केबिल से कॉपर निकालकर अंदर भर देते थे बजरी, मुरादाबाद पुलिस ने गिरोह का किया पर्दाफाश
मुरादाबाद में पुलिस ने केबिल चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। चोरों ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज समेत दो जगहों से केबिल चोरी कर, तांबा निकालकर बेच दिया और खोल में बजरी भरकर उसे भी बेच दिया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का माल बरामद किया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।

चोरी के आरोपितों की जानकारी देती पुलिस।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मूंढापांडे क्षेत्र के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज समेत दो स्थानों से चोरी किया गया करीब 21 लाख रुपये का केबिल के अंदर का कॉपर निकालकर बेच दिया। केबिल के खोल में बजरी भरकर व्यापारियों को केबिल बताकर बेच दिया।
पुलिस ने चोरी के साथ ठगी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पहले कॉपर को बेचा और फिर केबिल खोल को भी 15 लाख रुपये में बेच दिया। इनके कब्जे से चोरी हुआ केबिल का बजरी भरा खोल और एक लाख 70 हजार रुपये बरामद किए है।
दो स्थानों से करीब 21 लाख रुपये का चोरी किया था केबिल, 15 लाख में बेच दिया खोल
तीन जुलाई की रात चोरों ने मूंढापांडे स्थित निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज से करीब 300 मीटर केबिल और बैटरी चोरी कर ली गई थी। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के स्वामी राकेश उपाध्याय ने अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके अलावा चोरों ने इसी थाना क्षेत्र के गांव दौलरा में हिंद टर्मिनल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निर्माण के दौरान 12 अगस्त की रात 350 मीटर केबिल चोरी कर लिया था।
पुलिस चोरों की तलाश में लगी थी
मैनेजर निकिल यादव ने चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस तभी से आरोपितों की तलाश में लगी थी। चोरों ने चोरी किए गए केबिल के अंदर से कापर निकाला और बेच दिया। इसके बाद चोरों ने केबिल के खोल (पीवीसी) के अंदर बजरी भर दी। बाद में केबिल के कट के दोनों तरफ करीब तीन-तीन इंच कापर लगा दिया। कापर चिपका दिया गया जिससे वह बाहर नहीं निकल पाए। बाद में उसे केबिल बताकर अमित कुमार निवासी 245 ब्राह्मण मोहल्ला ग्राम सभापुर थाना सोनिया विहार दिल्ली को आठ लाख दस हजार रुपये बेच दिया। इसके अलावा भी इन्होंने केबिल का खोल बेचा। पूरा केबिल करीब 15 लाख रुपये में बेच दिया।
पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर बरामद किया केबिल, 1.70 लाख रुपये भी बरामद
दुकानदार ने खरीदा केबिल ग्राहक को बेच दिया। ग्राहक ने जब केबिल में कट लगाया तो खोल के अंदर से बजरी ही निकली। ऐसे में वह दुकानदार के पास पहुंचा। अमित कुमार मूंढापांडे थाने पहुंच गया। उसने जाने आलम निवासी गांव दौलरा का नाम बताकर पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस को लग गया कि यह केबिल चोरी किया गया है। बुधवार को पुलिस ने नाजिर और जाने आलम निवासी दौलरा को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि यह अपने साथियों के साथ मिलकर केबिल चोरी करते हैं। उसके बाद उसका कापर निकाल लेते हैं और खोल में बजरी भरकर बेच देते हैं। चोरी के बाद कापर बेचकर रुपये कमाते हैं तो केबिल का खोलकर बेचकर ठगी करते हैं। यह एक गिरोह है। इसके कुछ आरोपित अभी फरार है। उनकी तलाश की जा रही है। दोनों के पास से फर्जी आधार कार्ड भी मिले हैं।
कई व्यापारियों को बेच चुके हैं केबिल
पुलिस के अनुसार केबिल चोरी करने वाला यह गिरोह निर्माणाधीन बिल्डिंगों से केबिल चोरी करता था। इससे उन्हें दो लाख होते थे एक तो कापर बेचने के रुपये मिलते थे और केबिल का खोल भी बेच देते हैं। अभी तक की जांच में पता चला है कि कई व्यापारियों को यह केबिल खोल बेच चुके हैं। उनके बारे में पुलिस पता लगा रही है।
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