने सीएम पोर्टल पर की श‍िकायत, कहा-दुष्‍कर्म का मुकदमा नहीं दर्ज कर रही पुलिस 

    मुरादाबाद की मुमताज क‍िन्‍नर ने रची थी हत्‍या की साज‍िश, चलती कार में हापुड़ के युवक की हत्‍या, अलीगढ़ में फेंका था शव