Boycott Turkey: मुरादाबाद के निर्यातकों ने तुर्किये को दिखाया आइना, 400 करोड़ के आर्डर लेने से इंकार
मुरादाबाद के निर्यातकों ने तुर्किये को पाकिस्तान का समर्थन करने के विरोध में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने तुर्किये से मिलने वाले लगभग 400 करोड़ रुपये के ऑर्डर को लेने से इनकार कर दिया है। निर्यातकों का कहना है कि देशहित उनके लिए सर्वोपरि है और वे दुश्मन देश का साथ देने वालों के साथ व्यापार नहीं करेंगे। इस फैसले से मुरादाबाद के निर्यात पर असर पड़ सकता है।

अमन कुमार शर्मा,
निर्यातकों के अनुसार तुर्किये के साथ मुरादाबाद का करीब 500 करोड़ का निर्यात होता है। इनमें से निर्यातकों को आने वाले दिनों में 400 करोड़ के आर्डर मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, निर्यातकों ने साफ कर दिया है कि पाक को समर्थन के बाद तुर्किये से नए आर्डर नहीं लेंगे। भले ही नुकसान हो जाए।
मुरादाबाद में कम है तुर्किये सेब की मांग
राजस्थान के कारोबारी कर चुके तुर्किये बहिष्कार का एलान
दिल्ली, पानीपत से आ रही तुर्किये टोपी
मोहम्मद सलीम व्यापारी मोहम्मद सलीम का कहना है कि मुरादाबाद में तुर्किये से कोई कपड़ा, टोपी का आयात नहीं होता है। दिल्ली, पानीपत में तुर्किये टोपी तैयार की जा रही हैं। इन जगहों से ही वह तुर्किये टोपी लेकर आते हैं। इन जगह बड़ी-बड़ी मशीन लगी हैं। जो तुर्किये टोपी बना रही हैं। भारत में बनी टोपी ही मुरादाबाद में बेच रहे हैं। हम देश के साथ हैं। तुर्किये से आयात होने वाले उत्पादों के बहिष्कार का समर्थन करते हैं।
मुरादाबाद के निर्यातकों को तुर्किये से करीब 400 करोड़ रुपये के आर्डर मिलने की संभावना था। लेकिन, अब नए आर्डर नहीं लिए जाएंगे। निर्यातक देश के साथ हैं। तुर्किये को सबक सिखाना जरूरी है। मुरादाबाद का निर्यात भी इससे प्रभावित होगा। लेकिन, कोई गम नहीं है। देशहित में यह नुकसान भी बर्दाश्त कर लेंगे।
नवेद उर रहमान, अध्यक्ष, मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
पुराने जो आर्डर हैं, सिर्फ उन्हें भेजा जा रहा है। नए आर्डर नहीं लेंगे। तुर्किये से आयात और निर्यात के बहिष्कार से नुकसान का खतरा बढ़ा है। लेकिन, हम देश के साथ खड़े हैं। पाकिस्तान का समर्थन करके तुर्किये ने सही कदम नहीं उठाया है। यह कदम तुर्किये के लिए भी ठीक नहीं है।
सतपाल पाली, सचिव, दी हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
तुर्किये से सीधे मुरादाबाद सेब का आयात नहीं होता है। दिल्ली से तुर्किये सेब खरीदकर लाते हैं। सेब बिकने के बाद ही दोबारा दिल्ली से खेप मंगाते हैं। मुरादाबाद में तुर्किये सेब की मांग है। रोजाना 50 हजार रुपये तक के ही तुर्किये सेब बिकते हैं। तुर्किये के उत्पादों का बहिष्कार करने से कारोबार पर भी असर आएगा। लेकिन, तुर्किये भी इससे प्रभावित होगा।
गर्वित कुकरेजा, व्यापारी
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