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    Ceasefire Violation by Pakistan : कर्नल सोफिया कुरैशी का मुरादाबाद से जुड़ाव, जानें क्या है कनेक्शन और कौन है अभिभावक

    Ceasefire Violation by Pakistan सोफिया की बुआ हाजरा बताती हैं कि जब वह परिवार के सदस्यों से मिलने नौगांव छतरपुर मध्यप्रदेश जाती थीं तो सोफिया से मुलाकात होती थी। बचपन से ही पढ़ने में होशियार थी। उसमें शुरू से ही देश की सेवा करने का जज्बा था। फौज में जाने के लिए सोफिया फिटनेस का पूरा ख्याल रखती थी।

    By Dharmendra Pandey Edited By: Dharmendra Pandey Updated: Sun, 11 May 2025 12:13 AM (IST)
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    Ceasefire Violation by Pakistan : कर्नल सोफिया कुरैशी

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : भारतीय सेना के पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद सीज फायर के उल्लंघन के बारे में मीडिया को जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी का पीतलनगरी मुरादाबाद से भी गहरा नाता है। नेशनल और इंटरनेशल मीडिया को शनिवार रात में विदेश सचिव विक्रम मिसरी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कमोडोर रघु आर नायर के साथ संबोधित करने वाली कर्नल सोफिया की बुआ हाजरा बेगम मकबरा क्षेत्र में रहती हैं।

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    बुआ ने बताया कि हमने तो सोफिया को अपनी गोद में खिलाया है। हमारी आंखों के सामने ही बड़ी हुई। मुरादाबाद में सोफिया की रिश्तेदारी होने से शहरवासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की जानकारी सोफिया से मिलने के बाद शहर के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।

    सोफिया की बुआ हाजरा बताती हैं कि जब वह परिवार के सदस्यों से मिलने नौगांव, छतरपुर, मध्यप्रदेश जाती थीं तो सोफिया से मुलाकात होती थी। बचपन से ही पढ़ने में होशियार थी। उसमें शुरू से ही देश की सेवा करने का जज्बा था। फौज में जाने के लिए सोफिया फिटनेस का पूरा ख्याल रखती थी। पढ़ाई के दौरान उसने एनसीसी का प्रशिक्षण लिया था। इससे साफ जाहिर है कि उन्होंने सेना में जाने की पहले ही ठान ली थी।

    हाजरा ने आगे बताया कि सोफिया और शनाया सेनसेरा जुड़ावा बहनें हैं। सोफिया ने फौज में जाना चुना, जबकि शनाया ने माडलिंग में अपना करियर बनाया। वर्ष 1996-97 में सोफिया का चयन आर्मी में हुआ था। सोफिया के दादा हुसैनी, पिता ताज मोहम्मद कुरैशी आर्मी में थे। पिता सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए। सोफिया के दो भाई हैं। उन्होंने आर्मी में नहीं जाना चाहा। सोफिया ने ठाना था कि ‍उसको फौज में ही जाना था। इसके लिए पिता ताज मोहम्मद ने भी प्रेरित किया।

    सोफिया की बुआ के बेटे गालिब अली ने बताया कि वर्ष 2012 में सोफिया के माता-पिता मुरादाबाद आए थे। उनसे लगातार संपर्क बना हुआ है। मामा ताज मोहम्मद से ही बात करके सोफिया का हालचाल भी जान लेते हैं। उनकी बेटी इस्लाह गालिब, भांजी इनाया भी फाइटर पायलट बनना चाहती हैं। हर लड़की को कर्नल सोफिया जैसा बनना चाहिए। जो, देशसेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहे।

    नौ मिनट की ब्रीफिंग में पाकिस्तान को दो टूक

    कर्नल सोफिया ने शनिवार को रक्षा मंत्रालय की नौ मिनट की ब्रीफिंग में पाकिस्तान की तरफ से गलत सूचनाएं फैलाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब मैं आपको पाकिस्तान की मिस इन्फॉर्मेशन कैंपेन के बारे में जानकारी दूंगी। पहला उसने अपने जेएफ-17 से हमारे एस-400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया, ये बिल्कुल गलत है।

    उसका कहना है कि हमारी एयरफील्ड सिरसा, जम्मू,पठानकोट और भुज में हमला किया है, ये भी पूरी तरह से गलत है। हमारे चंडीगढ़ और ब्यास के हथियारों के जखीरे पर हमला किया, यह बात भी गलत है। सभी मिलिट्री फैसिलिटीज पूरी तरह सुरक्षित हैं, इन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पाकिस्तान कह रहा है कि भारत ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। भारत की सेना उसकी वैल्यूज की बहुत अच्छी झलक है। हमने उनके मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाया।

    भारत ने पाकिस्तान की एयरफील्ड स्कर्दू, जकूबाबाद, सरगोदा और बुलारी को बहुत नुकसान पहुंचाया है। हमने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम, रडार सिस्टम को फेल किया। उनके मिलिट्री सिस्टम का हमने नुकसान किया। इंडियन आर्म्ड फोर्सेस पूरी तरह तैयार हैं। भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए तैयार है। फिर से दोहराना चाहूंगी कि इंडियन आर्म्ड फोर्सेस पूरी तरह तैयार और सतर्क हैं। भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं।