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    Boycott Turkey: मुरादाबाद के निर्यातकों ने तुर्किये को दिखाया आइना, 400 करोड़ के आर्डर लेने से इंकार

    By Jagran NewsEdited By: Nitesh Srivastava
    Updated: Fri, 16 May 2025 02:37 PM (IST)

    मुरादाबाद के निर्यातकों ने तुर्किये को पाकिस्तान का समर्थन करने के विरोध में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने तुर्किये से मिलने वाले लगभग 400 करोड़ रुपये के ऑर्डर को लेने से इनकार कर दिया है। निर्यातकों का कहना है कि देशहित उनके लिए सर्वोपरि है और वे दुश्मन देश का साथ देने वालों के साथ व्यापार नहीं करेंगे। इस फैसले से मुरादाबाद के निर्यात पर असर पड़ सकता है।

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    Boycott Turkey: मुरादाबाद के निर्यातकों ने तुर्किये को दिखाया आइना। जागरण

    अमन कुमार शर्मा, मुरादाबाद। तुर्किये के पाकिस्तान को समर्थन देने के बाद भारतीयों में गुस्सा है। तुर्किये से आयात होने वाले उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है। मुरादाबाद के निर्यातकों को आने वाले दिनों में तुर्किये से करीब 400 करोड़ के आर्डर मिलने की संभावना थी। ऐसे में मुरादाबाद के निर्यातकों ने भी तुर्किये को आइना दिखाया।

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    निर्यातकों का कहना है कि फिलहाल, वह तुर्किये के साथ कारोबार नहीं करेंगे। दुश्मन देश से हाथ मिलाने वाला दुश्मन से कम नहीं होता। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्यातक देशहित के लिए नुकसान उठाने के लिए भी तैयार हैं।

    मुरादाबाद में करीब 3200 निर्यातक हैं। जो, विदेश में मुरादाबाद के उत्पादों का निर्यात करते हैं। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, इजरायल, फलस्तीन, यूएई में तो निर्यात होता ही है। इसके अलावा करीब 200 निर्यातक ऐसे हैं, जो तुर्किये के साथ भी निर्यात करते हैं। यहां से ईरान भी उत्पाद भेजे जाते हैं।

    निर्यातकों के अनुसार तुर्किये के साथ मुरादाबाद का करीब 500 करोड़ का निर्यात होता है। इनमें से निर्यातकों को आने वाले दिनों में 400 करोड़ के आर्डर मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, निर्यातकों ने साफ कर दिया है कि पाक को समर्थन के बाद तुर्किये से नए आर्डर नहीं लेंगे। भले ही नुकसान हो जाए।

    वहीं, जो आर्डर तुर्किये के पाक समर्थन से पहले ग्राहकों ने दे दिए थे। उनमें से कुछ का शिपमेंट हो गया है। जबकि, कुछ आर्डर तैयार हो गए हैं। फिलहाल तैयार आर्डर ही तुर्किये भेजे जाएंगे।

    मुरादाबाद से तुर्किये एल्युमिनियम, स्टील, पीतल, लकड़ी, आयरन से बने उत्पादों का निर्यात होता है। मुरादाबाद में बनी केक प्लेट, ड्राइफ्रूट रखने के उत्पाद, फर्नीचर, डेकोरोटिव उत्पादों की ज्यादा मांग रहती है।

    मुरादाबाद में कम है तुर्किये सेब की मांग

    फल व्यापारियों से मिली जानकारी के अनुसार मुरादाबाद में प्रतिदिन करीब 10 लाख रुपये के सेब बिकते हैं। इनमें तुर्किये सेब 50 हजार तक की बिक्री होती है। रिटेल में तुर्किये सेब की कीमत 260 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसके अलावा मुरादाबाद में हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर के सेब की ज्यादा मांग रहती है। मुरादाबाद में सीधे तुर्किये से सेब का आयात नहीं होता है। मुरादाबाद के फल व्यापारी दिल्ली से ही सेब मंगाते हैं। दिल्ली, मुंबई में बड़े-बड़े कारोबारी तुर्किये से सेब का आयात करते हैं।

    राजस्थान के कारोबारी कर चुके तुर्किये बहिष्कार का एलान

    राजस्थान के कारोबारियों ने तुर्किये से आयात होने वाले पत्थर, जेम्स एंड ज्वैलरी, मशीनरी आदि का बहिष्कार कर दिया है। इसके अलावा तुर्किये को उत्पाद निर्यात नहीं करने का एलान किया है। अब धीरे-धीरे तुर्किये के बहिष्कार की गूंज पूरे देश में फैल रही है। मुरादाबाद के निर्यातक भी तुर्किये के साथ फिलहाल की परिस्थितियों को देखते हुए निर्यात नहीं करने का मन बना चुके हैं।

    दिल्ली, पानीपत से आ रही तुर्किये टोपी

    मोहम्मद सलीम व्यापारी मोहम्मद सलीम का कहना है कि मुरादाबाद में तुर्किये से कोई कपड़ा, टोपी का आयात नहीं होता है। दिल्ली, पानीपत में तुर्किये टोपी तैयार की जा रही हैं। इन जगहों से ही वह तुर्किये टोपी लेकर आते हैं। इन जगह बड़ी-बड़ी मशीन लगी हैं। जो तुर्किये टोपी बना रही हैं। भारत में बनी टोपी ही मुरादाबाद में बेच रहे हैं। हम देश के साथ हैं। तुर्किये से आयात होने वाले उत्पादों के बहिष्कार का समर्थन करते हैं।

    मुरादाबाद के निर्यातकों को तुर्किये से करीब 400 करोड़ रुपये के आर्डर मिलने की संभावना था। लेकिन, अब नए आर्डर नहीं लिए जाएंगे। निर्यातक देश के साथ हैं। तुर्किये को सबक सिखाना जरूरी है। मुरादाबाद का निर्यात भी इससे प्रभावित होगा। लेकिन, कोई गम नहीं है। देशहित में यह नुकसान भी बर्दाश्त कर लेंगे।

    नवेद उर रहमान, अध्यक्ष, मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन

    पुराने जो आर्डर हैं, सिर्फ उन्हें भेजा जा रहा है। नए आर्डर नहीं लेंगे। तुर्किये से आयात और निर्यात के बहिष्कार से नुकसान का खतरा बढ़ा है। लेकिन, हम देश के साथ खड़े हैं। पाकिस्तान का समर्थन करके तुर्किये ने सही कदम नहीं उठाया है। यह कदम तुर्किये के लिए भी ठीक नहीं है।

    सतपाल पाली, सचिव, दी हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन

    तुर्किये से सीधे मुरादाबाद सेब का आयात नहीं होता है। दिल्ली से तुर्किये सेब खरीदकर लाते हैं। सेब बिकने के बाद ही दोबारा दिल्ली से खेप मंगाते हैं। मुरादाबाद में तुर्किये सेब की मांग है। रोजाना 50 हजार रुपये तक के ही तुर्किये सेब बिकते हैं। तुर्किये के उत्पादों का बहिष्कार करने से कारोबार पर भी असर आएगा। लेकिन, तुर्किये भी इससे प्रभावित होगा।

    गर्वित कुकरेजा, व्यापारी