Shubh Vivah Muhurat: 28 नवंबर को सबसे बड़ा शुभ मुहूर्त, इसी दिन हुआ था भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह
दो दिसंबर से फिर विवाह लग्न शुरू हो जाएंगे। दो से पांच दिसंबर और आठ व नौ दिसंबर को भी विवाह लग्न हैं। नौ दिसंबर के बाद खरमास लगने के कारण फिर विवाह लग्न पर डेढ़ महीने के लिए विराम लग जाएगा।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। गुरुवार को शुक्र का उदय होते ही मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। इस बार देव उठानी के बाद विवाह मुहूर्त नहीं थे। 24 नवंबर दिन गुरुवार से शुक्र के उदय होने के बाद सबसे बड़ा सहालग 28 नवंबर को है। इस दिन सड़कों पर हर ओर शहनाई गूंजेंगी। ज्योति शास्त्र के अनुसार 28 नवंबर को मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी तिथि है। इसी तिथि को प्रभु श्रीराम व सीता का विवाह हुआ था। इस दिन बांके बिहारी की पंचमी भी है। 28 नवंबर को श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव भी मनाया जाएगा। इस कारण अधिकांश जोड़े विवाह बंधन में इसी दिन बंधेंगे। 28 नवंबर के बाद इस माह आखिर तक कोई शुभ लग्न नहीं है।
दिसंबर में शादी के छह शुभ मुहूर्त, फिर लगेगा खरमास
दो दिसंबर से फिर विवाह लग्न शुरू हो जाएंगे। दो से पांच दिसंबर और आठ व नौ दिसंबर को भी विवाह लग्न हैं। नौ दिसंबर के बाद खरमास लगने के कारण फिर विवाह लग्न पर डेढ़ महीने के लिए विराम लग जाएगा। मकर संक्रांति के बाद 19 जनवरी से विवाह लग्न शुरू होंगे। 19 जनवरी, 25 से 28 जनवरी तक लगातार शुभ लग्न हैं। 29 जनवरी को को कोई लग्न नहीं है। इसके बाद 30 व 31 जनवरी को शुभ लग्न है। फिर एक फरवरी के बाद छह से 10 फरवरी तक लगातार विवाह मुहूर्त हैं। 22 व 26 फरवरी को भी विवाह होंगे। नौ मार्च के बाद फिर कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
नौ नवंबर के बाद डेढ़ माह तक कोई मुहूर्त नहीं
ऋण मुक्तेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित रामकुमार उपाध्याय ने बताया कि शुक्र का उदय हो गया है। इस महीने 28 नवंबर को बड़ा सहालग है। कारण, इस दिन प्रभु श्री राम व सीता का विवाह हुआ था। जिससे यह दिन सबसे शुभ है। खरमास लगने के कारण नौ दिसंबर के बाद डेढ़ महीने तक फिर कोई सहालग नहीं है।

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