बड़ी योजना, उत्तराखंड रेलवे का हब बनेगा हर्रावाला स्टेशन, चलेंगी 24 कोच वाली ट्रेनें, तैयार हो रहा प्रोजेक्ट
36 सौ एकड़ जमीन रेलवे को अधिग्रहण करना है। यहां देश भर से आने वाली ट्रेनों के रखरखाव सफाई व मरम्मत करने के लिए बड़े वाशिंग लाइन का निर्माण किया जाना है यहां 10 ट्रेनों को रखा जा सकता है।

मुरादाबाद [ प्रदीप चौरसिया]। हर्रावाला उत्तराखंड रेलवे का हब बनने जा रहा है। रेल प्रशासन देहरादून के पास हर्रावाला स्टेशन के पास रेलवे 36 सौ एकड़ जमीन अधिग्रहण करने जा रहा है। राजाजी नेशनल पार्क के बीच से 24 कोच की ट्रेनों को चलाया जाएगा। इसके लिए वाइल्ड लाइफ आफ इंडिया को विस्तृत प्रोजेक्ट बनाने का काम सौंपा गया है।
केंद्र सरकार उत्तराखंड में रेल विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। चारधाम रेल मार्ग के निर्माण कार्य का सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय निगरानी कर रहा है। रेल मंत्रालय देहरादून तक 24 कोच की ट्रेनों को चलाने पर लगातार जोर दे रहा है। चारधाम रेल मार्ग की दो स्थानों से रेलवे लाइन डाली जानी है। योगनगरी से कर्ण प्रयाग तक रेलवे लाइन निर्माण के साथ गुफा का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। हर्रावाला से गंगोत्री व यमुनोत्री तक रेलवे लाइन का निर्माण कराया जाना है। इस मार्ग के निर्माण के लिए सर्वे आदि का काम पूरा हो चुका है। चारधाम रेल मार्ग शुरू होने से पहले रेल मंत्रालय उत्तराखंड में रेलवे का हब बनाने की योजना तैयार की है। देहरादून स्टेशन के पास खाली जगह नहीं हैं, इसलिए हर्रावाला स्टेशन को हब बनाने के लिए चयन किया है। इसके लिए यहां 36 सौ एकड़ जमीन रेलवे को अधिग्रहण करना है। यहां देश भर से आने वाली ट्रेनों के रखरखाव, सफाई व मरम्मत करने के लिए बड़े वाशिंग लाइन का निर्माण किया जाना है, यहां 10 ट्रेनों को रखा जा सकता है। यहां देश के विभिन्न स्थानों के लिए ट्रेनों का संचालन किया जाना प्रस्तावित है। हर्रावाला तक 24 कोच की ट्रेनों को चलाने की योजना है। 24 कोच की ट्रेन चलाने में राजाजी नेशनल पार्क सबसे बड़ा बाधक है। हरिद्वार से देहरादून के बीच पड़ने वाले स्टेशनों की लूप लाइन व यार्ड में 18 कोच वाली ट्रेनों को चलाने की क्षमता है। राजाजी नेशनल पार्क प्रशासन लूप लाइन व गार्ड की विस्तार करने की अनुमति नहीं दे रहा है। इसी मामले को लेकर उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल कई बार उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों से वार्ता भी कर चुके हैं।
उत्तराखंड सरकार की सहमति मिल गई है। राजाजी नेशनल पार्क के वन्य प्राणियों व वन को नुकसान नहीं हो, इस इसको ध्यान में रखते हुए विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार करने का काम वाइल्ड लाइफ आफ इंडिया को सौंपी गया है। यह कार्य पांच चरण में पूरा किया जाना है। प्रथम चरण में सौ करोड़ रुपये खर्च किया जाना प्रस्तावित है। मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन ने बताया कि देहरादून के हर्रावाला को हब बनाने, 24 कोच की ट्रेनों को चलाने की योजना के लिए काम शुरू हो गया है। यह काम पांच चरण में पूरा किया जाना प्रस्तावित है।
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