Move to Jagran APP

चंदौसी कोल्ड स्टोरेज हादसा, 30 घंटे चला रेस्क्यू, 14 मौत, 10 लोगों को बचाया, पुलिस ने दोनों मालिक किए गिरफ्तार

Chandausi News पुलिस प्रशासन ने टीम के साथ बचाव कार्य शुरू तो किया लेकिन ऊपर का चैंबर नहीं हट सका। घटना के पांच घंटे बाद एक मृतक को निकाला गया तो बाहर अपनों का इंतजार कर रहे अन्य मलबे में दबे लोगों के स्वजन की सांस थम गई।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Sat, 18 Mar 2023 08:43 AM (IST)Updated: Sat, 18 Mar 2023 11:15 AM (IST)
चंदौसी कोल्ड स्टोरेज हादसा,  30 घंटे चला रेस्क्यू, 14 मौत, 10 लोगों को बचाया, पुलिस ने दोनों मालिक किए गिरफ्तार
Chandausi News: कोल्ड स्टोरेज हादसे के बाद दोनों भाई गिरफ्तार।

चंदौसी, जागरण टीम। संभल के इतिहास की इसे बड़ी ही नहीं ऐसी घटना मानी जा सकती है, जो न पहले हुई और न ही इतना लंबा बचाव अभियान चला हो। संभल में कोल्ड स्टोरेज का चैंबर गिरने के बाद जीवित लोगों के लिए शुरू हुआ बचाव अभियान अगले दिन शाम को सवा चार बजे तक जारी रहा। यानी तीस से सवा तीस घंटे तक यह अभियान लगातार तब तक चला, जब तक कि प्रशासन को उनकी संख्या नहीं मिल गई। यानी प्रशासनिक सूची में 24 नाम थे और सवा तीस घंटे बाद जब यह संख्या पूरी हुई तो अभियान का स्वरूप बदल दिया गया। पुलिस ने कोल्ड स्टोरेज के मालिक दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है।

loksabha election banner

गैर इरादतन हत्या का है आरोप

चंदौसी के एआर कोल्ड स्टोरेज हादसे में पुलिस दो मालिक अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की प्राथमिकी है। ओवर लोडिंग को लेकर मंडल के कोल्ड स्टोरेज की जांच शुरू कर दी गई। उद्यान विभाग की टीम के साथ संबंधित तहसील के एसडीएम भी हैं। कोल्ड स्टोरेज का चैंबर गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई थी।

24 लाेगों ने छोड़ दी थी जीने की उम्मीद

आसपास के लोगों की माने तो इस क्षेत्र ही नहीं पूरे जनपद में ऐसी वारदात पहली बार हुई है, जिसमें इतने लोग दबे और लंबे प्रयास के बाद मिले तो भी उसमें से तमाम के जीवन की डोर टूट चुकी थी। गुरुवार को तकरीबन 11 बजे के करीब जब चैंबर गिरा तो उसके अंदर रहने वाले तमाम लोग किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। चौकीदार जिसे सबकी मदद करनी चाहिए था वह भी भागकर गेट से बाहर आ गया। दो और लोग भी ऐसे थे जो समय की नजाकत भांपकर बाहर आ गए।

छत के नीचे दबे थे 24 लोग

कुछ ही मिनट के अंतराल में छत के नीचे व आलू की बोरियों में 24 लोग दब गए। इन लोगों ने जीवन की उम्मीद भी छोड़ दी होगी, लेकिन प्रशासन ने स्थिति की नजाकत को भांपकर बचाव अभियान शुरू करा दिया। पहले दिन तो अभियान की गति धीमी रही क्यों कि जीवित होने की गुंजाइश ज्यादा रही। रात आठ बजे तक प्रशासन ने दो शव निकाले, जबकि 11 जीवित को बाहर निकाल कर अस्पताल भेज दिया।

रात में अभियान चला तो दो और शव मिले। सुबह के समय एक साथ कुछ मिनटों के अंतराल पर चार शव मिले और संख्या आठ तक पहुंच गई। यह स्थिति जारी रही और शाम को सवा चार बजे से साढे चार बजे के बीच यह रेस्क्यू अभियान रोका। इसके बाद तो अब मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया। चूंकि प्रशासन को भी पूरा विश्वास हो गया कि अब अंदर कोई भी व्यक्ति नहीं फंसा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.